डायबिटीज पेशेंट को व्यायाम करने के दौरान कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। ऐसा करने से ब्लड में शुगर का लेवल अचानक से कम नहीं होता है। आपको व्यायाम करने से पहले और व्यायाम करने के बाद इंसुलिन का लेवल जरूर चेक करना चाहिए। साथ ही डॉक्टर से जानकारी लेकर आपको व्यायाम करने से पहले और व्यायाम करने के बाद कार्बोहाइड्रेट की कितनी मात्रा लेनी चाहिए, इसके बारे में जानकारी जरूर लें। आपको वर्कआउट में क्या शामिल करना चाहिए या क्या नहीं शामिल करना है, इस बात की जानकारी होना भी जरूरी है।
अगर आपको डायबिटीज के साथ ही अन्य कोई और बीमारी है, तो उसका ट्रीटमेंट भी लेते रहे। अगर आप ट्रीटमेंट रोक देते हैं, तो आपको अन्य समस्याएं भी घेर सकती हैं। अगर आपको किसी दवा को लेकर कोई कंफ्यूजन हो, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में जानकारी जरूर लें।
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यह आमतौर पर देखने को मिलता है कि एंडोथेलियम वैस्कुलर फंक्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम करती हैं। एंडोथेलियल डिसफंक्शन का एक महत्वपूर्ण फंक्शनल रिजल्ट नाइट्रिक ऑक्साइड (NO), वैस्कुलर स्मूथ मसल्स सेल्स के वासोडिलेटर को छोड़ने में असमर्थता है। आपको एक्सरसाइज से वैस्कुलर एंडोथीलियल फंक्शन में सुधार से संबंधित अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
जीवनशैली यानी कि लाइफस्टाइल में बदलाव कर न केवल डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है बल्कि साथ ही हार्ट संबंधी बीमारियों के खतरों को भी कम किया जा सकता है।
इस आर्टिकल में हमने आपको एक्सरसाइज से वैस्कुलर एंडोथीलियल फंक्शन में सुधार (Exercise improves the vascular endothelial function in T1DM patients) को लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।