परिभाषा
कलेजियन जिसे पलकों पर गांठ कहा जाता है, एक तरह का इंफेक्शन है। आमतौर पर इसमें दर्द नहीं होता और यह इंफेक्शन अचानक होता है। पलकों पर गांठ के क्या लक्षण है और इसके लिए क्या घरेलू उपचार किया जाना चाहिए जानिए इस आर्टिकल में।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
कलेजियन जिसे पलकों पर गांठ कहा जाता है, एक तरह का इंफेक्शन है। आमतौर पर इसमें दर्द नहीं होता और यह इंफेक्शन अचानक होता है। पलकों पर गांठ के क्या लक्षण है और इसके लिए क्या घरेलू उपचार किया जाना चाहिए जानिए इस आर्टिकल में।
पलकों पर गांठ (chalazion) आमतौर पर दर्दरहित होती है और यह एक गांठ या सूजन के रूप में ऊपरी या निचली पलक पर हो सकती है। यह मेबोमियन या ऑयल ग्लैंड में ब्लॉकेज के कारण होती है और आमतौर पर बिना किसी उपचार के कुछ ही दिनों में ठीक हो जाती है।
कई बार लोग पलकों पर गांठ को आंतरिक या बाहरी स्टाइ यानी बिलनी समझ लेते हैं। आंतरिक स्टाइ मेबोमियन ग्लैंड का संक्रमण है, जबकि बाहरी स्टाइ आइलैश फॉलिकल्स और स्वेट ग्लैंड के हिस्से में होने वाला संक्रमण हैं। बिलनी में आमतौर पर दर्द होता है, जबकि पलकों पर गांठ दर्दरहित होती है। आमतौर पर पलकों पर गांठ बिलनी होने के बाद विकसित होती है।
अगर आपकी पलकों पर गांठ हो जाए और इससे आपको देखने में दिक्कत आए या आपको पहले कभी पलकों पर गांठ हुआ हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
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पलकों पर गांठ ऊपरी या निचली पलकों की एक छोटी मेबोमियन ग्लैंड में ब्लॉकेज के कारण होती है। ये ग्लैंड्स ऑयल बनाते हैं जो आंखों की नमी बनाए रखने में मदद करती है। सूजन और मेबोमियन ग्लैंड को प्रभावित करने वाले वायरस पलकों पर गांठ के अंतर्निहित कारण हो सकते हैं। जिन लोगों को सेबरेया, मुंहासे, रोज़ेसा, क्रॉनिक ब्लेफेराइटिस या पलकों में लंबे समय तक सूजन की समस्या होती है उन्हें पलकों पर गांठ होने की संभावना अधिक होती है। वायरल कंजक्टिवाइटिस या आंखों के अंदर या पलकों पर संक्रमण होने वाले लोगों में भी यह आम है। यदि आपको बारा-बार पलकों पर गांठ हो रही है तो यह गंभीर स्थिति हो सकती है, वैसे आमतौर पर दुर्लभ मामलों में ही ऐसा होता है।
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इसमें पलकों पर गांठ या सूजन आ जाती है। गांठ ऊपरी और निचली दोनों पलकों पर हो सकती है और एक साथ दोनों आंखों में यह समस्या हो सकती है। पलकों पर गांठ की वजह से आपको देखने में भी दिक्कत हो सकती है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि गांठ कहां और कितनी बड़ी है। हालांकि, आमतौर पर ऐसा नहीं होता है, लेकिन कभी-कभी पलकों पर गांठ लाल और दर्दनाक भी हो सकती है, इसका कारण संक्रमण हो सकता है।
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पलकों पर गांठ होने पर एक बार डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है। डॉक्टर इसके लिए आपको कोई आईड्रॉप या क्रीम लगाने की सलाह दे सकता है। यदि इससे यह ठीक नहीं होता है तो डॉक्टर आपको दूसरी दवा या इंजेक्शन की सलाह देगा। याद रखें कई बार इस परेशानी का इलाज खुद से करने पर यह परेशानी को बढ़ा सकता है। अगर कुछ दिन के इंतजार के बाद भी यह ठीक नहीं हो रही है, तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
आमतौर पर इसके निदान के लिए किसी टेस्ट आदि की आवश्यकता नहीं होती है। डॉक्टर आंखों को देखकर ही इसका पता लगा सकते हैं। डॉक्टर आपसे इसके लक्षणों के बारे में पूछेगा जैसे- क्या आपको दर्द होता है, खुजली होती है या अन्य कोई समस्या है। इसके आधार पर ही वह डिसाइड करता है कि यह पलकों की गांठ है, बिलनी या कुछ और। डॉक्टर कुछ समय के फिजिकल एग्जामिनेशन से इसके बारे में पता लगा लगेंगे।
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आमतौर पर यह बिना किसी उपचार के कुछ दिनों में अपनेआप ठीक हो जाता है। लेकिन यदि ऐसा नहीं होता है तो डॉक्टर आपको उपचार के निम्न तरीके बताएगाः
पलकों पर गांठ को दबाएं नहीं और न ही इसे बार-बार छुएं। प्रभावित हिस्से को दिन में 4 बार गर्म पानी से सेंकें, कम से कम 10 मिनट तक ऐसा करें। सेंकने के लिए कॉटन पैड या सूती कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर थोड़ा निचोड़ लें और इसे गांठ के ऊपर रखें, थोड़ी-थोड़ी देर में कपड़े को पानी में डालकर निचोड़ें और आंखों पर रखें। इससे सूजन कम होती है और ब्लॉक ऑयल ग्लैंड्स भी नरम होती है। ध्यान रहे कि आंखों को छूने से पहले हाथ अच्छी तरह साफ कर लें, वरना हाथों के कीटाणु इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं।
डॉक्टर आपको पलकों पर गांठ को हल्के हाथों से कई बार मसाज के लिए भी बोल सकते हैं। इसके लिए पहले हाथों का साफ कर लें और धीरे-धीरे गांठ पर मसाज करें इससे गांठ में भरा तरल पदार्थ निकलने लगता है। जब वह निकलने लगे तो साफ कपड़े से उसे पोंछ दें और आंखों को गंदे हाथों से छूने की गलती न करें। इस बाद का ध्यान रहे कि जब तक पलकों पर गांठ ठीक न हो आई मेकअप और लेंस पहनने से परहेज करें, इससे परेशानी बढ़ सकती है। याद रखें घरेलू उपाय के नाम पर आंख में किसी प्रकार का ऑयल या पैक ना लगाएं। ये आंख को नुकसान पहुंचा सकता है।
यदि घरेलू उपचार से पलकों की गांठ ठीक नहीं होती है तो डॉक्टर इंजेक्शन या सर्जिकल प्रक्रिया की सलाह दे सकता है। इंजेक्शन और सर्जरी दोनों से ही इसके उपचार के प्रभावी तरीके हैं। डॉक्टर आपको इन दोनों के ही फायदे और जोखिम के बारे में बता देगा, उसके बाद यह तय करें कि आप किस तरीके से इलाज करवाना चाहते हैं। किसी प्रकार का ट्रीटमेंट डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें।
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वैसे तो यह आमतौर पर संभव नहीं है कि इसे होने से रोका जा सके, लेकिन फिर भी कुछ बातों का ध्यान रखकर पलकों पर गांठ बनने की संभावना को कम जरूर किया जा सकता हैः
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और पलकों पर गांठ से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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