ईयर वैक्स (कान का मैल)
ईयर वैक्स मृत कोशिकाएं होती हैं, जो हमारे कान में वैक्सके रूप में जमा हो जाती हैं। हमारी बॉडी इन्हें कान के जरिए बाहर निकाल देती है। कई बार कान में यह मृत कोशिकाएं इतनी बढ़ जाती हैं कि वह खुजली पैदा करने लगती हैं। इस स्थिति में आपको एकदम कान में खुजली का अहसास होता है। कान में खुजली को कम करने के लिए आपको एकाएक कॉटन की तीली से इसे हटाने की कोशिश नहीं करनी है। इससे यह कान के और भीतर चला जाता है, जहां पर यह फंस सकता है। कान में तीली डालने के बजाय कान की खुजली को कम करने के लिए आप किसी ओवर-दि-काउंटर वाॅटर ईयर ड्रॉप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह कान के मैल को फुलाकर ऊपर की तरफ ले आता है।
यदि इससे आपको मदद नहीं मिलती है तो अपने डॉक्टर से मदद मांगे। हालांकि, डॉक्टर कान में खुजली को कम करने के लिए इस मैल को किसी टूल से बाहर निकाल सकते हैं। कान में खुजली होने पर आपको तीली से मैल को साफ नहीं करना है। कुछ मामलों में देखा गया है कि कान में मैल न होने की स्थिति में भी कान में खुजली होती है। बेहतर होगा कि आप कान में खुजली होने पर अपने डॉक्टर से सलाह लें।
कान में इंफेक्शन
कान में खुजली होना कई बार कान के इंफेक्शन का संकेत हो सकती है। आमतौर पर जब आपको सर्दी, फ्लू या एलर्जी होती है तो बैक्टीरिया और वायरस कान में खुजली पैदा कर सकते हैं। हालांकि कान में पानी भर जाने पर भी आपको कान में खुजली हो सकती है। कान में अत्यधिक मात्रा में नमी होने पर यह कान के पर्दे की लेयर को नुकसान पहुंचाती है। यह ईयर कैनाल पर बनी रक्षात्मक परत बैक्टीरिया से लड़ती है। इस स्थिति में भी आपको कान में खुजली हो सकती है।
ऐसे में कान में खुजली को रोकने के लिए आपको इंफेक्शन का इलाज करने की आवश्यकता होगी। हालांकि, कुछ लोग इस स्थिति में खुद इलाज करते हैं, लेकिन, कुछ लोग डॉक्टर की लिखी हुई दवाइयों का पालन करते हैं। कान में खुजली को लेकर सुझाए गए ईयर ड्रॉप्स को आपको हफ्ते में दिन में कई बार डालना पड़ सकता है। अन्य प्रकार के इंफेक्शन की वजह से कान में खुजली को रोकने के लिए आपको एंटीबायोटिक्स दवाइयों का एक कोर्स करना पड़ सकता है। कान में खुजली को रोकने के लिए और इसका इलाज करने के लिए आपके लिए इसके लक्षणों को समझना बेहद ही जरूरी है। इनकी जानकारी के आभाव में कान में खुजली का इलाज नहीं किया जा सकता।