किन लोगों को होता है गोइटर होने का खतरा (Risk Factors of Goiter)
गोइटर किसी को भी हो सकता है। कुछ लोगों में ये ज्नम से होता है या भविष्य में कभी भी हो सकता है। निम्नलिखित कारणों से इसका खतरा बढ़ जाता है।
1- डाइट में आयोडीन की कमी (Iodine deficiency) : जो लोग पहाड़ी इलाकों में रहते हैं जहां आयोडीन की सप्लाई कम होती है या आयोडीन प्रोडक्ट नहीं मिल पाते हैं, उन लोगों में गोइटर का खतरा रहता है।
2- महिलाएं (Women) : महिलाओं को गोइटर का खतरा ज्यादा रहता है क्योंकि उन्हें थायरॉइड होने की संभावना ज्यादा होती है।
3- उम्र (Age) : 40 से ज्यादा की उम्र में गोइटर (Goiter) का खतरा ज्यादा होता है।
4- मेडिकल हिस्ट्री (Medical History) – अगर आपके परिवार में किसी व्यक्ति को किसी प्रकार का ऑटोइम्यून डिसीज हुआ है तो भी आपको गोइटर हो सकता है।
5- प्रेग्नेंसी और रजोनिवृत्ति (Pregnancy and Menopause)- महिलाओं में प्रेग्नेंसी और पीरियड्स खत्म होने के बाद भी इसकी संभावना बढ़ जाती है।
निष्कर्ष
गोइटर की समस्या आयोडीन की कमी के साथ कई वजहों से हो सकती है। थायरॉइड ग्रंथि की इसमें अहम भूमिका है। ऐसे में आपको उपरोक्त में से किसी भी लक्षण पर संशय हो तो अपने डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें। उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और गोइटर से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।