आमतौर पर कई तरह की बीमारियों के इलाज में नीम की पत्तियों का उपयोग किया जाता है। नीम की पत्तियों के रस को पीने से ब्लड प्लेटलेट्स और वाइट ब्लड सेल्स (white blood cells) की संख्या में वृद्धि होती है और डेंगू के लक्षण कम होते हैं। इसके साथ ही प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity) में भी सुधार आता है।
डेंगू के घरेलू उपचार: गिलोय
गिलोय के सात-आठ पत्तों को कुचल लें उसमें चार-पांच तुलसी की पत्तियां एक गिलास पानी में मिलाकर उबालकर काढ़ा बना लें। दिन में तीन चार लेने से रोगी को प्लेटलेट की मात्रा में तेजी से इजाफा होता है।
डेंगू के घरेलू उपचार: बकरी का दूध
डेंगू बुखार आने से वाइट ब्लड सेल्स बहुत तेजी से कम होने लगती हैं। ऐसे में प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने के लिए बकरी का दूध बहुत ही प्रभावशाली होता है। साथ ही जोड़ों का दर्द भी कम होता है।
डेंगू के घरेलू उपचार: पपीते के पत्ते
डेंगू के लक्षणों में जल्द सजे जल्द सुधार लाने के लिए पपीते के पत्ते सबसे असरदार साबित होते हैं। पपीते की पत्तियों में पाया जाने वाला पपेन नामक एंजाइम बॉडी की पाचन शक्ति को ठीक करता है। साथ ही प्लेटलेट्स की मात्रा में भी वृद्धि होती है। डेंगू के उपचार के लिए पपीते की पत्तियों का ताजा जूस निकाल कर एक-एक चम्मच करके रोगी को दें।
डेंगू के घरेलू उपचार: हल्दी से इम्यूनिटी होगी स्ट्रॉन्ग
हल्दी के सेवन से इम्यून पवार को स्ट्रॉन्ग करने में मदद मिलती है। हल्दी के सेवन से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है। रात को सोने से पहले गर्म दूध में थोड़ी से हल्दी मिलाकर सेवन करने से लाभ मिलता है।
यदि आपको डेंगू के लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श लें। मच्छरों की आबादी कम करने के लिए उन स्थानों को नष्ट करें। जहां मच्छर पनप सकते हैं, जैसे पुराने पेड़, डिब्बे, फूलदान, जिनमें बारिश का पानी एकत्र होता है। अपने आस-पास के क्षेत्र को स्वच्छ रखें। इस तरह मच्छरों के प्रजनन को रोककर आप डेंगू बुखार (Dengue fever) से बच सकते हैं। ऊपर बताए गए डेंगू फीवर के घरेलू उपाय आपको कैसे लगे? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही अगर आपका इस विषय (डेंगू के लक्षण) से संबंधित कोई भी सवाल या सुझाव है तो वो भी हमारे साथ शेयर करें।