हाथ, पैर और मुंह की बीमारी क्या है? (HFMD)
हाथ पैर और मुंह की बीमारी (HFMD) वायरस के कारण होती है, बड़ी ही आसानी से यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। यह बच्चों में सबसे पहले होती है। इसकी वजह से मुंह, हाथ-पैर में एक साथ लक्षण दिखाई देने लगते हैं। मुंह में छाले, हाथ-पैर में लाल रैशेज इसके प्रमुख लक्षण हैं। हालांकि, यह बीमारी गंभीर नहीं है और किसी इलाज की जरूरत भी नहीं होती है। दो सप्ताह में यह परेशानी ठीक हो जाती है। पर कई बार रेयर मामलों में स्थिति गंभीर हो जाती है और इसकी वजह से मेनिन्जाइटिस, पोलियाे और मौत भी हो सकती है।
कितनी सामान्य है हाथ पैर और मुंह की बीमारी? (How common is HFMD)
हाथ पैर और मुंह की बीमारी किसी को भी हो सकती हैं। यह बीमारी ज्यादातर शिशुओं में होती है और 5 साल से कम उम्र में होती है। लेकिन, इंफेक्शन की वजह से वयस्कों में भी होती है। इसलिए घर में किसी को भी इंफेक्शन होने पर डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। ताकि डॉक्टर मरीज का इलाज करके बच्चों को इस बीमारी से बचा सके। अगर आपके घर में बच्चें हैं और आपको इस बीमारी के लक्षण नजर आ रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर की मदद लें।
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हाथ, पैर और मुंह की बीमारी के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of HFMD)
परेशानी शुरू होने पर एक सप्ताह में लक्षण नजर आने लगते हैं। इन लक्षणों में शामिल है:
- बुखार
- गले में खरास
- सिरदर्द
- भूख नहीं लगना
- रैशेज होना
- मुंह में फोड़े होना
प्रारंभिक संक्रमण से संकेतों और लक्षणों की शुरुआत की सामान्य अवधि तीन से छह दिन है। बुखार अक्सर हाथ-पैर-मुंह की बीमारी का पहला संकेत होता है, इसके बाद गले में खराश और कभी-कभी भूख ना लगना और अस्वस्थता महसूस होती है।
बुखार शुरू होने के एक या दो दिन बाद, मुंह या गले के सामने दर्दनाक घाव विकसित हो सकते हैं। एक या दो दिनों के भीतर हाथों और पैरों पर और संभवतः नितंबों पर दाने निकल सकते हैं।
मुंह और गले के पीछे विकसित होने वाले घाव यह संकेत दे सकते हैं कि आपका बच्चा हर्पंगिना (Herpangina) नामक एक संबंधित वायरल बीमारी से संक्रमित है। हर्पंगिना की अन्य विशेषताओं में अचानक तेज बुखार और कुछ मामलों में सीजर्स शामिल हैं। हाथ, पैर या शरीर के अन्य हिस्सों पर विकसित होने वाले घाव बहुत कम होते हैं।
इन लक्षणों के अलावा और भी लक्षण हो सकते हैं। इसलिए डॉक्टर से संपर्क करें।
हाथ पैर और मुंह की बीमारी: हमें डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?
अगर बच्चे को वायरल हुआ है तो आप डॉक्टर को बुला सकते हैं या हॉस्पिटल भी जा सकते हैं:
- खाना खाने में परेशानी महसूस होना और यहां तक की पेय पदार्थों के सेवन में भी परेशानी होती है।
- तेज बुखार होना
- अगर यह परेशानी 2 सप्ताह में ठीक न हो तो परेशानी गंभीर हो सकती है।
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क्या कारण है हाथ, पैर और मुंह की बीमारी का? (Causes of HFMD)
हाथ पैर और मुंह की बीमारी या HFMD के प्रमुख कारण कॉक्ससैकी वायरस ए 16 और कभी-कभी एंटरोवायरस 71 या कुछ अन्य वायरस हैं। ऐसे वायरस नाक, गले और स्टूल में होते हैं। यह संक्रमित व्यक्ति के शरीर के तरल पदार्थ को छूने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।
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किन कारणों से बढ़ सकती है हाथ, पैर और मुंह की बीमारी? (Risk Factors of hand-foot-and-mouth disease)
हाथ पैर और मुंह की बीमारी कुछ कारणों की वजह से बढ़ सकती है, जैसे:
- उम्र: हाथ, पैर और मुंह की बीमारी प्रायः 5 साल तक के बच्चों को ज्यादा होती है।
- साफ-सफाई न रखना: साफ-सफाई न रखने की वजह से इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है।
- पब्लिक प्लेस: अगर आप पब्लिक प्लेस में ज्यादा रहते हैं तभी इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है।
- परेशानी नहीं होने का मतलब यह नहीं है कि आपको हैमस्ट्रिंग स्ट्रेन नहीं हो सकता है।
अगर आपको या आपके परिवार में किसी को भी हाथ पैर और मुंह की बीमारी परेशानी है तो डॉक्टर से संपर्क करें।
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निदान और उपचार
हाथ पैर और मुंह की बीमारी का निदान कैसे किया जाता है? (Hand-foot-and-mouth disease diagnosis)
हाथ पैर और मुंह की बीमारी के लक्षणों को देखकर इलाज किया जाता है। डॉक्टर स्टूल टेस्ट या थ्रोट चेक कर सकते हैं।
हाथ पैर और मुंह की बीमारी का इलाज कैसे किया जाता है?
(Hand-foot-and-mouth disease treatment)
- हाथ पैर और मुंह की बीमारी या HFMD के लिए कोई खास इलाज नहीं है। लेकिन, लक्षणों को ध्यान रखना जरूरी है, इन लक्षणों में शामिल है:
- एसिटामिनोफेन या आइब्रुफेन (ibuprofen) जैसी दवाएं बुखार को कम कर सकती हैं और दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं।
- गर्म पानी में नमक डाल कर गार्गल करें।
- एंटासिड जैसी दवाओं से मुंह की परेशानी कम हो सकती है।
- तरल पदार्थ का सेवन ज्यादा करें। बुखार होने पर ज्यादा तरल पदार्थ की जरूरत होती है। सबसे अच्छे तरल पदार्थों में शामिल ठंडे दूध का सेवन सबसे अच्छा माना जाता है। जूस या सोडा न पिएं क्योंकि इनमें मौजूद एसिड की मात्रा अल्सर में जलन का कारण बन सकती है।
बीमारी फैलने से बचने के लिए अलग-अलग खाने के बर्तनों को साफ रखें या डिस्पोजेबल बर्तनों का उपयोग करें। पेसिफायर और बॉटल निपल्स को अलग-अलग गर्म पानी में धोएं। बच्चे को अन्य बच्चों से दूर रखें।
दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। हाथ पैर और मुंह की बीमारी की अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
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जीवनशैली में बदलाव करें और घरेलू नुस्खे क्या हैं जिससे इस परेशानी से बचा जा सकता है?
निम्नलिखित जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको हाथ पैर और मुंह की बीमारी (HFMD) से निपटने में मदद कर सकते हैं। क्योंकि, बचाव ही सभी बीमारियों का पहला इलाज है :
- गंदी जगहों को साफ रखें।
- गंदे कपड़े धो कर रखें।
- परेशानी या लक्षण बढ़ने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
- बच्चे को दूसरों से दूर रखें।
- बुखार के लिए एसिटामिनोफेन या टीपिड स्पंज का इस्तेमाल स्नान के वक्त करें।
- एस्प्रिन का इस्तेमाल न करें।
- बच्चे ने मुंह को कुल्ला करने के लिए हल्के नमक के घोल का उपयोग किया जा सकता है।
- बच्चे का बुखार जबतक ठीक न हो तबतक आराम करने दें।
- बुखार बढ़ने पर जल्द से जल्द डॉक्टर से सम्पर्क करें।
- हाथ ठीक से धोएंः अपने हाथों को बार-बार और अच्छी तरह से धोएं। खासकर टॉयलेट के बाद या डायपर बदलने और खाना खाने से पहले।
- कॉमन एरिया को कीटाणु रहित करेंः साबुन और पानी से अपने घर को साफ करने की आदत डालें।
- अच्छी आदत डालेंः अपने बच्चों को सिखाएं कि उन्हें अपने आस-पास सफाई रखनी है।
- संक्रामक लोगों को अलग करेंः हैंड फुट माउथ डिजीज में इंफेक्शन के चांसेज होते हैं। बीमार लोगों से बच्चों को तब तक ना मिलने दें, जब तक इसके लक्षण कम ना हो जाएं।
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इस आर्टिकल में हमने आपको हाथ पैर और मुंह की बीमारी से संबंधित जरूरी बातों को बताने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको अगर आपको इस बीमारी से जुड़े किसी अन्य सवाल का जवाब जानना है, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे। अपना ध्यान रखिए और स्वस्थ रहिए। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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