ये लक्षण शिशुओं में एसिड रिफ्लक्स की ओर इशारा करते हैं। अगर आपके शिशु को इनमें से कोई भी परेशानी हो रही है, तो इग्नोर ना करें और डॉक्टर को इसकी जानकारी दें। बच्चों में एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux in babies) होने की कई वजह भी हो सकती है, जिसे जानना बेहद जरूरी है।
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शिशुओं में एसिड रिफ्लक्स के कारण क्या हैं? (Cause of Acid Reflux in Infants)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार बच्चों में लोअर एसोफेगल स्फिंक्टर मांसपेशी पूरी तरह से डेवलप नहीं होती है और यही शिशुओं में एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux in Infants) का मुख्य कारण माना जाता है। इसके अलावा बच्चों में एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux in Infants) कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं-
- बच्चे के वजन जरूरत से ज्यादा होना।
- शिशु को जन्म से ही हार्ट डिजीज (Heart disease) होना।
- गेस्ट्रोइन्टस्टाइनल ट्रेक्ट (Gastrointestinal tract) से जुड़ी समस्या।
- शिशु को जन्म से ही डायाफ्रेग्मेटिक (Diaphragmatic) की समस्या होना (पेट की ऊपरी भाग की मांसपेशियां सामान्य से कम पतली होना)।
- बच्चे का पेट के बल ज्यादा सोना या लेटना।
- बच्चे को एसिडिक फूड (Acidic foods) खिलाना।
- बच्चे को ऑयली फूड्स (Oily foods) देना।
- बच्चे को कैफीनेटेड (Caffeinated) ड्रिंक्स देना।
ये कारण भी बच्चों में शिशुओं में एसिड रिफ्लक्स के हो सकते हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि बच्चे में एसिड रिफ्लक्स की तकलीफ को दूर नहीं किया जा सकता। अगर बच्चों में एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux in Infants) के लक्षण समझ आते हैं, तो डॉक्टर टेस्ट करवाने (Body checkup) की सलाह देते हैं और फिर बच्चे की हेल्थ कंडिशन (Health condition) को ध्यान में रखते हुए इलाज भी शुरू की जाती है।
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शिशुओं में एसिड रिफ्लक्स का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Acid Reflux in Infants)
बच्चों में गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज का निदान निम्नलिखित तरह से किया जाता है-
- शिशुओं में एसिड रिफ्लक्स के निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले बच्चे की हेल्थ कंडिशन (Health condition), मेडिकल हिस्ट्री (Medical history) और लक्षणों के बारे में पेरेंट्स से बात करते हैं। इस दौरान बच्चे के खान-पान, सोने का तरीका और उनकी एक्टिविटी से जुड़ी सभी बातों को बारीकी से समझते हैं और फिर शिशुओं में एसिड रिफ्लक्स को कैसे कम किया जाए यह सलाह देते हैं।
आवश्यकता पड़ने पर शिशुओं में एसिड रिफ्लक्स के लिए टेस्ट की सलाह दी जाती है, जो इस प्रकार हैं-
- अपर जीआई सीरिज (Upper GI series)- इस टेस्ट के दौरान बच्चे को कुछ खिलाया जाता है, जिसमें लिक्विड फॉर्म में बेरियम भी दी जाती है। इस दौरान बेरियम को एक्स-रे (X-Ray) की मदद से ट्रैक किया जाता है।
- एसोफेगल पीएच और इम्पीडेन्स मॉनिटरिंग (Esophageal pH and impedance monitoring)- इस टेस्ट की मदद से बच्चे के पेट में बनने वाले एसिड की जांच की जाती है। इस टेस्ट के दौरान एक फ्लैक्सिबल ट्यूब को शिशु की नाक से फूड पाइप में डाली जाती है।
- अपर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (जीआई) एंडोस्कोपी और बायोप्सी (Upper gastrointestinal (GI) endoscopy and biopsy)- एंडोस्कोप की मदद से यह टेस्ट किया जाता है। इस टेस्ट के दौरान भी एक फ्लैक्सिबल ट्यूब की मदद ली जाती है और इस ट्यूब के एक छोर पर एक छोटा टॉर्च और कैमरा लगा होता है, बच्चे के एसोफेगल, पेट और स्मॉल इंटेस्टाइन (Small intestine) में मौजूद एसिड की जानकारी ली जाती है। अगर जरूरत पड़ी, तो बायोप्सी भी की जा सकती है।