परिचय
गैस्ट्रेक्टमी (Gastrectomy) क्या है?
गैस्ट्रेक्टमी (Gastrectomy) एक सर्जरी है जिसके जरिए, पेट के कुछ हिस्से या पूरे हिस्से को हटाया जा सकता है। इस सर्जरी की मदद से मोटापा और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाता है।
गैस्ट्रेक्टमी (Gastrectomy) मुख्य तौर पर तीन प्रकार की होती है:
- आंशिक गैस्ट्रेक्टमी – यह पेट के एक हिस्से को हटाने के लिए किया जाता है। इस सर्जरी के दौरान आमतौर पर पेट का निचला आधा हिस्सा हटा दिया जाता है।
- फुल गैस्ट्रेक्टमी- इस प्रक्रिया में पेट के पूरे हिस्से को हटा दिया जाता है।
- स्लीव गैस्ट्रेक्टमी- इस प्रक्रिया में पेट के बाईं ओर को हटाया जाता है। यह आमतौर पर वजन घटाने के लिए की जाने वाली एक तरह की सर्जरी होती है।
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गैस्ट्रेक्टमी क्यों की जाती है?
अगर अन्य तरीकों के उपचार और दवाओं के इस्तेमाल से पेट की कोई समस्या लगातार बनी रहती है, तो गैस्ट्रेक्टमी का इस्तेमाल पेट की उन समस्याओं के इलाज के लिए किया जा सकता है। आपका डॉक्टर निम्न स्थितियों में इसकी सलाह दे सकते हैं:
- कैंसर या ट्यूमर
- ब्लीडिंग
- सूजन
- पेट की दीवार में छेद
- एक विषेश झिल्ली या पेट के भाग पर एक से अधिक पालिप का बढ़ना
- पेट का कैंसर
- पाचन संबंधी अल्सर
मोटापे के इलाज के लिए भी कुछ प्रकार के गैस्ट्रेक्टमी का उपयोग किया जा सकता है। जिसमें पेट के हिस्से को निकाल दिया जाता है, इसके घाव भी जल्दी भरते हैं। इससे आपको कम खाने में मदद मिल सकती है। हालांकि, गैस्ट्रेक्टमी का विकल्प तभी दिया जाता है जब मोटापा कम करने के दूसरे उपचार मददगार नहीं होते हैं।
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जोखिम
गैस्ट्रेक्टमी करवाने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
गैस्ट्रेक्टमी हर किसी के लिए एक सुरक्षित प्रक्रिया नहीं हो सकती है। यह उपचार लेने से पहले आपका डॉक्टर आपकी स्वास्थ्य स्थिति की जांच करेंगे। आपको किस तरह की बीमारी है वह इसकी जांच करेंगे। अगर एनीमिया और हाइपोप्रोटीनीमिया (खून में कम प्रोटीन का स्तर) की समस्या है, तो इस सर्जरी के बाद आपको गंभीर समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
गैस्ट्रेक्टमी के क्या साइड इफेक्ट्स और समस्याएं हो सकती हैं?
गैस्ट्रेक्टमी की वजह से निम्न समस्याएं हो सकती हैं:
- शरीर में एसिड ज्यादा बनना
- डायरिया
- गैस्ट्रिक डंपिंग सिंड्रोम
- चीरे में घाव
- सीने में संक्रमण
- इंटरनल ब्लीडिंग
- ऑपरेशन किए गए पेट के हिस्से से रिसाव
- जी मिचलना
- उल्टी
- छोटी आंत की रुकावट
- विटामिन की कमी
- वजन घटना
- सांस लेने मे तकलीफ
- निमोनिया
डंपिंग सिंड्रोम – जब आपकी छोटी आंत एक ही बार में बड़ी मात्रा में भोजन पचा ले तो इसे डंपिंग सिंड्रोम कहा जाता है। इसके कारण आपको मतली, ऐंठन या दस्त हो सकती है। कई लोग खाने के एक घंटे के अंदर ही इन लक्षणों को नोटिस कर सकते हैं।
अगर आप खाना खाने के कुछ घंटों के बाद बीमार महसूस करते हैं, तो आपके खून में शुगर की बढ़ी हुई मात्रा हो सकती है और या तेजी से इसकी मात्रा में कमी हो सकती है। इसकी वजह से पसीना, दिल की धड़कन तेज होना, थका हुआ या भ्रमित महसूस कर सकते हैं।
गैस्ट्रेक्टमी करवाने के बाद इसके घावों को ठीक होने में तीन से छह महीनों का समय लग सकता है।
गैस्ट्रेक्टमी करवाने से पहले इससे जुड़े लाभ और समस्याओं के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
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प्रक्रिया
गैस्ट्रेक्टमी के लिए मुझे खुद को कैसे तैयार करना चाहिए?
- पेट की इस सर्जरी से पहले आपका डॉक्टर आपके खून और आंखों की जांच करेंगे। अगर इस टेस्ट में आप स्वस्थ पाए जाते हैं तो आपकी सर्जरी की जा सकती है।
- इस दौरान अगर आप किसी भी तरह की दवाओं या स्वास्थ्य स्थितियों का उपचार ले रहे हैं तो इसके बारे में अपने डॉक्टर को बताएं।
- अगर आप प्रेग्नेंट हैं या आपको लगता है कि इस सर्जरी के दौरान आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं इसके बारे में अपने डॉक्टर को बताएं।
- अगर आप स्मोकिंग करते हैं, तो इस सर्जरी को करवाने के कुछ समय पहले ही स्मोकिंग बंद कर दें। क्योंकि, यह इस ऑपरेशन के बाद होने वाले जोखिमों की संभावना को बढ़ा सकता है।
गैस्ट्रेक्टमी में होने वाली प्रक्रिया क्या है?
आमतौर पर इस सर्जरी को पूरा करने में चार से पांच घंटे लग सकते हैं। अगर डॉक्टर आपके पेट को हटाने के लिए एक बड़ा चीरा या छोटा चीरा लगा सकते हैं। कई मामलों में डॉक्टर छोटे-छोटे चीरे लगा सकते हैं जिसेलेप्रोस्कोपिक गैस्ट्रेक्टमी कहा जाता है। इसमें कम समय लगता है, लेकिन इसका इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है।
ओपन सर्जरी
ओपन सर्जरी में सिर्फ एक लेकिन बड़ा चीरा लगाया जाता है। इस दौरान सर्जन आपके पेट को कम करने के लिए त्वचा, मांसपेशियों और ऊतक को पेट से बाहर निकालते हैं।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी मिनिमली इनवेसिव सर्जरी है। इसमें छोटे चीरे लगाए जाते हैं जिनकी मदद से शरीर के अंदर उपकरण डाले जाते हैं। इस तरह की सर्जरी में कम दर्द होता है। इसे “कीहोल सर्जरी’ या लेप्रोस्कोपिक अस्सिटिड गैस्ट्रेक्टमी (laparoscopically assisted gastrectomy) (LAG) भी कहा जाता है।
लेप्रोस्कोपिक अस्सिटेड गैस्ट्रेक्टमी
आमतौर पर यह सर्जरी के लिए सबसे सुरक्षित तकनीक मानी जाती है।
आपके लिए किस तरह की सर्जरी सबसे ज्यादा लाभकारी हो सकती है आपका डॉक्टर इसके बारे में आपको उचित सलाह दे सकते हैं।
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो इस बारे में अपने डॉक्टर या सर्जन से परामर्श करें।
गैस्ट्रेक्टमी के बाद क्या होता है?
पेट की इस सर्जरी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आपका डॉक्टर लगाए गाए चीरों को टांके की मदद से बंद कर देते हैं। आपको ठीक होने के लिए अस्पताल के कमरे में रखा जाएगा, जहां आपकी स्वास्थ्य स्थिती की निगरानी की जाएगी।
सर्जरी के एक से दो हफ्ते तक आपको अस्पताल में ही रहना पड़ेगा। इस दौरान, आपको अपनी नाक से आपके पेट तक एक नली लगाई गई रहेगी, जो आपके डॉक्टर को आपके पेट से उत्पन्न किसी भी तरल पदार्थ को बाहर निकालने की अनुमति देता है। यह उल्टी की स्थिति को भी कम करता है।
जब तक आप सामान्य रूप से खाने और पीने के लिए तैयार नहीं हो जाते, तब तक आपको इस नाक में लगी एक ट्यूब की मदद से खिलाया जाएगा।
अगर इस दौरान आपको कोई एलर्जी या दर्द की समस्या होती है तो इसके बारे में अपने चिकित्सक को तुरंत बताएं।
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक या सर्जन से परामर्श करें।
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रिकवरी
गैस्ट्रेक्टमी के बाद मुझे किस तरह के अपना ख्याल रखना चाहिए?
घर जाने के बाद आपको अपनी खाने-पीने के आदतों में कुछ बदलाव करना पड़ सकता है। जैसेः
- लाइट फूड खाना
- हाई फाइबर युक्त खाने से परहेज
- कैल्शियम, आयरन और विटामिन सी और डी की मात्रा वाले भोजन करना
- कुछ तरह के विटामिन्स की गोलियां लेना
गैस्ट्रेक्टमी की सर्जरी पूरी तरह से रिकवर होने में एक लंबा समय लग सकता है। ठीक होने के बाद, आपके पेट और छोटी आंत बढ़ जाएगी, जिसके बाद आप अधिक फाइबर और अन्य तरह के भोजन भी खाना शुरू कर सकेंगे।
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