परिचय
ग्लॉकोमा सर्जरी (Glaucoma Surgery) क्या है?
ग्लॉकोमा सर्जरी को मेडिकल भाषा में ट्रेबैक्यूलेक्टमी कहते हैं। ये ऑप्टिक नर्व के डैमेज होने के खतरे को कम करने के लिए किया जाता है। अगर बात करें ऑप्टिक नर्व की तो ये एक ऐसी नर्व है जो हमारी रेटिना से किसी वस्तु के चित्र को दिमाग तक पहुंचाती है। आसान शब्दों में कहा जाए तो ऑप्टिक नर्व के कारण ही हम दुनिया को देख पाते हैं।
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अब जानते हैं ग्लॉकोमा के बारे में, इस बीमारी में आंखों में फ्लूइड्स अनियमित रूप से स्रावित होते रहते हैं, जिस वजह से आंखों में प्रेशर बढ़ जाता है। आगे चल कर फ्लूइड्स की अनियमितता के कारण ऑप्टिक नर्व इंजरी हो जाती है। जिससे सही तरह से चीजें दिखाई नहीं देती है। ग्लॉकोमा 40 साल से ऊपर के लोगों में होता है और 50 में से किसी 1 इंसान को होता है। वहीं, अगर ग्लॉकोमा का समय से इलाज नहीं किया गया तो आगे चल कर ये अंधापन (Blindness) में बदल जाता है। दूसरी तरफ कुछ केस में देखा गया है कि आंखों में बनने वाला तरल की स्थिति सामान्य होते हुए भी ऑप्टिक नर्व डैमेज हो जाती है।
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ग्लॉकोमा सर्जरी (Glaucoma Surgery) क्यों की जाती है?
इस बीमारी के कारण आंखों में होने वाले दर्द को कम करने के लिए ये सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी का मुख्य उद्देश्य ऑप्टिक नर्व को डैमेज होने से बचाना है। साथ ही आंखों में स्रावित होने वाले तरल को नियंत्रित करना भी है।
जोखिम
ग्लॉकोमा सर्जरी (Glaucoma Surgery) के साइड इफेक्ट क्या हैं ?
ग्लॉकोमा सर्जरी को करने से पहले कोशिश की जाती है कि मरीज दवाओं से ही ठीक हो जाए। लेकिन, यदि दवाओं से भी ठीक होने की स्थिति नहीं होती है तो मरीज की सर्जरी की जाती है। पहले तो डॉक्टर लेजर सर्जरी (Laser surgery) को प्राथमिकता देते हैं। लेकिन, जब लेजर सर्जरी सफल नहीं होती है तो कनवेंशनल सर्जरी (conventional surgery) की जाती है। इस सर्जरी में आंखों से मोतियाबिंद भी निकाला जा सकता है।
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ग्लॉकोमा के कनवेंशनल सर्जरी के बाद जहां पर काटा जाता है वहां पर पपड़ी (Scars) जमने लगती है। जिसके कारण आंखों के अंदर का तरल इकट्ठा हो जाता है और छाले (Bleb) जैसी संरचना दिखाई देने लगती है। अगर छाले आंखों में दिक्कत करते हैं तो और सर्जरी की जरूरत रहती है। ऐसी स्थिति में माइटोमाइसिन नामक दवा पपड़ी को ठीक करने के लिए दी जाती है। वहीं, कुछ डॉक्टर्स 5-फ्लूरोरासिल देते हैं। लेकिन, इस दवा को सर्जरी के बाद नहीं लेना चाहिए। 5-फ्लूरोरासिल को सर्जरी के दौरान आंखों में इंजेक्ट किया जाता है, ताकि सर्जरी के बाद आंखों में पपड़ी न बन सके।
इसके अलावाख, सर्जरी के तुरंत बाद अन्य समस्याएं भी सामने आती हैं:
- धुंधला दिखाई देना
- आंखों से खून आना
- अचानक से आंखों की रोशनी या सेंट्रल विजन (central vision) चला जाता है
- आंखों में संक्रमण होना
- आंखों के अंदर सामने वाले भाग (anterior chamber) में प्रेशर (malignant glaucoma) पड़ना, लेकिन ये लक्षण बहुत कम देखने को मिलता है
सर्जरी के बहुत देर बाद ये समस्याएं भी सामने आती हैं:
- मोतियाबिंद होना
- ऑप्टिक नर्व में लगातार बदलाव होते रहना
- पलकों का थोड़ा झुक जाना
सर्जरी के बाद के साइड इफेक्ट्स के बारे में आपको पता होना चाहिए। लेकिन, ये जरूरी नहीं है कि ये सभी लक्षण आपकी सर्जरी के बाद सामने ही आए। इसलिए, अगर आपकी आंखों में किसी भी तरह का साइड इफेक्ट सामने आ रहा है तो अपने डॉक्टर या सर्जन से जरूर मिलें।
प्रक्रिया
ग्लॉकोमा सर्जरी (Glaucoma Surgery) के लिए कैसे तैयार हो?
ऑपरेशन कराने से पहले अपने डॉक्टर से अपनी सेहत, दवाओं (जो पहले से चल रही हैं), एलर्जी आदि के बारे में पहले ही बात कर लें। इसके अलावा, अपने एनेस्थेटिस्ट (Anaesthetist) से भी बात कर लें, ताकि आपको सर्जरी के पहले जब बेहोश किया जाए तो दिक्कत न हो। इससे भी जरूरी काम है सर्जरी के पहले आपका खाना। अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें कि आपको सर्जरी से पहले क्या खाना या पीना है? डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी निर्देशों को परिजनों (Family Members) को जरूर बता दें। ताकि परिवार के लोग आपके खाने-पीने का ध्यान रख सके।
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ग्लॉकोमा सर्जरी (Glaucoma Surgery) के दौरान क्या करना चाहिए?
आपके एनेस्थेटिस्ट ने आपको एनेस्थेटिक (सुन्न या बेहोश) करने के कई तरीके बताए होंगे। सर्जरी को करने में लगभग 45 से 75 मिनट का समय लगता है। क्योंकि, सर्जन ऑपरेशन के दौरान आंखों में इकट्ठा तरल (Fluid) को निकालता है। अगर आपके मन में सर्जरी के दौरान भी कोई भ्रम या सवाल हो तो सर्जन से जरूर पूछ लें।
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रिकवरी
ग्लॉकोमा सर्जरी (Glaucoma Surgery) के बाद क्या होता है?
- सर्जरी के कुछ ही घंटों के बाद आप घर जा सकते हैं।
- ऑपरेशन के बाद कुछ हफ्तों तक आपका सर्जन आपको चेक करने के लिए बुलाते रहेगे। ऐसे में सर्जन के साथ एक भी मीटिंग मिस न करें।
- ज्यादातर लोग ऑपरेशन के दो हफ्ते बाद तक काम नहीं करते हैं या ऑफिस नहीं जाते हैं। इसलिए आप अपने डॉक्टर से पूछ लें कि आपको कितना दिनों तक आराम की जरूरत है।
- सर्जरी के बाद कुछ हफ्तों तक स्वीमिंग न करें, कुछ वजनदार चीज न उठाएं या फिर अपने सिर को कमर के नीचे कतई न झुकाएं।
- नियमित तौर पर एक्सरसाइज करने पर आप जल्दी रिकवर कर सकते हैं। लेकिन, कोई भी एक्सरसाइज करने के पहले अपने सर्जन या डॉक्टर से जरूर बात कर लें।
- कुछ लोग ग्लॉकोमा सर्जरी से इस बीमारी पर फतह पा लेते हैं या ग्लॉकोमा को कंट्रोल कर लेते हैं।
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हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। ग्लॉकोमा सर्जरी कराने के पहले या बाद में अपने डॉक्टर/सर्जन के निर्देशों का ही पालन करें।
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