आर्टरी और वेन दोनों ही हमारे शरीर के कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम में ब्लड वेसल्स के प्रकार हैं। आम भाषा में बोलें तो आर्टरी हार्ट से बाहर ब्लड को ले जाने वाली नसें होती हैं और वेन हार्ट तक खून को वापस ले जाने का काम करती हैं। कई लोग आर्टरी और वेन में अंतर (Artery and vein difference) को नहीं जानते और न ही इनके काम करने के तरीके को, तो आइए इस आर्टिकल में जानें आर्टरी और वेन में अंतर और कैसे ये ब्लड वेसल्स शरीर में ब्लड को ट्रांसपोर्ट करने का काम करती हैं।
आर्टरी और वेन में अंतर (Artery and vein difference) : आखिर ये कैसे काम करती हैं?
आर्टरी और वेन में अंतर जानने से पहले आपको जानना होगा कि आखिर ये काम कैसे करती हैं। दरअसल, आर्टरी और वेन खून के साथ ऑक्सीजन और अन्य जरूरी न्यूट्रिएंट्स शरीर के विभिन्न टिश्यूज तक ले जाती हैं। आर्टरी और वेन हार्ट के साथ मिलकर कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम को पूरा करते हैं।
आर्टरी और वेन में अंतर (Artery and vein difference) : आर्टरीज क्या हैं?
अब जब आप जान गए हैं कि आर्टरी और वेन का क्या काम होता है तो पहले बात करते हैं आर्टरी पर। आर्टरीज उच्च ऑक्सीजन युक्त ब्लड को हार्ट से बाहर शरीर के अन्य हिस्सों की ओर ले जाने का काम करती हैं। इसके बाद बड़ी आर्टरीज छोटी आर्टरीज को ऑक्सीजन युक्त खून विभाजित कर देती हैं। आर्टरी और वेन में अंतर जानने (Artery and vein difference) के साथ आपको यह भी जानना जरूरी है कि हमारी सबसे बड़ी आर्टरी को एओर्टा के नाम से जाता जाता है। यानी, लंग्स से फ्रेश ऑक्सीजन प्राप्त करने के बाद हमारा ब्लड सबसे पहले जिससे गुजरता है उसे एओर्टा कहा जाता है। यह आर्टरी हार्ट से शुरू होती है और गर्दन तक जाती है।
महाधमनी से निकलती हैं छोटी धमनियां
छोटी आर्टरीज, एओर्टा यानी महाधमनी से निकलती हैं और सिर तक जाती हैं। यह महाधमनी फिर वापस चेस्ट की ओर जाती है। यह आपके पेट से कंटिन्यू होती है और आपकी बैक पर समाप्त होता है। रास्ते में, यह अन्य आर्टरीज में विभाजित हो जाती है जो आपके हाथ, पैर और आपके शरीर के बाकी हिस्सों में ऑक्सीजन युक्त रक्त पहुंचाती हैं। अब बात करते हैं वेन्स यानी नसों के बारे में।
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आर्टरी और वेन में अंतर (Artery and vein difference) : वेन्स क्या हैं?
आर्टरी और वेन में अंतर के साथ वेन्स के कार्य करने के तरीके को भी जानना जरूरी है। जब ब्लड आर्टरीज के माध्यम से ट्रेवल करता है, तो ब्लड ऑक्सीजन लूज करता है। वेन्स अधिक ऑक्सीजन को एब्जॉर्ब करने के लिए रक्त को आपके हार्ट में वापस ले जाती हैं। वेन्स आमतौर पर शरीर से बहने वाले ब्लड का लगभग 75% हिस्सा होल्ड करती है। सबसे बड़ी वेन्स को सुपीरियर और इन्फीरियर वेना केवा (superior and inferior vena cava) के नाम से जाना जाता है। अब जानते हैं आर्टरी और वेन के प्रकारों के बारे में विस्तार से।
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आर्टरी और वेन में अंतर (Artery and vein difference): क्या हैं इनके प्रकार?
आर्टरीज और वेन में अंतर जानने के लिए इसके प्रकारों के बारे में जानकारी होना जरूरी है। आइए जानें कि यह दोनों कितनी प्रकार के होते हैं?
आर्टरी के कितने हैं प्रकार, जानिए
आर्टरीज तीन प्रकार की होती हैं। इनके हर एक प्रकार में तीन लेयर्स होती है आउटर, मिडिल और इनर। आर्टरीज के यह टाइप्स इस प्रकार हैं:
इलास्टिक आर्टरीज (Elastic arteries): इलास्टिक आर्टरीज को कंडक्टिंग आर्टरीज (conducting arteries) भी कहा जाता है। इसमें एक थिक मिडिल लेयर होती है ताकि यह हार्ट की हर एक पल्स के रिस्पांस में स्ट्रेच हो सकें। आर्टरी और वेन में अंतर (Difference between artery and vein) के बारे में यह जानकारी होना जरूरी है।
मस्कुलर या डिस्ट्रीब्यूटिंग आर्टरीज (Muscular or distributing arteries): मस्कुलर (डिस्ट्रीब्यूटिंग) आर्टरीज को मीडियम साइज की होती हैं। वे इलास्टिक आर्टरीज से ब्लड ड्रा करते हैं और रेजिस्टेंस वेस्ल्स में विभाजित होते हैं। इन वेसल्स में स्मॉल आर्टरीज और धमनिकाएं arterioles. शामिल हैं।
धमनिकाएं (Arterioles): धमनिकाएं Arterioles आर्टरीज के डिवीजन है, जो हार्ट से बाहर ब्लड को ट्रांसपोर्ट करती हैं। वे केपिलरी नेटवर्क capillary networks. में ब्लड को निर्देशित करते हैं। अब जानते हैं वेन्स के प्रकारों के बारे में। आर्टरी और वेन में अंतर (Artery and vein difference) के साथ ही अब जानते हैं वेन्स के प्रकार के बारे में।
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वेन्स के प्रकार क्या हैं?
वेन्स के कई प्रकार हैं, जो इस तरह हैं:
- डीप वेन्स (Deep veins): डीप वेन्स मसल टिश्यू में लोकेट होती हैं। उनके पास एक करेस्पोंडिंग आर्टरी है।
- सुपरफिशल वेन्स (Superficial vein): सुपरफिशल वेन्स स्किन की सरफेस के नजदीक होती हैं। उनके पास करेस्पोंडिंग आर्टरीज नहीं हैं।
- पल्मोनरी वेन्स (Pulmonary veins): पल्मोनरी वेन्स लंग्स से उस खून को हार्ट तक ट्रांसपोर्ट करती हैं जो ऑक्सीजन युक्त होता है। हर एक फेफड़े में पल्मोनरी वेन्स के दो सेट होते हैं, एक दाएं और बाएं।
- सिस्टमिक वेन्स (Systemic veins): सिस्टमिक वेन्स पूरे शरीर में टांगों से लेकर गर्दन तक होती हैं। यह हार्ट तक डीऑक्सीजनेटेड ब्लड को फिर से ट्रांसपोर्ट करती हैं। अब जानते हैं कि आर्टरी और वेन में अंतर (Artery and vein difference) होने के बाद भी यह एक साथ काम कैसे करती हैं?
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आर्टरी और वेन में अंतर पर फिर भी एकसाथ ऐसे करती हैं काम
अबतक आप आर्टरी और वेन में अंतर को समझ गए होंगे। हालांकि, अलग होने के बावजूद ये एक साथ मिलकर पूरे शरीर में ब्लड फ्लोइंग को सही तरीके बनाने रखने का काम करती हैं। यह कैपिलरीज (Capillaries) नामक स्ट्रक्चर के माध्यम से जुड़ती हैं। कैपिलरीज (Capillaries) थिन ट्यूब्ज़ के छोटे जाले होते हैं जो एक तरफ आर्टरी और दूसरी तरफ एक वेन से जुड़े होते हैं। हमारे पूरे शरीर में कैपिलरीज (Capillaries) होती है। हमारे शरीर के कुछ हिस्सों में अधिक कैपिलरीज (Capillaries) होती हैं, जो इस बात पर निर्भर करती हैं कि उन्हें कितनी ऊर्जा की आवश्यकता है। उम्मीद है कि आर्टरी और वेन में अंतर (Artery and vein difference) के बारे में आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। अब जानते हैं इनके बारे में थोड़ा और।
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आर्टरीज और वेन्स किससे बनी होती हैं?
आर्टरीज और वेन्स की तीन मुख्य लेयर्स होती हैं। सबसे अंदर की लेयर जिसे ब्लड सीधे छूता है, वो स्ट्रेची टिश्यू से बनी होती है। मिडिल लेयर मसल टिश्यू से बनती है जो ब्लड वेसल्स को उनकी शेप में रहने में मदद करते हैं। सबसे बाहरी लेयर भी स्ट्रेची होती है जो वेसेल्स को आसानी एक्सपैंड और श्रिंक होने में मदद करती है। ब्लड अधिक तेजी से आर्टरीज के माध्यम से मूव करता है। हमारी आर्टरीज थिक और स्ट्रेची होती हैं कि उनमें मूव करने वाले ब्लड के हाय प्रेशर को हैंडल कर सकती हैं। वेन्स कम थिन और स्ट्रेची होती हैं। यह स्ट्रक्चर वेन्स को आर्टरीज की तुलना में लंबे समय तक अधिक मात्रा में रक्त ले जाने में मदद करता है। अब जानिए दोनों से जुड़े हेल्थ रिस्क्स के बारे में।
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आर्टरी और वेन में अंतर (Artery and vein difference): आर्टरीज और वेन्स से जुड़ी समस्याएं
आर्टरीज और वेन्स में समस्या कई विभिन्न हेल्थ इशूज का कारण बन सकती हैं। इनमें से कुछ सबसे सामान्य समस्याएं इस प्रकार है:
वैरिकोज वेन्स (Varicose veins)
कभी-कभी हमारी वेन्स को ब्लड को हार्ट तक वापस लाने में परेशानी होती है। इसके परिणामस्वरूप ऐसा लग सकता है कि आपकी नसें आपकी त्वचा से बाहर निकल रही हैं। वैरिकोज वेन्स रोग आपके पैरों पर सबसे अधिक बार होता है। यह समस्या गंभीर नहीं होती है लेकिन इसके कारण दर्द और सूजन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
आर्टरी प्लाक (Artery plaque)
समय के साथ आर्टरीज में कोलेस्ट्रॉल और अन्य मटेरियल बिल्ड-अप हो सकते हैं जिनमें प्लाक के नाम से जाना जाता है। इस समस्या को एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) कहा जाता है।आर्टरीज में प्लाक बिल्डअप से पूरे शरीर में ब्लड फ्लो कम हो जाता है जिससे हार्ट डिजीज, स्ट्रोक आदि की संभावना बढ़ जाती है।
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यह तो थी जानकारी आर्टरी और वेन में अंतर (Artery and vein difference) के बारे में। हमारा कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम, वेसल्स का एक क्लोज्ड सिस्टम है जिन्हें आर्टरीज, वेन्स और कैपिलरीज कहा जाता है। यह सब मस्कुलर पंप के साथ कनेक्ट होती हैं जिसे हार्ट के नाम से जाता है जाता है। यानी, हमारे कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम के लिए यह बेहद जरूरी हैं। अगर इसके बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है, तो डॉक्टर से उस बारे में जानना न भूलें।
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