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पेरिफेरल आर्टरी डिजीज का ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन है आसान, बस इन तरीकों का रखें ध्यान!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 17/12/2021

    पेरिफेरल आर्टरी डिजीज का ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन है आसान, बस इन तरीकों का रखें ध्यान!

    पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral artery disease) यानी PAD को हार्ट और ब्रेन के बाहर के ब्लड वेसल की बीमारी के रूप में पारिभाषित किया जाता है। यह समस्या अक्सर आर्टरीज में फैटी डिपॉजिट्स की बिल्ड-अप के कारण होती हैं। पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral artery disease) को पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज (Peripheral vascular disease) के नाम से भी जाना जाता है। सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) के अनुसार यह समस्या किसी भी ब्लड वेसल में हो सकती है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि यह परेशानी बाजुओं की तुलना में टांगों में अधिक होती है। अभी हम आपको जानकारी देने वाले हैं PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन (Prevention And Treatment Of PAD) के बारे में। लेकिन, PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन (Prevention And Treatment Of PAD) से पहले इस डिजीज के लक्षणों के बारे में जान लेते हैं।

    पेरिफेरल आर्टरी डिजीज के लक्षण क्या है? (Symptoms of Peripheral artery disease)

    पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral artery disease) से पीड़ित कई लोग इसका कोई भी लक्षण अनुभव नहीं करते हैं। हालांकि, कुछ लोग इसमें चलते हुए टांग में दर्द महसुस कर सकते हैं। इसके सामान्य लक्षण हैं टांगों और बाजू में दर्द और क्रैम्पिंग। इसके कारण आपको रोजाना के सामान्य काम करने में भी समस्या हो सकती है। इसके अन्य  सामान्य लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:

    इसके अलावा इसके कुछ अन्य लक्षण भी हो सकते हैं। जैसे-जैसे यह बीमारी बढ़ती है, रोगी की आराम करते हुए और लेटते हुए दर्द अधिक बढ़ सकती है। अब जानिए PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन (Prevention And Treatment Of PAD) के बारे में।

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    PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन: पाएं पूरी जानकारी (Prevention And Treatment Of PAD)

    पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral artery disease) के सही उपचार का फोकस लक्षणों को कम करना और इस स्थिति को बढ़ने से रोकना होता है। इसके अधिकतर मामलों में जीवनशैली में बदलाव, व्यायाम और दवाईयां आदि शामिल हैं। इनसे न केवल बीमारी की प्रोग्रेशन स्लो हो सकती है, बल्कि इसके लक्षण भी रिवर्स होने में मदद मिल सकती है। PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन (Prevention And Treatment Of PAD) के आसान तरीके इस प्रकार हैं:

    धूम्रपान से बचें (Avoid smoking)

    स्मोकिंग कई समस्याओं जैसे पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral artery disease) का मेजर रिस्क फैक्टर है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक के जोखिम भी बढ़ता है। अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन (Prevention And Treatment Of PAD) में आपके लिए इस चीज का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। हालांकि, धूम्रपान छोड़ना कोई आसान काम नहीं है। इसके लिए आप क्विट स्मोकिंग मेडिकेशन्स और अन्य प्रोग्राम्स का सहारा भी ले सकते हैं। यही नहीं, इसमें डॉक्टर भी आपकी मदद कर सकते हैं। स्मोकिंग छोड़ने से इस रोगऔर अन्य हार्ट रिलेटेड डिजीज का जोखिम कम हो सकता है।

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    फिजिकल एक्टिविटी (Physical activity)

    PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन (Prevention And Treatment Of PAD) में नियमित फिजिकल एक्टिविटी भी बेहद प्रभावी हैं। इसके लिए डॉक्टर आपको खास एक्सरसाइज ट्रेनिंग की सलाह दे सकते हैं। इसे सुपरवायस्ड एक्सरसाइज थेरेपी (Supervised exercise therapy) भी कहा जाता है। इन व्यायामों की शुरुआत धीरे-धीरे होती है जैसे वाकिंग, लेग एक्सरसाइज आदि ताकि लक्षणों से छुटकारा पाया जा सके। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral artery disease) में वाकिंग से दर्द हो सकती है। ऐसे में, इस बीमारी के दौरान कोई भी व्यायाम या शारीरिक एक्टिविटी की शुरुआत डॉक्टर से पूछें बिना न करें।

    PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन में डायट (Diet)

    पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral artery disease) से पीड़ित बहुत से लोगों में कोलेस्ट्रॉल लेवल अधिक होता है। ऐसे मेंसैचुरेटेड और ट्रांस फैट्स में लो खाद्य पदार्थों का सेवन करने से ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होने में मदद मिल सकती है। इसके साथ ही कोलेस्ट्रॉल लोअरिंग मेडिकेशन (Cholesterol-lowering medication) की जरूरत भी हो सकती है। हेल्दी डायट का लक्ष्य अपने आहार में पर्याप्त फल, सब्जियों और साबुत अनाज आदि शामिल हैं। इसके साथ ही आपको लो-फैट डेयरी उत्पाद, पोल्ट्री, फिश, नट्स, सीड्स, नॉन-टोपिकल वेजिटेबल ऑयल्स आदि का सेवन करने भी इसमें फायदेमंद है। यही नहीं, इसके रोगियों को सोडियम, सैचुरेटेड व ट्रांस फैट्स, एडेड शुगर, चीनी युक्त आहार और रेड मीट आदि को सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए।

    PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन

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    दवाईयां (Medicines)

    PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन (Prevention And Treatment Of PAD) में डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाईयों को लेना भी जरूरी है। दवाईयों को न लेने से इस बीमारी के जोखिम बढ़ सकता है। इसके साथ ही हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना भी बढ़ जाती है। पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral artery disease) के लिए इन दवाईयों की सलाह दी जाती है:

    • एंटीप्लेटलेट एजेंट्स (Antiplatelet agents) जैसे एस्पिरिन (Aspirin)। इनसे ब्लड क्लॉट्स से बचने में मदद मिलती है।
    • कोलेस्ट्रॉल-लोअरिंग मेडिकेशन्स (Cholesterol-lowering medications) जैसे स्टेटिंस (Statins)
    • हाय ब्लड प्रेशर मेडिकेशन्स जैसे एंजियोटेंसिन रिसेप्टर ब्लॉकर्स (Angiotensin-receptor blockers) या एंजियोटेंसिन-कंवर्टिंग एंजाइम इन्हिबिटर्स (Angiotensin-converting enzyme inhibitors)

    अगर आपको PAD की समस्या है तो आपको उन दवाइयों की सलाह भी दी जा सकती है, जिससे आपको वॉक करने में आसानी हो। इसके साथ ही रोगी को अन्य दवाइयों की सलाह भी दी जा सकती है। आपको कौन सी दवा की जरूरत है, इसके लिए आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन (Prevention And Treatment Of PAD) के लिए सही दवा का सेवन बेहद आवश्यक है।

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    PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन: डायबिटीज को मैनेज करें (Managing Diabetes)

    पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral artery disease) के रोगी अगर टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) भी हो, तो इसका परिणाम बहुत घातक हो सकता है। ऐसे में ब्लड ग्लूकोज लेवल को सही रखना बेहद जरूरी है ताकि जटिलताओं को रोका जा सके। इसके लिए इन चीजों का ध्यान रखें:

    • कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज को मैनेज करने के लिए हेल्दी डायट लें।
    • हेल्दी वेट को मैनेज करें।
    • ग्लूकोज लेवल को मैनेज करने के लिए सही दवाइयों का सेवन करें।
    • अन्य कार्डियोवैस्कुलर रिस्क फैक्टर्स को मैनेज करें।
    • फुट केयर करें और अल्सर से बचें।

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    प्रोसीजर (Procedure)

    कुछ रोगियों में PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन (Prevention And Treatment Of PAD) में ऊपर दिए ट्रीटमेंट और बचाव के तरीके पर्याप्त नहीं होते हैं। इसलिए मिनीमली इनवेसिव ट्रीटमेंट (Minimally invasive treatment) या सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। यह प्रोसीजर इस प्रकार हैं:

    एंजियोप्लास्टी या स्टंट प्लेसमेंट (Angioplasty or stent placement)

    यह वो प्रोसीजर हैं, जिसमें ब्लॉक्ड आर्टरी तक पहुंचने के लिए एक कट की मदद से एक कैथेटर को इंसर्ट किया जाता है। ऐसे में टाइनी वायर मैश सिलिंडर (Tiny wire mash cylinder) जिसे स्टंट कहा जाता है, उसे आर्टरी में इंसर्ट किया जाता है। कभी-कभी कैथेटर के माध्यम से एक दवा दी जा सकती है या आर्टरी को ब्लॉक करने वाले क्लॉट्स को हटाने के लिए इसके माध्यम से एक विशेष डिवाइस डाला जा सकता है।

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    एथेरेक्टॉमी (Atherectomy)

    एथेरेक्टॉमी (Atherectomy) भी एक मिनिमली इनवेसिव प्रोसीजर (Minimally invasive procedure) है, जिसमें आर्टरी से प्लाक को रिमूव कर दिया जाता है। एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) की तरह ही इसमें भी ब्लॉक्ड आर्टरी में कैथेटर को इंसर्ट किया जाता है। कैथेटर के अंत में एक तेज ब्लेड (कटर) होता है, जो ब्लड वेसल से प्लाक को काटने, इकट्ठा करने और निकालने के लिए होता है।

    बायपास सर्जरी (Bypass surgery)

    अगर टांग में आर्टरी के एक बड़ा पोरशन पूरी तरह से ब्लॉक हो और आपको कोई गंभीर लक्षण न नजर आएं, तो बायपास सर्जरी की जरूरत हो सकती है। शरीर के अन्य भाग के वेन का प्रयोग “बायपास’ और क्लोज्ड आर्टरी के आसपास ब्लड फ्लो को रिरूट करने के लिए किया जाता है।

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    यह तो थी PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन (Prevention And Treatment Of PAD) के बारे में जानकारी। यह तो आप जान ही गए होंगे पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral artery disease) के कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ सकता है। लेकिन, इस समस्या का उपचार और इससे बचाव दोनों संभव है। सबसे पहले इस बीमारी के लक्षणों को पहचानें और सही उपचार कराएं। इस बीमारी के कुछ मामलों में इसके लक्षणों को केवल दवाइयों और लाइफस्टाइल में बदलाव से ही मैनेज किया जा सकता है। अगर आपके दिमाग में PAD के लिए ट्रीटमेंट और प्रिवेंशन (Prevention And Treatment Of PAD) को लेकर को लेकर कोई भी सवाल है, तो अपने डॉक्टर से इस बाते में अवश्य जानें।

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