कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) के तौर पर हार्ट अटैक की समस्या हो सकती है। ऐसे में आपको जीवन शैली में बदलाव के साथ-साथ कई बार दवाइयां और सर्जरी की सहायता भी लेनी पड़ती है।
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कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : ऐब्नॉर्मल हार्ट बीट
ऐब्नॉर्मल हार्ट बीट को हार्ट एरिथमिया (Heart Arrhythmias) का नाम भी दिया गया है। यह समस्या तब होती है, जब हार्ट या तो बहुत तेजी से या बहुत धीरे-धीरे धड़कता है। ऐसे में रोगी को आमतौर पर ज्यादा समस्या नहीं होती, लेकिन यह अंदरूनी रूप से जोखिम भरा साबित हो सकता है। हार्ट एरिथमिया के उपचार से हार्ट बीट को कंट्रोल किया जा सकता है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉन्प्लिकेशन के तौर पर ऐब्नॉर्मल हार्टबीट (Abnormal heart beat) एक आम समस्या मानी जाती है, इसीलिए हेल्दी लाइफ़स्टाइल अपनाकर इस समस्या में आराम पाया जा सकता है। साथ ही व्यक्ति को कई बार इंप्लांटेबल डिवाइस, सर्जरी (Implantable devices, surgery) के साथ-साथ दवाओं का भी सेवन करना पड़ सकता है।
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कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : अचानक मृत्यु का जोखिम
कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) के तौर पर कई बार व्यक्ति को गंभीर परिणाम उठाने पड़ सकते हैं, जिसमें से एक गंभीर परिणाम है मृत्यु। इसे सडन डेथ (Sudden death) का नाम भी दिया गया है। जब कोरोनरी आर्टरी डिजीज के कारण ब्लड फ्लो लंबे समय तक ब्लॉक होता है और समय पर रिस्टोर नहीं हो पाता, तो व्यक्ति की अचानक मृत्यु भी हो सकती है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) में मौजूद प्लाक (Plaque) पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में शरीर की अलग-अलग आर्टरी पर इसका सीधा प्रभाव पड़ता है। कई बार इसकी वजह से शरीर के की मुख्य आर्टरी पर असर पड़ता है और ब्रेन तक ब्लड सप्लाय नहीं होता। जिसकी वजह से व्यक्ति को कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन का सामना करना पड़ सकता है। जब यह समस्या गंभीर बन जाती है, तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : रखें इन बातों का ख्याल
कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) से निपटने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है, जिसमें लाइफस्टाइल में बदलाव, खानपान का ध्यान रखना, दवाई लेना और रेगुलर एक्सरसाइज करने की सलाह डॉक्टर देते हैं। इसके अलावा यदि आप सिगरेट और एल्कोहॉल (Cigarettes and Alcohol) का सेवन करते हैं, तो इसे तुरंत रोक देने की सलाह एक्सपर्ट देते हैं।
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यदि आप कोरोनरी आर्टरी डिजीज से ग्रसित हैं, तो आपको रेगुलर चेकअप की जरूरत पड़ती है। इसलिए समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप कराते रहना आपके लिए जरूरी माना जाता है। यदि ऐसा ना किया जाए, तो कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) होना संभव होता है। जिसके कारण आपको कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।