कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol)… अगर बढ़ जाए तो बढ़ जाता है कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ का खतरा और हो जाए कम तो कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के साथ-साथ अन्य बीमारियों का भी बढ़ जाता है खतरा। इसलिए कोलेस्ट्रॉल लेवल बैलेंस रहना बेहद जरूरी है। लो या हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण (Causes of High Cholesterol) के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन अगर हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण को समझा जाए तो इसे बैलेंस में रखना इतना भी कठिन नहीं है जितना हम सोचते हैं।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (World Health Organisation) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण होने वाली बीमारी है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल का खास ध्यान रखना जरूरी है और हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण को भी जानना जरूरी है, क्योंकि कारणों को समझकर उस बीमारी से बचने में मदद मिल सकती है।
कोलेस्ट्रॉल क्या है?
हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण क्या-क्या हो सकते हैं?
कोलेस्ट्रॉल लेवल कितना होना चाहिए?
हाय कोलेस्ट्रॉल को कैसे करें कंट्रोल?
चलिए अब हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण (Causes of High Cholesterol) और इससे जुड़े अन्य सवालों का जवाब जानते हैं।
कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) क्या है?
बॉडी में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने की वजह से ब्लड वेसेल्स कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है। अगर कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाए तो ब्लॉकेज की समस्या शुरू हो सकती है, जिसका ब्लड फ्लो (Blood flow) पर भी नकारात्मक प्रभाव देखा जा सकता है। जब बॉडी में हाय कोलेस्ट्रॉल (High cholesterol) की स्थिति शुरू हो जाती है, तो इसका सबसे पहले नेगेटिव असरहार्ट (Heart) पर पड़ता है और फिरकिडनी (Kidney) पर और धीरे-धीरे शरीर के निचले हिस्से (Lower body organ) पर पड़ भी इसका प्रभाव देखा जाता है। हालांकि ऐसा नहीं है कि हाय कोलेस्ट्रॉल (High cholesterol) को बैलेंस में रखा नहीं जा सकता, इसके लिएहेल्दी डायट (Healthy diet) औरफिजिकल एक्टिविटी(Physical activity) से इस समस्या से दूर रहा जा सकता है। इसलिए आर्टिकल में आगे हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण (Causes of High Cholesterol) से जुड़ी जानकारी शेयर करेंगे।
हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण क्या-क्या हो सकते हैं? (Causes of High Cholesterol)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information), सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Center for Disease Control and Prevention), यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेस (U.S. Department of Health and Human Services) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
अनहेल्दी डायट प्लान (Unhealthy diet)- हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण में अनहेल्दी डायट प्लान (Unhealthy diet) को शामिल किया गया है। अनहेल्दी डायट में सैचुरेटेड फैट (Saturated fat) को मुख्य कारण माना गया है। सैचुरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ाने में खास भूमिका निभा सकता है।
हेरेडिटरी फैक्टर्स (Hereditary factors)- हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या के पीछे हेरेडिटरी फैक्टर्स (Hereditary factors) को माना गया है। अब अगर इसे आसान शब्दों में समझें तो परिवार में हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या होने पर घर के किसी दूसरे सदस्य में हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण का खतरा बना रहता है।
ओवरवेट (Overweight)- शरीर का वजन अगर जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए तो कई बीमारियों का खतरा बना रहता है और इन्हीं कई बीमारियों में ओवरवेट (Overweight को भी शामिल किया गया है।
आलस (Laziness)- आलस, इस शब्द से तो हमसभी परिचित हैं, लेकिन अगर आलस रोजाना आपका साथ निभाने लगे तो इससे हाय कोलेस्ट्रॉल एवं अन्य शारीरिक परेशानियों का खतरा बढ़ सकता है।
ध्रूमपान (Smoking)- स्मोकिंग (Smoking) कुछ लोगों के लिए भले ही कूल एक्टिविटी हो, लेकिन अनजाने में या जानते हुए भी कैंसर एवं कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के खतरे को बढ़ाने का काम करती है।
उम्र (Age)- बढ़ती उम्र (Age) को भी हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण (Causes of High Cholesterol) में शामिल किया गया है। वैसे तो हाय कोलेस्ट्रॉल के समस्या महिला या पुरुष दोनों को हो सकती है, लेकिन महिलाओं में विशेष रूप से मेनोपॉज (Menopause) के बाद हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या डायग्नोस की जा सकती है।
दवा (Medicine)- कुछ दवाओं (Medicines) के सेवन से ट्राइग्लिसराइड लेवल (Triglycerides) बढ़ जाता है, जो हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण हो सकते हैं। इसलिए डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद ही किसी भी तरह के दवाओं का सेवन करना चाहिए।
एल्कोहॉल (Alcohol)- अगर जरूरत से ज्यादा शराब (Alcohol) का सेवन किया जाए तो इससे लिवर (Liver) और हार्ट मसल (Heart muscles) को नुकसान पहुंच सकता है और ऐसी स्थिति हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) और हाय कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) की समस्या को दावत दे सकती है।
तनाव (Stress)- बदलते लाइफस्टाइल के कारण तनाव का होना स्वाभाविक है, लेकिन हाय कोलेस्ट्रॉल के कारण में तनाव को भी शामिल किया गया है। अगर व्यक्ति जरूरत से ज्यादा तनाव में रहे तो बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
बीमारी (Diseases)- डायबिटीज (Diabetes) एवं हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)जैसी बीमारियां भी कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाने का काम कर सकती है।
ये हैं कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने के कारण। ये अलग-अलग स्थिति या इन दस में से कोई भी एक कारण कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी समस्या पैदा कर सकती है। वैसे अब अगर आप ये सोच रहें हैं कि बैलेंस्ड कोलेस्ट्रॉल लेवल कितना होना चाहिए इसे भी समझना जरूरी है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल कितना होना चाहिए? (Level of Cholesterol)
कोलेस्ट्रॉल लेवल से जुड़ी समस्या प्रायः 20 वर्ष से ज्यादा उम्र होने पर शुरू हो सकती है। इसलिए यहां हम एनसीबीआई (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार 20 वर्ष से ज्यादा उम्र के पुरुषों एवं महिलाओं में कोलेस्ट्रॉल लेवल से जुड़ी जानकारी शेयर कर रहें हैं।
20 या इससे ज्यादा उम्र के पुरुष में कोलेस्ट्रॉल लेवल (Male Cholesterol level)-
हाय कोलेस्ट्रॉल को कैसे करें कंट्रोल? (Tips to control High Cholesterol)
हाय कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए इसके कारणों को समझना जरूरी है, जिसकी चर्चा हमने ऊपर की है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल लेवल बैलेंस रखने के लिए कुछ टिप्स को फॉलो करना जरूरी है, क्योंकि कोलेस्ट्रॉल की समस्या को इग्नोर किया जाए तो गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है। इसलिए निम्नलिखित टिप्स को फॉलो करना चाहिए। जैसे:
कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol level) बढ़ने के कारण से बचने के लिए इन टिप्स को फॉलो करें।
अगर आप हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन जल्द से जल्द करें। ध्यान रखें कि कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) की समस्या होने पर लापरवाही ना करें, क्योंकि आपकी छोटी सी लापरवाही आपको गंभीर बीमारियों का शिकार भी बना सकती हैं। अगर आप कोलेस्ट्रॉल या हार्ट डिजीज (Cholesterol and Heart Disease) से जुड़े किसी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
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