हार्ट साइज (Size) हार्ट मसल थिकनेस (Muscle Thickness) हार्ट पंपिंग फंक्शन (Pumping Function) कुछ मामलों में इनसे डॉक्टर को यह भी जानने में मदद मिलती है कि एंलार्जड हार्ट (Enlarged Heart) का क्या कारण है? एंलार्जड हार्ट के बारे में अन्य चीजों को जानने में यह टेस्ट या तरीके भी काम आ सकते हैं:
मेडिकल हिस्ट्री (Medical History)
रोगी की मेडिकल हिस्ट्री जैसे सांस लेने में समस्या या कंजेस्टिव हार्ट फेलियर के लक्षण भी आपको एंलार्जड हार्ट (Enlarged Heart) के बारे में संकेत दे सकते हैं।
शारीरिक जांच (Physical Exam)
आपको इस समस्या के कारण सूजन हो सकती है। यही नहीं इस परेशानी के कारण एब्नार्मल आवाजें भी आ सकती हैं जिसे डॉक्टर अपने स्टेथोस्कोप से सुन सकते हैं।
डाइलेटेड कार्डियोमायोपैथी (Dilated Cardiomyopathy)
इस टेस्ट से चेस्ट एक्स-रे फिल्म में हार्ट के साइज का पता चल सकता है।
कार्डियक कैथेटेराइजेशन (Cardiac Catheterization)
इस टेस्ट से कोरोनरी आर्टरीज में ब्लॉकेज के बारे में पता चलता है। इससे हार्ट के साइज और पंपिंग फ़ंक्शन को भी जांचा जा सकता है।
ब्लड टेस्ट्स (Blood Tests)
ब्लड टेस्ट्स से ऐसी कई चीजों के बारे में जाना जा सकता है जो एंलार्जड हार्ट (Enlarged Heart) का कारण बनती हैं जैसे:
सीटी स्कैन और मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (Scans and Magnetic Resonance Imaging)
कुछ खास स्थितिओं में एंलार्जड हार्ट (Enlarged Heart) के निदान के लिए इन स्कैनिंग टेस्ट्स का प्रयोग किया जाता है।
बायोप्सी (Biopsy)
दुर्लभ मामलों में, डॉक्टर हार्ट के अंदर से छोटा सा टिश्यू सैंपल निकलते हैं ताकि इस समस्या के कारणों के बारे में जाना जा सके। इस समस्या का उपचार कैसे होता है, इसके बारे में जानना भी जरूरी है। जानिए उपचार के बारे में।
एंलार्जड हार्ट का उपचार कैसे किया जा सकता है? (Treatment of Enlarged Heart)
एंलार्जड हार्ट (Enlarged Heart) का उपचार इसके कारणों पर निर्भर करता है। इसके उपचार में दवाईयां, सर्जरी, थेरेपी और जीवनशैली में बदलाव सब कुछ शामिल है। जानिए इनके बारे में विस्तार से:
मेडिकेशंस (Medications)
अगर कार्डियोमायोपैथी या हार्ट कंडीशन का कोई और प्रकार एंलार्जड हार्ट (Enlarged Heart) का कारण है, तो डॉक्टर आपको दवाईयों की सलाह दे सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- डायूरेटिक्स (Diuretics) : इनका प्रयोग शरीर में पानी और सोडियम की मात्रा को कम करने के लिए किया जाता है, ताकि आर्टरीज और हार्ट में प्रेशर कम होने में मदद मिले।
- एंजियोटेंसिन- कंवर्टिंग एंजाइम (Angiotensin-Converting Enzyme) : यह इन्हिबिटर्स ब्लड प्रेशर को लो करने और हार्ट की पंपिंग क्षमता को सुधारने में प्रयोग होते हैं।
- एंजियोटेंसिन II रिसेप्टर ब्लॉकर्स (Angiotensin II Receptor Blockers) : इन दवाईयों उन लोगों को दिया जाता है, जिन्हें एंजियोटेंसिन- कंवर्टिंग एंजाइम नहीं दिए जा सकते।
- एंटीकौयगुलांट (Anticoagulants) : इनका प्रयोग ब्लड क्लॉट्स के रिस्क को कम करने के लिए किया जाता है, जिनके कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक हो सकता है।
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सर्जरी (Surgery)
जब दवाईयों से एंलार्जड हार्ट (Enlarged Heart) की समस्या में कोई फायदा नहीं होता, तो उस स्थिति में डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं। इसमें मेडिकल डिवाइस का प्रयोग कर के हार्टबीट को रेगुलेट किया जाता है। खास तरह की एनलर्जड हार्ट की स्थिति में पेसमेकर का प्रयोग किया जाता है। जिन लोगों को गंभीर एरिथमिया (Arrhythmias) की समस्या होती है, उन में ड्रग थेरेपी या इम्प्लांटेबल कार्डियोवैस्कुलर डीफिब्रिलेटर (Implantable Cardioverter-Defibrillator) का प्रयोग किया जाता है। इसके साथ ही अन्य तरह की सर्जरी का भी प्रयोग किया जा सकता है जैसे:
यह तो थी दवाईयां और सर्जरीज, लेकिन एंलार्जड हार्ट (Enlarged Heart) की स्थिति में आपको अपने लाइफस्टाइल में भी कुछ परिवर्तन लाने चाहिए ताकि रिकवर होने में आसानी हो। जानिए कौन से हैं यह तरीके:

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लाइफस्टाइल चैंजेस (Lifestyle Changes)
दिल की इस स्थिति को सुधारने के लिए कई तरीके हैं, हालांकि जीवनशैली में बदलाव से उपचार संभव नहीं है, लेकिन जल्दी ठीक होने और लक्षणों को सुधारने में ये तरीके लाभदायक साबित हो सकते हैं। ये तरीके इस प्रकार हैं:
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यह तो थी एंलार्जड हार्ट (Enlarged Heart) से जुड़ी जानकारी। एंलार्जड हार्ट (Enlarged Heart) की समस्या कई लोगों को अस्थायी कंडीशन्स के कारण होती है जैसे गर्भावस्था या कुछ अंडरलायिंग स्थितियां जैसे हाय ब्लड प्रेशर भी इसका कारण बन सकती हैं। अगर आप इस समस्या से बचना चाहते हैं तो हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और रिस्क फैक्टर्स से बचें। अधिकतर लोग सही उपचार और हेल्दी लाइफस्टाइल से इस स्थिति को अच्छे से मैनेज कर पाते हैं। इसलिए अगर आपको इस समस्या का कोई भी लक्षण नजर आता है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।