कार्डियोवर्जन अन्य प्रकार के एब्नॉर्मल हार्ट बीट्स का भी इलाज करता है, जिसमें एट्रियल स्पंदन, एट्रियल टैकीकार्डिया (Atrial tachycardia) और वेंट्रिकुलर टैकीकार्डिया (Ventricular tachycardia) शामिल हैं। कार्डियोवर्जन या डिफिब्रिलेशन (Defibrillation) का उपयोग आपातकालीन स्थितियों में उन लोगों के लिए भी किया जाता है जो सडन लाइफ थ्रेटनिंग एरिथमिया (Sudden life threatening arrhythmias) से पीड़ित होते हैं।
कार्डियोवर्जन के रिस्क क्या हैं? (Cardioversion risks)
यदि आपको एट्रियल फाइब्रिलेशन है, तो हार्ट के बाएं एट्रियम में ब्लड क्लॉट्स बन सकते हैं। कार्डियोवर्जन (Cardioversion) बाएं एट्रियम में ब्लड क्लॉट्स को ढीला कर सकता है। यदि क्लॉट (Embolus) आपके ब्रेन तक जाता है, तो यह स्ट्रोक का कारण बन सकता है। इससे बचने के लिए, आपका डॉक्टर आपको दवा दे सकता है (जैसे कि वार्फरिन) जिससे आपके ब्लड क्लॉटिंग की संभावना कम हो जाएगी। यदि डॉक्टर आपको दवा देता है, तो आपको प्रक्रिया से 2 से 3 सप्ताह पहले इसे लेना होगा। इस प्रक्रिया से पहले ब्लड क्लॉटिंग की उपस्थिति की जांच के लिए अक्सर ट्रांसेसोफेजियल इकोकार्डियोग्राफी (Transesophageal echocardiography) का उपयोग किया जाता है।
यदि आपको इलेक्ट्रिकल कार्डियोवर्जन है (Electrical cardioversion) दिया जा रहा है, तो आपके चेस्ट या पीठ की स्किन जहां पैडल लगाए जाते हैं, इर्रिटेट हो सकती है। आपकी स्किन को बेहतर महसूस कराने के लिए डॉक्टर आपको क्रीम के बारे में बता सकता है। कार्डियोवर्जन (Cardioversion) हमेशा नॉर्मल रिदम वापस नहीं लाते हैं। यदि सामान्य रिदम वापस नहीं आती है, तो आपको दवाओं, पेसमेकर या इम्प्लांटेबल कार्डियोवर्टर डिफाइब्रिलेटर (ICD) की आवश्यकता हो सकती है।
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आप कैसे तैयारी करते हैं?
कार्डियोवर्जन प्रक्रियाएं आमतौर पर पहले से निर्धारित की जाती हैं। हालांकि, यदि लक्षण गंभीर हैं, तो आपको इमरजेंसी सेटिंग में कार्डियोवर्जन की आवश्यकता हो सकती है। आप आमतौर पर अपनी प्रक्रिया से लगभग आठ घंटे पहले कुछ भी नहीं खा या पी सकते हैं। डॉक्टर आपको बताएगा कि आपकी प्रक्रिया से पहले आपकी कोई भी नियमित दवा लेनी है या नहीं। यदि आप अपनी प्रक्रिया से पहले दवाएं लेते हैं, तो अपनी टैबलेट्स को निगलने के लिए केवल पर्याप्त पानी पिएं।
कार्डियोवर्जन से पहले, आपके दिल में ब्लड क्लॉटिंग की जांच के लिए एक ट्रांसेसोफेजियल इकोकार्डियोग्राम (Transesophageal echocardiogram) नामक एक प्रक्रिया हो सकती है। कार्डियोवर्जन द्वारा रक्त के थक्के टूट सकते हैं, जिससे लाइफ थ्रेटनिंग कॉम्प्लिकेशन्स हो सकते हैं। डॉक्टर तय करेगा कि कार्डियोवर्जन से पहले आपको ट्रांससोफेजियल इकोकार्डियोग्राम की आवश्यकता है या नहीं।