मल्टिपल स्क्लेरोसिस के शुरुआती लक्षणों में बाजू में नंबनेस या टिंगलिंग आदि शामिल है। मल्टिपल स्क्लेरोसिस उस डिसऑर्डर को कहा जाता है जिससे ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड प्रभावित हो सकती है। अगर इस समस्या के कारण नर्व डैमेज हो जाती है, तो बाजू में फीलिंग की कमी हो सकती है। इस समस्या के लक्षणों में बैलेंस और कोऑर्डिनेशन प्रॉब्लम, थकावट, चक्कर आना आदि शामिल है।
लायम डिजीज (Lyme disease)
लायम डिजीज एक बैक्टीरियल डिजीज है, जो आमतौर पर टिक बाइट्स के कारण होती है। इसके कारण भी शरीर के कई भागों में नंबनेस हो सकती है, जिसमें लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) शामिल है। इस रोग में रैशेज, सिरदर्द, शरीर में दर्द, स्टिफ नैक, बुखार आदि लक्षण भी नजर आ सकते हैं।
लेड पॉयजनिंग (Lead poisoning)
लेड पॉयजनिंग की समस्या तब होती है, जब कोई व्यक्ति अधिक मात्रा में लेड यानी सीसा को निगल जाता है या किसी व्यक्ति के शरीर में सांस के माध्यम से अधिक लेड प्रवेश कर जाता है। लेड एक जहरीली मेटल है। लेड पेंट्स ,पानी और अन्य घरेलू आइटम्स में पाया जाता है खासतौर पर पुरानी चीजों में। वयस्कों में अधिक लेड पॉयजनिंग से उनकी आर्म या टांग में सुन्नता हो सकती है। इसके अन्य लक्षणों में मेटालिक टेस्ट, क्रैम्प्स, वोमिटिंग, व्यवहार में बदलाव, सिरदर्द, थकावट, मसल वीकनेस और वजन का कम होना आदि शामिल है। यह तो थे इस परेशानी के कुछ कारण, अब जानते हैं कि लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) का उपचार कैसे संभव है?
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लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) का ट्रीटमेंट कैसे होता है?
लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) का उपचार इसके कारणों पर निर्भर करता है। अगर आपको इसका कोई अन्य लक्षण नजर नहीं आता है, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- अगर आपको बाजू में नंबनेस की समस्या सुबह हो, तो अपनी स्लीपिंग पोजीशन को एडजस्ट करें। सही पिलो से आपको इससे आराम मिल सकती है।
- अगर यह नंबनेस दिन में हो तो सिंपल मूवमेंट्स या एक्सरसाइजेज से सर्कुलेशन को सुधारा जा सकता है।.
- कंधे, कलाई या फिंगर की रेपेटिटिव मूवमेंट्स को करने से बचें।
- लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) को दूर करने के लिए कोल्ड या हीट पैक का इस्तेमाल करें, उस एरिया की मालिश करें और स्ट्रेचिंग करें।
अगर इस लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) से आपका काम और डेली एक्टिविटीज प्रभावित हो रही हों, तो डॉक्टर से बात करें। इसका खास उपचार उसके कारणों पर निर्भर करता है। ऐसे में अंडरलायिंग कंडिशंस के उपचार से लक्षणों से छुटकारा पाया जा सकता है। अब जानिए कि लेफ्ट आर्म नंबनेस में किन कंडिशंस में तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए?
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किन कंडिशंस में लें डॉक्टर की सलाह?
अगर आपको लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) के साथ ही अन्य लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। यह लक्षण इस प्रकार हैं:
- कन्फ्यूजन, चक्कर आना और कोऑर्डिनेशन में समस्या
- डिस्कलर्ड स्किन
- सिरदर्द
- जी मिचलाना या उल्टी आना
- छाती, पीठ, गर्दन, चेहरे या कंधे में दर्द
- कंधे, आर्म, हाथ या चेहरा में पैरालिसिस
- चलने में समस्या
- बैलेंस और कोऑर्डिनेशन में समस्या
- स्पीच में समस्या
- शरीर में सूजन खासतौर पर हाथों या पैरों में
- सांस लेने या निगलने में समस्या होना
- बोलने और किसी अन्य व्यक्ति को समझने में परेशानी होना
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यह तो थी लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) के बारे में जानकारी। कई चीजें इस परेशानी का कारण हो सकती हैं, जिनमें कुछ सामान्य हैं, तो कुछ गंभीर। अगर इसके कारण आपको अधिक परेशानी हो रही हो या यह ठीक न हो रही हो, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। ताकि, डॉक्टर इसके सही कारण को जान कर उपचार कर सकें। अगर इसके बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो डॉक्टर से अवश्य जानें।