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अन्य हार्ट हेल्दी हेबिट प्रोमोट होती हैं (Promote heart healthy habits)
हार्ट के लिए फिजिकल एक्टिविटी की इम्पोर्टेंस (Physical activity for heart) में यह जानकारी भी आवश्यक है कि इससे संपूर्ण हेल्थ सही रहती है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart Association) के अनुसार नियमित फिजिकल एक्टीविज करने से आपका वजन सही रहता है, स्ट्रेस कम होती है और मूड सुधरता है। यानी, आपको सम्पूर्ण रूप से हेल्दी रहने में मदद मिलती है।
हार्ट एरिथमिया का कम हो रिस्क (Low risk of Heart arrhythmia)
नियमित व्यायाम और फिजिकल एक्टिविटीज करने से हार्ट एरिथमिया का रिस्क कम होता है जैसे एट्रियल फाइब्रिलेशन (Atrial fibrillation), जो एक सामान्य हार्ट रिदम प्रॉब्लम है। एट्रियल फाइब्रिलेशन (Atrial fibrillation) के कारण ब्लड क्लॉट की वजह से स्ट्रोक की संभावना पांच गुना बढ़ती है। हालांकि, रिसर्च यह बताती हैं कि सही डायट और फिजिकल एक्टिविटीज से वजन कम होता है। जिससे एट्रियल फाइब्रिलेशन और अन्य गंभीर समस्याओं का जोखिम कम हो जाता है।
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यह तो थी जानकारी हार्ट के लिए फिजिकल एक्टिविटी की इम्पोर्टेंस (Physical activity for heart) के बारे में। नए एक्सरसाइज प्लान को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य बात करें। डॉक्टर न केवल एक ऐसा प्लान बनाने में आपकी मदद कर सकते हैं, जिससे कार्डियोवैस्कुलर व्यायाम के लिए क्षमता सुरक्षित रूप से बढ़ती है। बल्कि, आप अपने ब्लड प्रेशर, रेस्टिंग हार्ट रेट, कोलेस्ट्रॉल की बेसलाइन को भी निर्धारित कर सकते हैं। ताकि, आप अपने गोल में कितना सफल हुए हैं इस बारे में जान पाएं। अब जानते हैं कि कौन सी फिजिकल एक्टिविटी आपके लिए बेहतर है।
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कौन सी फिजिकल एक्टिविटी आपके लिए बेहतर है?
आपके लिए किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी अच्छी है, अगर इससे आपकी मसल्स सामान्य से अधिक काम करती हैं। हार्ट भी एक मसल है और आपके शरीर की अन्य मसल्स की तरह ही फिजिकल एक्टिविटी से इसे भी लाभ होता है। फिजिकल एक्टिविटीज जिनमें बाजुओं और टांगों की लगातार मूवमेंट होता है, उसे एरोबिक एक्सरसाइज कहा जाता है। इसे हार्ट के लिए बेहतरीन माना जाता है। एरोबिक एक्सरसाइज को कार्डियो एक्सरसाइज के नाम से भी जाना जाता है। इसके उदाहरणों में वाकिंग, रनिंग, स्विमिंग, हाईकिंग, डांसिंग आदि शामिल है। नियमित एरोबिक एक्सरसाइज से हार्ट पूरे शरीर में बेहतरीन तरीके से पंप कर पाता है।
क्रॉनिक कंडिशंस या डिसएबेलिटी वाले लोगों को अपनी क्षमता के अनुसार नियमित फिजिकल एक्टिविटी करनी चाहिए और इंएक्टिविटी से बचना चाहिए। सभी को कुछ समय फिजिकल एक्टिविटीज के लिए अवश्य निकालना चाहिए। अन्य मसल्स के लिए भी नियमित व्यायाम जरूरी है। स्ट्रेचिंग और स्ट्रेंथनिंग एक्टीविट्ज से मसल्स को अच्छे से काम करने में मदद मिलती है। उम्र के साथ हमारी मसल्स स्ट्रेंथ और फ्लेक्सिबिलिटी लूज कर देती हैं। ऐसे में, हमें सामान्य काम करने में समस्या आ सकती है जैसे कोई जार खोलना, बैग उठाना, कुर्सी से उठना, शू लेसेस को बांधना आदि। स्ट्रेंथ एक्सरसाइज से आपको मेटाबॉलिज को बूस्ट करने में मदद मिलती है ताकि आप एरोबिक एक्टिविटीज के अधिक लाभ पा सकें और तेजी से वजन कम हो सके।
उम्मीद है कि हार्ट के लिए हार्ट के लिए फिजिकल एक्टिविटी (Physical activity for heart) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। हालांकि, फिजिकल एक्टीविज को शुरू करने से पहले हेल्दी एडल्ट्स को डॉक्टर की सलाह की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन, अगर आपको कोई गंभीर समस्या है, तो अपने लिए सही फिजिकल एक्टिविटी प्रोग्राम के बारे में जानने के लिए डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। अगर आपके मन में इस बारे में कोई भी सवाल है तो अपने डॉक्टर से उस बारे में भी पूछें।
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