2. शारीरिक रूप से एक्टिव रहें (Be Physically active):
हार्ट अटैक के बाद सावधानी (Tips to follow after Heart Attack) रखना चाहते हैं, तो शरीर को फिजिकली एक्टिव रखें। बॉडी को फिजिकली एक्टिव रखने के लिए हल्के-फुल्के काम करें।
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3. एक्सरसाइज करें (Do workout):
हार्ट पेशेंट अक्सर इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि हार्ट अटैक के बाद एक्सरसाइज करें या ना करें! नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार हार्ट पेशेंट्स को स्विमिंग (Swimming) या वॉकिंग (Walking) जैसे एक्सरसाइज को अपने दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। हालांकि हार्ट पेशेंट को किसी भी तरह के एक्सरसाइज या योगासन को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेना चाहिए।
4. ब्लड प्रेशर रखें कंट्रोल (Control Blood pressure):
बढ़ता ब्लड प्रेशर स्ट्रोक का मुख्य कारण माना गया है। स्ट्रोक (Stroke) की रिकवरी सबसे मुश्किल है और इसका जीवन में अत्यधिक बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखें।
5. ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level):
डाइबिटीज (Diabetes) की समस्या हार्ट अटैक (Heart attack) की आशंका को बढ़ा देती है। दरअसल जब शरीर में इंसुलिन से जुड़ी परेशानी शुरू होती है, तो शरीर में शुगर का स्तर अनियंत्रित हो जाता है और इससे हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए हार्ट अटैक के बाद सावधानी (Tips to follow after Heart Attack) रखना चाहते हैं, तो ब्लड शुगर लेवल बैलेंस में रखें।
6. स्मोकिंग ना करें (Avoid smoking):
स्मोकिंग हार्ट प्रॉब्लेम के साथ-साथ कैंसर का मुख्य कारण है। अगर आपको हार्ट अटैक हुआ है, तो ऐसी स्थिति में स्मोकिंग नहीं करना चाहिए एवं थर्ड हैंड स्मोकिंग से भी बचना चाहिए। वहीँ अगर आपको कोई भी हेल्थ कंडिशन (Health Condition) नहीं है, तो भी स्मोकिंग से दूरी बनायें रखें।
हार्ट अटैक के बाद सावधानी बरतने के लिए रखें इन ऊपर बताये छे बातों का ध्यान, लेकिन अगर आपको शारीरिक परेशानी महसूस होती है तो ऐसी स्थिति में एक्सपर्ट से सलाह लेना जरूरी है।
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डॉक्टर से कब करें कंसल्टेशन? (Consult Doctor if-)
निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। जैसे:
- सीने के आसपास डिस्कम्फर्ट महसूस होना।
- हाथ, पीठ, गर्दन, जबड़े या फिर पेट दर्द महसूस होना।
- शरीर के एक हिस्से में परेशानी महसूस होना।
- बिना कारण अत्यधिक पसीना आना।
ऐसी स्थिति होने पर डॉक्टर से जल्द से जल्द कंसल्ट करें और महसूस की जाने वाली परेशानी बतायें।
अगर आप हार्ट अटैक (Heart Attack) या हार्ट अटैक के बाद सावधानी (Tips to follow after Heart Attack) से जुड़े सवालों का जवाब तलाश कर रहें थें, तो उम्मीद करते हैं कि ये जानकारी आपके लिए लाभकारी होगी। वैसे अगर आप या आपके कोई भी करीबी कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (Cardiovascular diseases) से पीड़ित हैं, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से कंसल्टेशन अत्यधिक जरूरी है। क्योंकि ये बीमारियां गंभीर बीमारियों की लिस्ट में शामिल है। अगर इनका समय पर इलाज ना करवाया जाए तो पेशेंट की स्थिति गंभीर हो सकती है। डॉक्टर के संपर्क में रहने से पेशेंट की हेल्थ कंडिशन (Health Condition) और बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखकर इलाज किया जाता है।
स्वस्थ रहने के लिए अपने डेली रूटीन में एक्सरसाइज या योगासन को शामिल करना चाहिए। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर योगासन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों को समझें।