backup og meta

राइट हार्ट फेलियर : हार्ट फेलियर के इस प्रकार के बारे में यह सब जानना है जरूरी!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Toshini Rathod द्वारा लिखित · अपडेटेड 03/12/2021

    राइट हार्ट फेलियर : हार्ट फेलियर के इस प्रकार के बारे में यह सब जानना है जरूरी!

    हमारा हार्ट शरीर में ब्लड को पंप करने का काम करता है। अगर हमारा हार्ट मजबूत है तो यह अपना काम आराम से कर पाता है। लेकिन, अगर किसी को हार्ट फेलियर की समस्या हो, तो उसके हार्ट की मसल्स धीरे-धीरे कमजोर होती रहती है। जब दिल अधिक कमजोर हो जाता है तो यह शरीर की जरूरत के अनुसार ब्लड पंप करने में असफल रहता है। शायद आप ना जानते हों कि राइट हार्ट फेलियर और लेफ्ट हार्ट फेलियर भी होता है। हार्ट फेलियर एक बहुत ही सामान्य समस्या बनती जा रही है। खासतौर पर साठ से अधिक की उम्र के लोगों में राइट और लेफ्ट दोनों हार्ट फेलियर होने की संभावना बढ़ जाती है। आज हम बात करने वाले हैं, राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) के बारे में। जानिए इसके बारे में विस्तार से।

    राइट और लेफ्ट हार्ट फेलियर क्या हैं? (Right and Left Heart Failure)

    जब हमारा हार्ट सामान्य तरीके से काम करता है। तो यह लंग्स और शरीर के अन्य भागों तक ऑक्सीजन रिच ब्लड पंप करता है। हार्ट का लेफ्ट वेंट्रिकल (Left ventricle) या लेफ्ट चैम्बर (Left chamber) हार्ट को अधिकतर पम्पिंग पावर प्रदान करता है। इसलिए, लेफ्ट हार्ट फेलियर होने पर आपका हार्ट शरीर तक पर्याप्त ब्लड को पंप नहीं कर पाता है। राइट वेंट्रिकल (Right ventricle), या राइट चैम्बर (Right chamber), हार्ट से प्रयोग किये खून को फेफड़ों में वापस ऑक्सीजन के साथ रिसप्लाई करने के लिए ले जाते हैं। जब राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) की समस्या होती है, तो राइट चैम्बर अपनी पंप करने की क्षमता को खो देता है। इसका अर्थ है कि हार्ट पर्याप्त ब्लड को फिल (Fill) नहीं कर पाता और ब्लड वेन्स में वापस चला जाता है।

    अगर किसी व्यक्ति के साथ ऐसा होता है तो उसकी टांगों, एड़ियों और पेट में अक्सर सूजन हो जाती है। अब जानिए राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) किसे कहा जाता है?

    और पढ़ें :  Mitral valve prolapse: माइट्रल वाल्व प्रोलैप्स क्या है?

    राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) किसे कहा जाता है?

    अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart association) के अनुसार हार्ट के पम्पिंग करने के कार्य में प्रयोग हुए ब्लड का प्रयोग होता है। जो राइट एट्रियम से राइट वेंट्रिकल से हार्ट में वापस आता है। इसके बाद राइट वेंट्रिकल खून को हार्ट से लंग्स तक वापस ले कर जाता है ताकि इसे ऑक्सीजन से फिर से भरा जा सके। हार्ट फेलियर के बारे में सुनकर ऐसा लगता है जैसे इस स्थिति में हार्ट पंप करना बंद कर देता है। लेकिन, ऐसा नहीं होता है। हार्ट फेलियर का असल में अर्थ है कि इस समस्या के कारण प्रभावित व्यक्ति की हार्ट मसल्स कमजोर हो जाती है और शरीर के सभी भागों तक पर्याप्त ब्लड फ्लो नहीं होता पाता। इस स्थिति में दिल अभी भी पंप करता है, लेकिन यह उतनी कुशलता से और प्रभावी ढंग से काम करने में सक्षम नहीं हो पाता जितना उसे होना चाहिए।

    इसके परिणामस्वरूप शरीर को ऑक्सिजनेटेड ब्लड नहीं मिल पाता है। ऐसा होने पर हमारे शरीर में कई समस्याएं और हमारे शरीर के अन्य ऑर्गन्स को प्रभावित करने वाली कई जटिलताएं विकसित हो सकती हैं। अब जानते हैं इसके कारणों के बारे में

    और पढ़ें :  रयुमाटिक एंडोकार्डाइटिस : पाएं इस हार्ट कंडीशन के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से !

    राइट हार्ट फेलियर के कारण (Causes of Right Heart Failure)

    ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से हार्ट कमजोर हो जाता है और हार्ट फेलियर का कारण बनता है। कई ऐसी स्थितियां हैं जो हार्ट को डैमेज कर सकती हैं जैसे हार्ट अटैक (Heart attack), या वो स्थितियां जो हार्ट को अधिक सख्त बना सकती हैं जैसे वॉल्व डिजीज (Valve Disease)। इसके कुछ अन्य कारण इस प्रकार हैं :

  • राइट हार्ट फेलियर का कारण लंग डिजीज (Lung Disease) और पल्मोनरी हायपरटेंशन (Pulmonary Hypertension) हो सकती हैं।
  • राइट हार्ट फेलियर की समस्या डैमेज्ड हार्ट वॉल्व के कारण हो सकती है। वॉल्व ब्लड को हार्ट से सही दिशा में प्रवाहित करते रहते हैं। लेकिन अगर यह किसी इंफेक्शन, हार्ट डिफेक्ट या अन्य कारणों से डैमेज हो जाते हैं। तो हार्ट को ब्लड पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। जिससे हार्ट कमजोर हो जाते हैं।
  • जन्मजात हृदय दोष (Congenital heart defects) भी इसका कारण हो सकते हैं। कई बच्चों को जन्म के समय ही यह समस्या होती है।
  • यह समस्या लिकी और डैमेज्ड राइट साइड वॉल्व के कारण भी हो सकती है जैसे लिकी ट्रायकसपिड वॉल्व (Leaky tricuspid valve)। जानिए क्या हैं इसके रिस्क फैक्टर्स?
  • और पढ़ें :  हार्ट वॉल्व डिजीज के लिए बेहद उपयोगी हैं डाइयुरेटिक्स, हार्ट अटैक का खतरा कर सकती हैं कम!

    राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) के रिस्क फैक्टर्स इस प्रकार हैं :

    • उम्र (Age) के बढ़ने पर हार्ट समय के साथ कमजोर हो जाता है और राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) का कारण बनता है।
    • हार्ट फेलियर और अन्य हार्ट कंडीशंस की फैमिली हिस्ट्री (Family History)
    • एल्कोहॉल या ड्रग मिसयूज (Alcohol or drug Misuse)
    •  स्मोकिंग या अनबैलंस्ड डायट (Smoking or Unbalanced Diet)
    • मेडिकल कंडीशंस जिसमें कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (Cardiovascular Disease), हायपरटेंशन (Hypertension), मोटापा (Obesity), स्लीप एप्निया (Sleep Apnea), और कैंसर (Cancer) आदि शामिल है। अब जानिए राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) के लक्षणों के बारे में।

    और पढ़ें : अओर्टिक वॉल्व इंसफिशिएंसी (Aortic valve insufficiency) : जानिए इस कंडिशन के बारे में सबकुछ

    राइट हार्ट फेलियर के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Right Heart Failure)

    राइट साइड हार्ट फेलियर के लक्षणों में फ्लूइड रिटेंशन (Fluid retention) के कारण लोयर लिम्ब्स और कई बार पेट में सूजन होना सामान्य है। हालांकि, इसके कारण कई अन्य लक्षण भी नजर आ सकते हैं, जैसे : वेन्स में खून के वापस आने के कारण पैरों, टांगों और एड़ियों में होने वाली सूजन जिसे एडिमा कहा जाता है। एडिमा राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) का एक लक्षण हो सकती है। राइट हार्ट फेलियर के कारण आपको अधिक बार बाथरूम भी जाना पड़ सकता है खासतौर पर रात को। यह भी इस समस्या का संकेत हो सकता है। राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) फ्लूइड बिल्डअप का कारण भी बन सकता है। जैसे-जैसे रोगी की स्थिति बदतर होती जाती है।  वो इन लक्षणों को भी महसूस कर सकते हैं, जैसे:

    ऐसे में रोगी के लिए इन लक्षणों को पहचानना और सही उपचार कराना बेहद जरूरी है।  जानिए अब राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) के निदान और उपचार के बारे में।

    और पढ़ें : जान लीजिए इस गंभीर हार्ट इंफेक्शन के कारण, ताकि समय रहते कर सकें बचाव

    राइट हार्ट फेलियर का निदान? (Diagnosis of Right Heart Failure)

    राइट हार्ट फेलियर के निदान के लिए सबसे पहले रोगी से लक्षणों के बारे में पूछा जाता है। इसके बाद रिस्क फैक्टर्स की जांच की जाती है जैसे हाय ब्लड प्रेशर, कोरोनरी आर्टरी डिजीज और डायबिटीज आदि। इसके साथ ही इस समस्या के निदान के लिए कई अन्य टेस्ट भी कराए जा सकते हैं, जैसे:

    राइट हार्ट फेलियर का उपचार कैसे हो सकता है? (Treatment of Right Heart Failure)

    राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure)  का सही उपचार इसके कारण बनने वाली अंडरलायिंग कंडीशंस पर निर्भर करता है। इस समस्या के उपचारों में एक या एक से अधिक दवाइयां का प्रयोग, लाइफस्टाइल में बदलाव और पॉसिब्ली इम्प्लांटेड डिवाइस (जिनसे हार्ट को पंप करने की क्षमता को सपोर्ट मिलती है) आदि शामिल हैं। जानिए राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure)  के उपचार के विकल्पों के बारे में विस्तार से:

    दवाइयां (Medications)

    राइट साइड हार्ट के उपचार के लिए डॉक्टर मरीज को इन दवाइयों को लेने की सलाह दे सकते हैं:

    • डाइयुरेटिक्स (Diuretics) : डाइयुरेटिक्स शरीर से अतिरिक्त फ्लूइड और सोडियम को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इस दवा के साथ फ्लूइड मैनेजमेंट करने से राइट वेंट्रिकल्स की हर हार्टबीट के लिए सही खून की मात्रा को फिल करने की क्षमता को मेंटेन रखा जा सकता है। खास तरह की डाइयुरेटिक्स को पोटैशियम-स्पेयरिंग डाइयुरेटिक्स (Potassium-Sparing Diuretic) कहा जाता है। इनसे फ्लूइड रिडक्शन के कारण पोटेशियम के नुकसान को कम किया जा सकता है।
    • वेसोडायलेटर्स (Vasodilators) : यह दवाइयां ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करने के काम करती हैं। ताकि हार्ट को अधिक काम न करना पड़े। यह दवाइयां उन केमिकल्स को भी बाधित करती हैं, जो दिल को कमजोर कर सकती है। एंजियोटेंसिन रिसेप्टर ब्लॉकर्स (Angiotensin receptor blockers) और एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग एंजाइम (Angiotensin converting enzyme) दो ऐसे वेसोडायलेटर्स हैं। जिनकी सलाह डॉक्टर देते हैं।
    • बीटा ब्लॉकर्स (Beta Blockers) : बीटा ब्लॉकर्स हार्ट रेट को स्लो करने और हार्ट मसल्स के कार्य को कम करने में मदद करती हैं।
    • डिजोक्सिन (Digoxin) : डिजोक्सिन वो दवा है जो हार्ट की पम्पिंग एबिलिटी को मजबूत करने में मदद करती है। इनका प्रयोग हार्ट फेलियर के गंभीर मामलों में किया जाता है।
    • पल्मोनरी वेसोडायलेटर्स (Pulmonary Vasodilators) : पल्मोनरी हायपरटेंशन राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) का कारण बन सकती है। इन मामलों में ब्लड वेसल्स को आराम पहुंचने के लिए इन दवाइयों का प्रयोग किया जा सकता है। दवाइयों के साथ ही मरीज के लिए अपनी जीवनशैली में बदलाव करना भी जरूरी है। यह बदलाव इस प्रकार हैं:

    और पढ़ें : नमक की ज्यादा मात्रा कैसे बढ़ा देती है हार्ट इंफेक्शन से जूझ रहे पेशेंट की मुसीबत?

    लाइफस्टाइल में बदलाव (Lifestyle changes)

    अगर आप चाहते हैं कि आपका हार्ट अच्छे से काम करे और राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) की समस्या से बचा जा सके तो आपको अपने जीवन में कुछ बदलाव करने चाहिए। यह बदलाव आपको संपूर्ण रूप से स्वस्थ रहने में भी मदद करेंगे। जीवनशैली में यह बदलाव इस प्रकार हैं:

    डिवाइस इम्प्लांटेशन (Device Implantation)

    दवाइयों और जीवनशैली में बदलाव के अलावा कुछ और तरीके भी हैं जिन्हें राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) की स्थिति में अपनाया जा सकता है। यह तरीके इस प्रकार हैं।

    राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) के गंभीर मामले में रोगी के हेल्दी हार्ट फंक्शन को सपोर्ट करने के लिए डिवाइस इम्प्लांटेशन की जरूरत भी हो सकती है, जैसे:

    • मैकेनिकल हार्ट पंप (Mechanical Heart Pump) एक वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस या टोटल आर्टिफिशियल हार्ट का रूप ले सकता है। जिससे हृदय की पंपिंग पावर के नुकसान की भरपाई हो सके।
    • कुछ मामलों में सर्जरी की जरूरत भी हो सकती है ताकि उन जन्मजात हृदय दोषों (Congenital Heart Defect) को सुधारा जा सके, जो हार्ट फेलियर का कारण बन सकते हैं।
    • अधिक गंभीर मामलों में हार्ट ट्रांसप्लांट की भी जरूरत हो सकती है। रोगी की स्थिति के अनुसार डॉक्टर सही उपचार को चुन सकते हैं।

    और पढ़ें : बैक्टीरियल एंडोकार्डाइटिस (Bacterial endocarditis): हार्ट में होने वाला ये इंफेक्शन हो सकता है जानलेवा

    Quiz : कितना जानते हैं अपने दिल के बारे में? क्विज खेलें और जानें

    राइट हार्ट फेलियर (Right Heart Failure) एक लाइफलॉन्ग कंडीशन है, जिसका इलाज संभव नहीं है। लेकिन, इससे पीड़ित लोग लक्षणों को मैनेज कर सकते हैं और जीवन की गुणवत्ता को मेंटेन रख सकते हैं। इसके लिए आपको न केवल सही उपचार, जीवनशैली में बदलाव की जरूरत है बल्कि नियमित जांच भी आपके लिए आवश्यक है। इससे आप हार्ट को अधिक नुकसान से भी बचा सकते हैं और इसके साथ ही आपको एक सामान्य व हेल्दी लाइफ जीने में भी आसानी होगी। इस स्थिति को लेकर अगर आपके मन में कोई भी संदेह या चिंता है तो अपने डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

    डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


    Toshini Rathod द्वारा लिखित · अपडेटेड 03/12/2021

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement