प्रसव पीड़ा को कम करने के उपाय में सबसे जरूरी है कॉन्ट्रैक्शन के बीच मूवमेंट
इस बात को डॉक्टर्स भी मानते हैं कि प्रसव के दौरान संकुचन के बीच बॉडी मूवमेंट करते रहना चाहिए। यह प्रसव के समय को घटाता है। इससे प्रसव के दर्द में कमी आती है। आप अपने पति या मां, सास या किसी अन्य भरोसेमंद महिला रिश्तेदार को अपने साथ चलने के लिए कह सकती हैं, ताकि आप संकुचन के दौरान उनका सहारा ले सकें। कॉन्ट्रैक्शन के दौरान चहलकदमी करने से मदद मिलेगी। इस उपाय को आसानी से अपनाया जा सकता है।
प्रसव पीड़ा को कम करने के उपाय में ब्रीदिंग एक्सरसाइज है जरूरी
प्रसव के दौरान तेजी से सांस लेने के बजाए धीरे-धीरे और लयबद्ध सांस लेने की कोशिश करें। इससे आपके ऊर्जा की बचत होगी। इससे आपको प्रसव के दर्द से निपटने में आसानी होगी। लेबर के दौरान ब्रीदिंग एक्सरसाइज से एक फायदा यह भी है कि शिशु को पर्याप्त ऑक्सिजन की आपूर्ति होती रहती है। प्रसव पीड़ा को कम करने के उपाय में यह उपाय बेहद आसान है। इसे कोई भी गर्भवती महिला आसानी से अपना सकती है।
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प्रसव पीड़ा को कम करने के उपाय में मालिश/मसाज है सबसे लाभदायक
प्रसव के दौरान मालिश करवाना गर्भवती महिला को आराम दे सकता है। क्योंकि इससे शरीर में ‘गुड फील’ वाले हॉर्मोन पैदा होते हैं। ये हॉर्मोन प्रसव के दौरान महिला रिलैक्स फील कराने में मदद करते हैं। हल्की मसाज से आराम के साथ-साथ प्रसव के दर्द से राहत मिलती है। प्रसव पीड़ा कम करने के उपाय में इस उपाय को भी डॉक्टर की देखरेख में आसानी से अपनाया जा सकता है।
प्रसव पीड़ा को कम करने के उपाय में सबसे आसान उपाय आराम करें
इसमें कोई दो राय नहीं कि प्रसव के दौरान गर्भवती महिला के लिए आराम दूर का सूरज जैसा है, लेकिन थोड़ा सा रिलैक्स रहने से आप अपनी एनर्जी को बचा सकती हैं। इससे आप कॉन्ट्रैक्शन के समय मजबूत रहेगी और डिलिवरी में व्यवधान नहीं होगी। प्रसव पीड़ा कम करने के उपाय में यह उपाय तो कोई भी अपना सकता है।