जिस तरह से फ्रैक्चर और ब्रेक में अंतर होता है, ठीक वैसे ही इलाज भी अलग-अलग तरह से की जाती है। दरअसल बोन फ्रैक्चर या ब्रेक की स्थितियों को देखते हुए डॉक्टर इलाज शुरू कर सकते हैं। वैसे बोन फ्रैक्चर और ब्रेक के इलाज निम्नलिखित तरह से की जा सकती है। जैसे:
- कास्ट (Cast)
- स्पलिंट (Splint)
- स्लिंग (Sling)
या इनसभी का कॉम्बिनेशन कॉम्बिनेशन (Combination)
नोट: किसी भी फ्रैक्चर के इलाज में 3 से 6 महीने का समय ठीक होने में लग सकता है। इसलिए इस दौरान डॉक्टर की हर एक बातों को ध्यान से समझें और उन्हें फॉलो करें। इसके साथ यह भी ध्यान रखें कि फ्रैक्चर (Fracture) ठीक होने में 6 महीने या 1 साल से ज्यादा का भी वक्त लग सकता है। इसलिए पैनिक ना हों और अपना ख्याल रखें।
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फ्रैक्चर और ब्रेक में अंतर समझने के साथ ही दोनों ही स्थितियों में प्राथमिक उपचार (First aid) क्या करें?
बोन फ्रैक्चर होने पर या ब्रेक होने पर प्राथमिक उपचार (First aid) के तौर पर निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करें। जैसे:
स्टेप 1: सबसे पहले पेशेंट की ब्रीदिंग (Breathing) चेक करें। अगर ब्रीदिंग से जुड़ी समस्या है, तो व्यक्ति को कार्डियो पल्मोनरी- रेसूसिटेशन (CPR) दी जा सकती है। इस दौरान CPR देने के साथ-साथ हॉस्पिटल के इमरजेंसी नंबर पर कॉन्टेक्ट भी करें।
स्टेप 2: पेशेंट को पेनिक होने ना दें
स्टेप 3: इंजरी (Injury) एरिया पर ध्यान दें।
स्टेप 4: कोशिश करें जल्द से जल्द मेडिकल हेल्प मिल सके।