जब मांसपेशियां सिकुड़ती हैं, तो वे कठोर हो जाती हैं और उनमें ऐंठन आ जाती है। इसे ही मसल स्पास्टिसिटी (Muscle Spasticity) कहा जाता है। स्पास्टिसिटी के कारण चलना, हिलना और यहां तक कि बात करना भी मुश्किल हो सकता है। यह बेहद असहज और दर्दनाक स्थिति है। स्पास्टिसिटी तब होती है जब नर्व इंपल्सेस (Nerve impulses) जो मसल्स मूवमेंट को कंट्रोल करते हैं उनमें बाधा उत्तपन्न होती है या वे डैमेज हो जाते हैं। कई प्रकार की कंडिशन मसल स्पास्टिसिटी का कारण बन सकती हैं। जिसमें स्पाइनल कोर्ड इंजरी (Spinal cord injury), ब्रेन इंजरी (Brain injury) और मल्टिपल स्क्लेरोसिस (Multiple sclerosis) शामिल हैं। दूसरी कंडिशन जो ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड को प्रभावित करती हैं वे भी स्पास्टिसिटी का कारण बन सकती हैं। मसल स्पास्टिसिटी की समस्या ज्यादातर पैरों में होती है, लेकिन इससे हाथ भी प्रभावित हो सकते हैं।