स्पास्टिसिटी का कारण सेंट्रल नर्वस सिस्टम के इम्बैलेंस सिंग्नल हैं जो मसल्स तक पहुंचते हैं। यह इम्बैलेंस सेरेब्रल पाल्सी (cerebral palsy), ट्रॉमेटिक ब्रेन इंजरी (traumatic brain injury), स्ट्रोक (Stroke), मल्टिपल स्क्लेरोसिस (multiple sclerosis) और स्पाइनल कॉर्ड इंजरी (spinal cord injury) के मरीजों में पाए जाते हैं।
मसल स्पास्टिसिटी का पता कैसे लगाया जाता है? (Muscle spasticity diagnosis)
डॉक्टर मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर स्पास्टिसिटी (Spasticity) के बारे में पता लगाते हैं। वे इसकी भी जांच करते हैं कि मरीज कौन सा मेडिकेशन ले रहा है और परिवार में किसी को न्यूरोलॉजिकल या मस्क्युलर डिसऑर्डर्स (Neurological or muscular disorders) रहा या नहीं। कई प्रकार के टेस्ट डायग्नोसिस में मदद कर सकते हैं। ये टेस्ट पैरों और हाथों के मूवमेंट्स, मस्क्युलर एक्टिविटी, पैसिव और एक्टिव रेंज मोशन, सेल्फ केयर एक्टिविटीज में मरीज की भूमिका आदि का मूल्यांकन करते हैं और इन टेस्ट के रिजल्ट के आधार पर डॉक्टर ट्रीटमेंट रिकमंड करते हैं। लगातार स्पास्टिसिटी की परेशानी होने पर डॉक्टर कंसल्ट जरूर करना चाहिए।
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मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
ट्रीटमेंट स्पास्टिसिटी की फ्रीक्वेंसी और इसके लेवल पर निर्भर करता है। डॉक्टर से संपर्क करें यदि आपके साथ निम्न स्थितियां हैं।
- अगर मसल स्पास्टिसिटी (Muscle spasticity) की परेशानी पहली बार हो रही है और इसके कारण पता नहीं है
- स्पास्टिसिटी गंभीर होती जा रही हे और ऐसा बार-बार हो रहा है
- जॉइंट फ्रोजन हो चुके हैं (Frozen joint)
- दर्द लगातार बढ़ रहा है, जिसके कारण असहजता का एहसास लगातार हो रहा है
- डेली टास्क को कंप्लीट करने में परेशानी का सामाना करना पड़ रहा हो
- स्किन का डैमेज होना और उस पर लालिमा होना
इन लक्षणों के आधार पर डॉक्टर उचित ट्रीटमेंट रिकमंड करेंगे।
मसल स्पास्टिसिटी ट्रीटमेंट (Muscle Spasticity Treatment)
कंफर्ट, मोबेलिटी और मूवमेंट में सुधार के लिए स्पास्टिसिटी का इलाज जरूरी है। थेरिपी के बिना स्पास्टिसिटी पेन, जोड़ों में हमेशा के लिए होने वाली विकृति, यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन (UTI), क्रोनिक कॉन्स्टिपेशन (Chronic constipation) आदि का कारण बन सकता है। ट्रीटमेंट का लक्ष्य मसल्स को रिलैक्स करना, दर्द मे आराम पहुंचाना, स्टिफनेस को कम करना, बच्चों में मसल्स ग्रोथ को बढ़ाना होता है। मसल स्पास्टिसिटी का ट्रीटमेंट निम्न प्रकार से किया जा सकता है।