दिल से जुड़ी कई तरह की बीमारियां होती हैं। कुछ बीमारियों का इलाज दवाओं से हो जाता है, तो कुछ केसेस में सर्जरी की जरूरत पड़ती है। इसलिए आज इस आर्टिकल में हम आपके साथ हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी (Heart Valve Surgery Recovery) से जुड़ी जानकारी शेयर करेंगे, लेकिन सबसे हार्ट वाल्व के बारे में समझने की कोशिश करते हैं।
हार्ट में चार अलग-अलग वाल्व होते हैं, जो हार्ट के अलग-अलग चैंबर में स्थित होते हैं। ये वाल्व हार्ट में ब्लड को सही दिशा में और सही समय पर फ्लो करने में अपनी खास भूमिका अदा करते हैं। मायो फॉउंडेशन फॉर मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (Mayo Foundation for Medical Education and Research) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार हार्ट वाल्व सर्जरी की जरूरत तब पड़ सकती है जब हार्ट ब्लड पंप करने में असमर्थ होने लगे। कभी-कभी जब हार्ट ब्लड पंप ठीक तरह से नहीं कर पाता है तो ऐसी स्थिति में कुछ केसेस में इसके लक्षण नजर नहीं आ पाते हैं। वहीं अगर पेशेंट को घबराहट या चेस्ट में भरपान महसूस होने पर इसकी जानकारी मिलती है।
हार्ट वाल्व से जुड़ी समस्यायों का निदान दवाओं एवं हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करने से दूर किया जा सकता, लेकिन कुछ केसेस में हार्ट वाल्व सर्जरी की जरूरत पड़ जाती है। ऐसी स्थिति में हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी (Heart Valve Surgery Recovery) यानी हार्ट वाल्व सर्जरी के बाद मरीज को ठीक होने में कितना वक्त लग सकता है एवं इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को समझेंगे।
हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी (Heart Valve Surgery Recovery) में कितना वक्त लग सकता है?
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart Association) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार शॉर्टर इनवेसिव सर्जरी के बाद चार से आठ हफ्तों यानी एक से दो महीने का वक्त लग सकता है। हालांकि कई बार हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी बीमारी की गंभीरता पर भी निर्भर करती है।
रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार हार्ट वाल्व सर्जरी के बाद ब्रेस्टबोन (Breastbone) को ठीक होने में छे से आठ सप्ताह का समय लग सकता है, लेकिन अगर आप सोच रहें हैं कि सर्जरी से पहले की तरह आप रह सकते हैं, तो इसमें कम से कम दो से तीन महीने का वक्त लग सकता है। हार्ट वाल्व सर्जरी (Heart Valve Surgery) के बाद पेशेंट को हॉस्पिटल से जल्द छुट्टी भी नहीं मिल सकती है।
हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी (Heart Valve Surgery Recovery): सर्जरी के बाद सबसे पहले क्या होता है?
हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी (Heart Valve Surgery Recovery) में वक्त तो लगता ही है, लेकिन सर्जरी के तुरंत बाद पेशेंट को इंटेंसिव केयर यूनिट (Intensive Care Unit [ICU]) में तकरीबन दो दिनों तक रखा जाता है।
हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी: सर्जरी के बाद आईसीयू में क्यों रखा जाता है?
हार्ट वाल्व सर्जरी के बाद पेशेंट को निम्नलिखित कारणों से रखा जाता है। जैसे:
हार्ट (Heart), लंग्स (Lungs) एवं बॉडी फंक्शन (Body function) को क्लोस्ली मॉनिटर करने के लिए।
सर्जरी की वजह से होने वाले दर्द (Pain) को कम काम करने के लिए पेनकिलर नर्स द्वारा समय-समय पर दी जाती है।
सर्जरी के बाद जब तक पेशेंट खुद से सांस नहीं ले पाते हैं तब तक के लिए गले से एक ट्यूब वेंटिलेटर (Ventilator) तक जोड़ी जाती है। ऐसा करने से पेशेंट की ब्रीदिंग प्रक्रिया (Breathing process) को आसान बनाया जाता है।
जब पेशेंट को वेंटिलेटर से हटा लिया जाता है, तब पेशेंट के मुंह एवं नाक पर एक तरह का मास्क लगाया जाता है, जिससे सांस लेने के लिए ऑक्सिजन (Oxygen) सप्लाई की जाती है। पेशेंट को दो दिनों तक आईसीयू (ICU) में रखने के बाद अगर पेशेंट की हेल्थ ठीक रहती है, तो पेशेंट को वार्ड में शिफ्ट किया जाता है।
हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी: आईसीयू के बाद मरीज को वार्ड में किया जाता है शिफ्ट!
मरीज को वार्ड में हार्ट वाल्व सर्जरी के बाद तभी शिफ्ट किया जाता है जब वह स्टेबल होते हैं। इसलिए इसे हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी (Heart Valve Surgery Recovery) के अंतर्गत ही समझना चाहिए। वार्ड में शिफ्ट करने के बाद निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाई जाती है। जैसे:
चेस्ट ड्रेन (Chest drains)- एक छोटी सी ट्यूब की सहायता से सीने में मौजूद फ्लूइड को निकाला जाता है।
पेसिंग वायर (Pacing wires)- हार्ट रेट को कंट्रोल करने के लिए या हार्ट रेट को मॉनिटर (Heart Rtae Monitor) करने के लिए चेस्ट के पास पेसिंग वायर लगाई जा सकती है।
कैथेटर (Catheter)-पेशेंट के ब्लैडर के पास एक कैथेटर लगाई जाती है, जिससे पेशेंट को यूरिन (Urine) पास करने में परेशानी महसूस ना हो।
इनसबके के साथ पेशेंट के ब्लड प्रेशर (Blood Pressure), ब्लड फ्लो (Blood Flow) एवं हार्ट रेट (Heart Rate) को हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा समय-समय पर मॉनिटर किया जाता है या इन सभी की जानकारी के लिए डिवाइस भी लगाई जा सकती है जिससे डिस्प्ले पर इन जानकरियों को किसी भी वक्त देखा जा सके या इनके बढ़ने या घटने की जानकारी समय-समय पर मिल जाती है।
वार्ड में शिफ्ट होने के बाद जब पेशेंट की हेल्थ कंडिशन (Health Condition) नॉर्मल हो जाती है, तो फिर डॉक्टर पेशेंट को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर देते हैं। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने में एक सप्ताह या इससे भी ज्यादा का वक्त लग सकता है।
हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी: पेशेंट को घर जाने के दौरान सर्जन की ओर से क्या एडवाइस दी जाती है?
हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी (Heart Valve Surgery Recovery) में वक्त लगता है। ऐसे में सर्जरी के बाद जब पेशेंट को अस्पताल से घर जाने की इजाजत मिल जाती है, तो डॉक्टर पेशेंट को कुछ महत्वपूर्ण एडवाइस देते हैं। जैसे:
बैठने के दौरान बॉडी को स्ट्रेट रखें और आरामदायक स्थिति में भी रखें (सीधे बैठें और बॉडी को ज्यादा आगे या पीछे झुकाकर ना बैठें)।
छे से आठ सप्ताह के बाद ही ऑफिस वर्क शुरू करें। इस दौरान ज्यादा प्रेशर ना लें, क्योंकि तकरीबन तीन महीने का वक्त लग सकता है पहले की तरह एक्टिव होने में।
छे सप्ताह के बाद आप ब्रिस्क वॉकिंग (Brisk walking) किया जा सकता है, लेकिन सर 12 से 15 मिनट के लिए।
हेवी वर्कआउट या कोई भी काम जिसमें फिजिकली ज्यादा मेहनत करने में तकलीफ हो उसे ना करें।
इन एडवाइस को फॉलो करने से हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी में मदद मिलती है।
अगर आप हार्ट वाल्व (Heart Valve) या हार्ट वाल्व सर्जरी रिकवरी (Heart Valve Surgery Recovery) से जुड़े किस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर आप किसी हेल्थ या हार्ट कंडिशन (Heart condition) के शिकार हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर इलाज कर सकते हैं।
स्वस्थ्य रहने के लिए अपने दिनचर्या में नियमित योगासन शामिल करें। योग की शुरुआत करने से पहले नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें और योग के फायदे (Benefits of yoga) और योग करने के लिए क्या है सही तरीका इसे समझें। ध्यान रखें गलत तरीके से योग करने से शारीरिक परेशानी बढ़ सकती है।
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