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अपने ट्रीटमेंट प्लान को फॉलो करें
आपका डॉक्टर आपके हार्ट रिदम को कंट्रोल करने और ब्लड क्लॉट्स को रोकने के लिए मेडिसिन या अन्य ट्रीटमेंट बताएंगे। अपनी मेडिसिन को प्रिस्क्रिब्शन के हिसाब से ही लें। अपने डॉक्टर से पूछे बिना डोज में बदलाव न करें या इसे लेना बंद न करें।
दवाएं और सप्लिमेंट्स
कुछ दवाओं, जैसे कि खांसी और सर्दी की दवाओं में स्टिमुलैंट्स होते हैं जो आपकी हार्ट बीट को फास्ट कर सकते हैं। आपके द्वारा ली जाने वाली अन्य मेडिसिन्स और सप्लीमेंट्स आपकी एट्रियल फाइब्रिलेशन दवाओं के साथ हार्मफुल इफ़ेक्ट डाल सकते हैं। कोई भी नई दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर और फार्मासिस्ट को बताएं – यहां तक कि वे भी जिन्हें आप बिना प्रिस्क्रिप्शन के दवा की दुकान से खरीदते हैं।
एट्रियल फाइब्रिलेशन के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
एट्रियल फाइब्रिलेशन के बारे में अक्सर कुछ सवाल लोगों के मन में आते हैं। इन सामान्य से प्रश्नों का जवाब यहां दिया गया है जो आपके लिए भी हेल्पफुल साबित हो सकते हैं।
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एट्रियल फाइब्रिलेशन (AFib) को रोकने (अपने रिस्क को कम करने) के लिए मैं क्या कर सकता हूं?
एट्रियल फाइब्रिलेशन की शुरुआत के लिए अपने रिस्क को कम करने के लिए, हृदय-स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखना हमेशा आपका सबसे अच्छा ऑप्शन होता है। यदि आपको एट्रियल फाइब्रिलेशन डायग्नोस किया गया है, तो मेडिसिन्स लें यदि वे आपके लिए निर्धारित की गई हैं, और अपनी स्थिति का उचित ट्रीटमेंट और मैनेजमेंट करना सीखें ताकि आप एट्रियल फाइब्रिलेशन के हार्मफुल रिजल्ट के रिस्क को कम कर सकें।
क्या कुछ डिजीज/कंडिशंस एट्रियल फाइब्रिलेशन में कॉन्ट्रिब्यूट कर सकती हैं?
कुछ अंडरलाइन कंडिशंस को ट्रीटमेंट की जरूरत हो सकती है क्योंकि ये एट्रियल फाइब्रिलेशन में कॉन्ट्रिब्यूट कर सकते हैं:
- हाय ब्लड प्रेशर (Hypertension)
- स्लीप एप्निया (Sleep apnea)
- थायराइड डिजीज (Hyperthyroidism)
- डायबिटीज
- क्रोनिक लंग डिजीज
- अन्य हार्ट कंडिशंस (हार्ट अटैक, हार्ट वाल्व डिजीज, या हार्ट फेलियर)
- फैमिली हिस्ट्री
- ओबेसिटी
स्ट्रोक को रोकने (रिस्क को कम करने) के लिए मैं क्या कर सकता हूं?
एट्रियल फाइब्रिलेशन रोगी में स्ट्रोक का रिस्क बिना हार्ट डिजीज वाले व्यक्ति की तुलना में 5 गुना अधिक होता है। स्ट्रोक की रोकथाम (रिस्क को कम करने) के लिए एट्रियल फाइब्रिलेशन का ट्रीटमेंट जरूरी है। अपने एडिशनल रिस्क फैक्टर्स को जानें जैसे हाय ब्लड प्रेशर हिस्ट्री, बढ़ती हुई उम्र, पिछला स्ट्रोक या ट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक (Transient ischemic attack), डायबिटीज, हार्ट डिजीज (Heart diseases), फैमिली हिस्ट्री, मोटापा (Obesity), धूम्रपान (Smoking) आदि।
अच्छी बात यह है कि 80 प्रतिशत तक स्ट्रोक (stroke) को रोका जा सकता है। आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल के ऑप्शन को चुन सकते हैं जो हृदय रोग और स्ट्रोक के रिस्क को कम कर सकते हैं। एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी बनाएं, हेल्दी लाइफ स्टाइल फॉलो करें और निर्देशानुसार अपनी मेडिकल कंडीशंस का इलाज करके अपने रिस्क फैक्टर्स को कंट्रोल कर सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी के बारे में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।