स्ट्रोक को रोकने (रिस्क को कम करने) के लिए मैं क्या कर सकता हूं?
एट्रियल फाइब्रिलेशन रोगी में स्ट्रोक का रिस्क बिना हार्ट डिजीज वाले व्यक्ति की तुलना में 5 गुना अधिक होता है। स्ट्रोक की रोकथाम (रिस्क को कम करने) के लिए एट्रियल फाइब्रिलेशन का ट्रीटमेंट जरूरी है। अपने एडिशनल रिस्क फैक्टर्स को जानें जैसे हाय ब्लड प्रेशर हिस्ट्री, बढ़ती हुई उम्र, पिछला स्ट्रोक या ट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक (Transient ischemic attack), डायबिटीज, हार्ट डिजीज (Heart diseases), फैमिली हिस्ट्री, मोटापा (Obesity), धूम्रपान (Smoking) आदि।
अच्छी बात यह है कि 80 प्रतिशत तक स्ट्रोक (stroke) को रोका जा सकता है। आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल के ऑप्शन को चुन सकते हैं जो हृदय रोग और स्ट्रोक के रिस्क को कम कर सकते हैं। एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी बनाएं, हेल्दी लाइफ स्टाइल फॉलो करें और निर्देशानुसार अपनी मेडिकल कंडीशंस का इलाज करके अपने रिस्क फैक्टर्स को कंट्रोल कर सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी के बारे में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।