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हार्ट डिजीज के उपचार के लिए ड्रग्स (Drugs To Treat Heart Disease): कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स Calcium channel blockers
कैल्शियम की जरूरत सभी मसल्स को मूव करने के लिए पड़ती है, जिसमें हार्ट भी शामिल है। कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स रोगी के दिल और ब्लड वेसल्स में मसल सेल्स में प्रवेश करने वाले कैल्शियम की मात्रा को नियंत्रित करके काम करते हैं। इससे हार्ट कम फाॅर्सफुली बीट करता है और ब्लड वेसल्स रिलेक्स रहते हैं। इसकी सलाह डॉक्टर हाय ब्लड प्रेशर, चेस्ट पैन और हार्ट एरिथमिया की स्थिति में दे सकते हैं। इसके उदाहरण इस प्रकार हैं:
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डिजिटालिस मेडिकेशन (Digitalis)
डिजिटालिस मेडिकेशन डिजोक्सिन (Digoxin) के रूप में उपलब्ध है। इससे हार्ट के सेल्स में कैल्शियम की मात्रा बढ़ती है। डॉक्टर हार्ट फेलियर होने पर डिजिटालिस मेडिकेशन्स की सलाह दे सकते हैं। डिजिटालिस मेडिकेशन रोगी के दिल के अंदर भेजे गए कुछ इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स को धीमा करके भी काम करती है। यह सिग्नल्स की कुल संख्या को कम करती है, जिससे एरिथमिया की परेशानी कम होने में मदद मिलती है। यदि आपको इर्रेगुलर हार्ट रिदम की प्रॉब्लम है, जैसे कि एट्रियल फिब्रिलेशन (Atrial fibrillation), तो डॉक्टर इस दवा की सलाह दे सकते हैं। इसके उदाहरण इस प्रकार हैं:
- लैनॉक्सिन (Lanoxin)
- सेनगोक्सिन (Sangoxin)
- कार्डियोऑक्सिन (Cardioxin)
- डिक्सिन (Dixin)
हार्ट डिजीज के उपचार के लिए ड्रग्स (Drugs To Treat Heart Disease): नाइट्रेट्स Nitrates
नाइट्रेट्स ब्लड वेसल्स को वाइड करती है, ताकि ब्लड अधिक आसान से पास हो सके। छाती में दर्द और हार्ट फेलियर की स्थिति में भी इसकी सलाह दी जा सकती है। इसके उदाहरण इस प्रकार हैं:
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यह तो थी जानकारी हार्ट डिजीज के उपचार के लिए ड्रग्स (Drugs To Treat Heart Disease) के बारे में। हार्ट डिजीज (Heart Disease) के लिए यह दवाइयां विभिन्न तरीकों से काम करती हैं। इन्हें किस तरह से लेना है या रोगी के लिए कौन सी मेडिकेशन्स सही रहेगी, इस बारे में डॉक्टर आपको सही सलाह दे सकते हैं। अगर इसके बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो डॉक्टरों से इस बारे में अवश्य जानें।