यदि आपके डॉक्टर को ब्लड क्लॉट्स मिलते हैं, तो आपकी कार्डियोवर्जन प्रक्रिया में तीन से चार सप्ताह की देरी होगी। उस समय के दौरान, आप कॉम्प्लिकेशन्स के रिस्क को कम करने के लिए ब्लड को पतला करने वाली दवाएं लेंगे।
कार्डियोवर्जन (Cardioversion) प्रक्रिया के दौरान क्या होता है?
प्रक्रिया के दौरान आपको सुलाने के लिए आपको IV के माध्यम से दवाएं दी जाएंगी ताकि शॉक्स से कोई दर्द महसूस न हो। डॉक्टर चेस्ट पर कई बड़े पैच लगाते हैं जिन्हें इलेक्ट्रोड कहा जाता है। इलेक्ट्रोड तारों का उपयोग करके एक कार्डियोवर्जन मशीन (डीफिब्रिलेटर) से जुड़ते हैं। मशीन आपकी हार्ट रिदम को रिकॉर्ड करती है और नॉर्मल हार्ट रिदम को रिस्टोर करने के लिए आपके हार्ट को शॉक्स देती है। यदि कार्डियोवर्जन (Cardioversion) के बाद यह बहुत धीमी गति से धड़कता है तो यह मशीन आपके हार्ट रिदम को भी ठीक कर सकती है। एक बार जब आप बेहोश हो जाते हैं, तो इलेक्ट्रिक कार्डियोवर्जन को पूरा होने में आमतौर पर केवल कुछ मिनट लगते हैं।
और पढ़ें: एब्नॉर्मल हार्ट रिदम: किन कारणों से दिल अपने धड़कने के स्टाइल में ला सकता है बदलाव?
कार्डियोवर्जन (Cardioversion) प्रक्रिया के बाद क्या होता है?
इलेक्ट्रिक कार्डियोवर्जन एक आउट पेशेंट के आधार पर किया जाता है, जिसका अर्थ है कि आप उसी दिन घर जा सकते हैं जिस दिन आपकी प्रक्रिया पूरी हो जाती है। कॉम्प्लिकेशन्स के लिए बारीकी से निगरानी किए जा रहे रिकवरी रूम में आप एक या दो घंटे बिताएंगे। अगर प्रक्रिया से पहले आपके दिल में कोई थक्का नहीं पाया गया था, तो आप नए थक्कों को बनने से रोकने के लिए अपनी प्रक्रिया के बाद कम से कम कई हफ्तों तक ब्लड थिनिंग मेडिकेशंस लेंगे।
और पढ़ें: हार्ट एरिदमिया को मैनेज कर सकते हैं इन एक्सरसाइजेज से, लेकिन रखना होगा कुछ बातों का ध्यान
कार्डियोवर्जन के रिजल्ट (Cardioversion result)
अधिकांश लोगों के लिए कार्डियोवर्जन एक रेगुलर हार्ट बीट को जल्दी से रिस्टोर कर सकता है। यह संभव है कि नॉर्मल हार्ट बीट बनाए रखने के लिए आपको अतिरिक्त प्रक्रियाओं की आवश्यकता होगी। डॉक्टर आपके हार्ट हेल्थ में सुधार के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव का सुझाव दे सकता है और ऐसी स्थितियों को रोकने या उनका इलाज करने के लिए सुझाव दे सकता है जो हाई ब्लड प्रेशर जैसे एरिथमिया का कारण बन सकते हैं।
कार्डियोवर्जन (Cardioversion) आपके केयर प्लान का केवल एक हिस्सा है। आपके लिए जरूरी है कि दवाएं समय पर लें, हार्ट-हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें और अपने फॉलो-अप अपॉइंटमेंट्स को याद रखें। यदि इस विषय से जुड़े हुए आपके पास कोई प्रश्न है, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको कार्डियोवर्जन (Cardioversion) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।