के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
हृदय हमारे शरीर की सबसे महत्वपूर्ण मांसपेशी है। एओर्टा शरीर में सबसे बड़ी रक्त वाहिका है जो काफी मजबूत होती है, लेकिन कभी-कभी एओर्टा की दीवारें कमजोर हो जाती हैं और इनमें उभार आ जाता है जिसे एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aneurysm) कहते हैं।
इसके कारण ब्लड लीक होकर पूरे शरीर में फैलने लगता है। कुछ एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) फट जाते हैं जबकि कुछ नहीं फटते हैं। इनमें से कुछ अंगों और ऊतकों में रक्त प्रवाह नहीं होने देते हैं जिसके कारण हार्ट अटैक (Heart attack), किडनी डैमेज (Kidney damage), स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याएं होने के साथ ही व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।
एओर्टिक एन्यूरिज्म शरीर में दो स्थानों पर होता है। पहला सीने में होता है जिसे थोरेसिक (Thoracic) एओर्टिक एन्यूरिज्म कहते हैं जबकि दूसरे पेट में होता है जिसे एब्डॉमिनल एओर्टिक एन्यूरिज्म कहा जाता है। अगर समस्या बढ़ जाती है तो आपके लिए गंभीर स्थिति बन सकती है । इसलिए इसका समय रहते इलाज जरूरी है। इसके भी कुछ लक्षण होते हैं ,जिसे ध्यान देने पर आप इसकी शुरूआती स्थिति को समझ सकते हैं।
एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) एक गंभीर समस्या है। ये महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को अधिक प्रभावित करता है। पूरी दुनिया में लाखों लोग एओर्टिक एन्यूरिज्म से पीड़ित हैं। एओर्टिक एन्यूरिज्म आमतौर पर 65 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगों में पाया जाता है। ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) शरीर के कई सिस्टम को प्रभावित करता है। एओर्टिक एन्यूरिज्म से पीड़ित व्यक्ति में प्रायः जब तक एन्यूरिज्म बड़े या टूट न जाएं तब तक कोई विशेष लक्षण नजर नहीं आते है। लेकिन समय के साथ ये लक्षण सामने आने लगते हैं :
कभी-कभी कुछ लोगों में इसमें से कोई भी लक्षण सामने नहीं आते हैं और अचानक से शरीर के अंदरुनी अंगों में तेज ब्लीडिंग होती है।
इसके अलावा कुछ अन्य लक्षण (Aortic Aneurysm symptoms) भी सामने आते हैं:
ऊपर बताएं गए लक्षणों में किसी भी लक्षण के सामने आने के बाद आप डॉक्टर से मिलें। हर किसी के शरीर पर एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) अलग प्रभाव डाल सकता है। इसलिए किसी भी परिस्थिति के लिए आप डॉक्टर से बात कर लें। यदि आपको सीने या पीठ में तेज दर्द महसूस हो, सांस लेने या निगलने में कठिनाई हो या लगातार खांसी आए तो तत्काल डॉक्टर के पास जाएं।
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एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) आमतौर पर एओर्टा की दीवारों के कमजोर होने के कारण होता है। एओर्टा की दीवारें या तो बचपन से कमजोर होती हैं या बीमारी या चोट लगने के कारण कमजोर हो जाती है। धमनियों का डैमेज होना एन्यूरिज्म का सबसे आम कारण है।
इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर के कारण एओर्टा की दीवार पर तनाव पड़ता है जिसके कारण रक्त वाहिका की दीवार उभर आती है। सिर्फ यही नहीं डायबिटीज समय से पहले रक्त वाहिकाओं को डैमेज कर देती है जिससे एओर्टिक एन्यूरिज्म ((Aortic Aneurysm) की समस्या हो सकती है। इसके अलावा इंफेक्शन, धमनियों में प्लेक बनने, पेट और सीने में चोट लगने के कारण भी यह समस्या हो सकती है।
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एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) के कारण व्यक्ति को गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। यह बीमारी होने पर कभी-कभी मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह नहीं हो पाता है जिससे व्यक्ति अचेत हो सकता है। अंदरुनी अंगों में लगातार ब्लीडिंग के कारण मौत भी हो सकती है। इसके अलावा शरीर के कुछ अंग फेल हो सकते हैं। इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को कार्डिएक अरेस्ट (Cardiac arrest) आ सकता है।अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
एओर्टिक एन्यूरिज्म का पता लगाने के लिए डॉक्टर शरीर की जांच करते हैं और मरीज का पारिवारिक इतिहास भी देखते हैं। इस बीमारी को जानने के लिए कुछ टेस्ट कराए जाते हैं :
कुछ मरीजों में एमआरआई (MRI) के जरिए शरीर के अंदर सॉफ्ट ऊतकों की जांच की जाती है और एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) का पता लगाया जाता है।
एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) को इलाज से ठीक किया जा सकता है। कुछ थेरिपी और दवाओं से व्यक्ति में एओर्टिक एन्यूरिज्म के असर को कम किया जाता है। एओर्टिक एन्यूरिज्म के लिए कई तरह की मेडिकेशन की जाती है :
दवाओं का सेवन करने के बाद यदि एन्यूरिज्म (Aneurysm) ठीक नहीं होता है और छाती, पीठ और जबड़े में तेज दर्द हो तो डॉक्टर सर्जरी से एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) में उभार को बाहर निकाल देते हैं।
अगर आपको एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) है तो आपके डॉक्टर एल्कोहॉल और धूम्रपान का सेवन करने के लिए मना करेंगे। इसके अलावा भोजन में सोडियम (Sodium) और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा (Cholesterol level) कम करने की सलाह देंगे। एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) के जोखिम से बचने के लिए भारी सामान उठाने से बचना चाहिए और हल्की एक्सरसाइज करनी चाहिए। सिर्फ इतना ही नहीं अधिक तनाव भी नहीं लेना चाहिए। इस दौरान निम्न फूड्स का सेवन करना चाहिए:
इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको एओर्टिक एन्यूरिज्म (Aortic Aneurysm) संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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