अगर आपके शरीर का कोई अंग जैसे पैर, बाजू आदि सुन्न है, तो इसका अर्थ है कि आप शरीर के उस हिस्से में टिंगलिंग के अलावा कुछ भी महसूस नहीं कर पा रहे हैं। लेफ्ट आर्म यानी बायीं बाजू के मामले में भी हमें ऐसा ही महसूस होता है। इस कंडिशन में आर्म वीकनेस भी हो सकती है। कई चीजें इसका कारण हो सकती हैं, जिसमें गलत तरह से सोने से लेकर हार्ट अटैक तक शामिल है। इसके कारणों एक अनुसार ही इसका ट्रीटमेंट संभव है। आज हम आपको जानकारी देने वाले हैं लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) के बारे में। सबसे पहले इस समस्या के कारणों के बारे में जान लेते हैं।
लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) के क्या हैं कारण?
अगर आपको लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) की समस्या है, तो आपको हाथ से कंधे तक कुछ भी महसूस नहीं होगा। इससे आर्म में वीकनेस हो सकती है या उन्हें टिंगलिंग व सुइयां चुभने जैसी फीलिंग हो सकती है। कई चीजें लेफ्ट आर्म नंबनेस का कारण बन सकती हैं। यही नहीं, कई मामलों में यह समस्या थोड़ी देर में खुद ही ठीक हो जाती है। लेकिन अगर इस नंबनेस के साथ ही आपको कुछ अन्य गंभीर लक्षणों का अनुभव होता है, तो तुरंत मेडिकल अटेंशन जरूरी है। इसके कुछ कारण इस प्रकार हैं, जिनमें तुरंत मेडिकल अटेंशन की जरूरत होती है, यह कारण इस प्रकार हैं:
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हार्ट अटैक (Heart attack)
हार्ट अटैक के दौरान, कोरोनरी आर्टरी (Coronary artery) ब्लॉक हो जाती हैं। यह ब्लॉकेज ब्लड फ्लो में कमी का कारण बन सकती है, जिससे लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) हो सकती है। हार्ट अटैक के कारण अक्सर छाती, नर्दन, चेहरे या पीठ में दर्द या प्रेशर हो सकता है। हार्ट अटैक के अन्य लक्षणों में सांस लेने में समस्या, चक्कर आना और जी मिचलाना आदि शामिल है। हार्ट अटैक की स्थिति में तुरंत मेडिकल हेल्प लेना आवश्यक है।
लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) : स्ट्रोक (Stroke)
अगर ब्रेन में ब्लड वेसल ब्लॉक हो जाएं या बर्स्ट हो जाएं, तो ब्रेन तक पर्याप्त ब्लड या ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाते हैं। स्ट्रोक से शरीर के कई भागों में नंबनेस हो सकती हैं, जिनमें लेफ्ट आर्म भी शामिल है। इसके अन्य लक्षणों में बैलेंस में समस्या, सिरदर्द, कन्फ्यूजन आदि शामिल है। स्ट्रोक के लक्षण शरीर के एक हिस्से में होते हैं। मिनी-स्ट्रोक के भी ऐसे ही लक्षण हैं, लेकिन इसमें ब्रेन तक ब्लड सप्लाई की कमी टेम्पररी है। स्ट्रोक भी एक मेडिकल एमरजेंसी हैं।
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स्पाइनल प्रॉब्लम (Spinal problems)
स्पाइन में समस्या से नैक की नसों में परेशानी हो सकती है, जो लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) का एक अन्य कारण हो सकता है। इसके अन्य लक्षणों में गर्दन में दर्द या स्टिफनेस, मसल स्पाज्म, मसल वीकनेस और सिरदर्द आदि शामिल है। स्पाइनल प्रॉब्लम्स में यह सब शामिल है:
- सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस (Cervical spondylosis)
- हर्नियेटेड डिस्क (Herniated disk), या गर्दन में स्लिप्ड डिस्क (Slipped disk)
- स्पाइनल स्टेनोसिस (spinal stenosis)
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लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) : नर्व प्रॉब्लम्स (Nerve problems)
हमारी नसें नर्वस सिस्टम का एक भाग हैं, जो ब्रेन से हमारे अन्य शरीर तक संदेश भेजती हैं। नसों का डैमेज होना या कंप्रेस्ड नर्व से नंबनेस और टिंगलिंग हो सकती है। इसके अन्य लक्षणों में बर्निंग सेंसेशन, मसल्स में कमजोरी आदि शामिल हैं। लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) के कारण बनने वाली नर्व प्रॉब्लम्स इस प्रकार हैं:
- कार्पल टनल सिंड्रोम (Carpal tunnel syndrome): यह समस्या आपकी कलाई में मीडियन नर्व में बढ़े हुए दबाव के कारण होती है।
- पेरीफेरल न्यूरोपैथी (Peripheral neuropathy): यह परेशानी डायबिटीज से पीड़ित लोगों में सामान्य है।
- पिंच्ड नर्व (Pinched nerve): यह परेशानी तब होती है जब नर्व पर कुछ अन्य टिश्यू दबाव डालते हैं।
- थोरैसिक आउटलेट सिंड्रोम (Thoracic outlet syndrome): इस रोग को नर्व व ब्लड वेसल्स के उस प्रेशर, इंजरी या इर्रिटेशन को कहा जाता है, जो लोअर नैक और अपर चेस्ट में होती है।
ट्रॉमा (Trauma)
ट्रॉमा का अर्थ है चोट या कोई खास इंजरी होना, जिससे लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) हो सकती है। जैसे स्किन के जलने से फीलिंग और सेंसेशन के लिए रेस्पोंसिबल नसें डैमेज हो सकती हैं। यही नहीं, लेफ्ट आर्म में बोन फ्रैक्चर से भी नंबनेस हो सकती है। अगर आपको ऐसा बर्न है जो नंबनेस का कारण बन रहा है या आपको लगता है कि आपकी हड्डी टूट गई है, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
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लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) : पुअर ब्लड सर्कुलेशन (Poor blood circulation)
कुछ लोगों को उन आर्टरीज और वेन्स में समस्या होती है, जो उनके शरीर के माध्यम से ब्लड ले जाती हैं। वैस्कुलर डिजीज के कारण आर्म में नंबनेस और टिंगलिंग हो सकती है। इसके अन्य लक्षणों में स्किन का पीला या नीला होना, लोअर बॉडी में घाव होना, जो धीरे से ठीक हो आदि शामिल है।
एलर्जिक रिएक्शन (Allergic reaction)
एलर्जिक रिएक्शन से भी शरीर के कई हिस्सों में सुन्नता हो सकती है। उदाहरण के लिए किसी कीड़े के काटने से होने वाले रिएक्शन से लेफ्ट आर्म में नंबनेस हो सकती हैं। इसके साथ ही इन कंडिशन में सूजन, खुजली और लालिमा आदि भी हो सकती है।
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लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness): मल्टिपल स्क्लेरोसिस (Multiple sclerosis)
मल्टिपल स्क्लेरोसिस के शुरुआती लक्षणों में बाजू में नंबनेस या टिंगलिंग आदि शामिल है। मल्टिपल स्क्लेरोसिस उस डिसऑर्डर को कहा जाता है जिससे ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड प्रभावित हो सकती है। अगर इस समस्या के कारण नर्व डैमेज हो जाती है, तो बाजू में फीलिंग की कमी हो सकती है। इस समस्या के लक्षणों में बैलेंस और कोऑर्डिनेशन प्रॉब्लम, थकावट, चक्कर आना आदि शामिल है।
लायम डिजीज (Lyme disease)
लायम डिजीज एक बैक्टीरियल डिजीज है, जो आमतौर पर टिक बाइट्स के कारण होती है। इसके कारण भी शरीर के कई भागों में नंबनेस हो सकती है, जिसमें लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) शामिल है। इस रोग में रैशेज, सिरदर्द, शरीर में दर्द, स्टिफ नैक, बुखार आदि लक्षण भी नजर आ सकते हैं।
लेड पॉयजनिंग (Lead poisoning)
लेड पॉयजनिंग की समस्या तब होती है, जब कोई व्यक्ति अधिक मात्रा में लेड यानी सीसा को निगल जाता है या किसी व्यक्ति के शरीर में सांस के माध्यम से अधिक लेड प्रवेश कर जाता है। लेड एक जहरीली मेटल है। लेड पेंट्स ,पानी और अन्य घरेलू आइटम्स में पाया जाता है खासतौर पर पुरानी चीजों में। वयस्कों में अधिक लेड पॉयजनिंग से उनकी आर्म या टांग में सुन्नता हो सकती है। इसके अन्य लक्षणों में मेटालिक टेस्ट, क्रैम्प्स, वोमिटिंग, व्यवहार में बदलाव, सिरदर्द, थकावट, मसल वीकनेस और वजन का कम होना आदि शामिल है। यह तो थे इस परेशानी के कुछ कारण, अब जानते हैं कि लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) का उपचार कैसे संभव है?
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लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) का ट्रीटमेंट कैसे होता है?
लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) का उपचार इसके कारणों पर निर्भर करता है। अगर आपको इसका कोई अन्य लक्षण नजर नहीं आता है, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- अगर आपको बाजू में नंबनेस की समस्या सुबह हो, तो अपनी स्लीपिंग पोजीशन को एडजस्ट करें। सही पिलो से आपको इससे आराम मिल सकती है।
- अगर यह नंबनेस दिन में हो तो सिंपल मूवमेंट्स या एक्सरसाइजेज से सर्कुलेशन को सुधारा जा सकता है।.
- कंधे, कलाई या फिंगर की रेपेटिटिव मूवमेंट्स को करने से बचें।
- लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) को दूर करने के लिए कोल्ड या हीट पैक का इस्तेमाल करें, उस एरिया की मालिश करें और स्ट्रेचिंग करें।
अगर इस लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) से आपका काम और डेली एक्टिविटीज प्रभावित हो रही हों, तो डॉक्टर से बात करें। इसका खास उपचार उसके कारणों पर निर्भर करता है। ऐसे में अंडरलायिंग कंडिशंस के उपचार से लक्षणों से छुटकारा पाया जा सकता है। अब जानिए कि लेफ्ट आर्म नंबनेस में किन कंडिशंस में तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए?
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किन कंडिशंस में लें डॉक्टर की सलाह?
अगर आपको लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) के साथ ही अन्य लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। यह लक्षण इस प्रकार हैं:
- कन्फ्यूजन, चक्कर आना और कोऑर्डिनेशन में समस्या
- डिस्कलर्ड स्किन
- सिरदर्द
- जी मिचलाना या उल्टी आना
- छाती, पीठ, गर्दन, चेहरे या कंधे में दर्द
- कंधे, आर्म, हाथ या चेहरा में पैरालिसिस
- चलने में समस्या
- बैलेंस और कोऑर्डिनेशन में समस्या
- स्पीच में समस्या
- शरीर में सूजन खासतौर पर हाथों या पैरों में
- सांस लेने या निगलने में समस्या होना
- बोलने और किसी अन्य व्यक्ति को समझने में परेशानी होना
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यह तो थी लेफ्ट आर्म नंबनेस (Left arm numbness) के बारे में जानकारी। कई चीजें इस परेशानी का कारण हो सकती हैं, जिनमें कुछ सामान्य हैं, तो कुछ गंभीर। अगर इसके कारण आपको अधिक परेशानी हो रही हो या यह ठीक न हो रही हो, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। ताकि, डॉक्टर इसके सही कारण को जान कर उपचार कर सकें। अगर इसके बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो डॉक्टर से अवश्य जानें।
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