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बारिश का मौसम आना वाला है। इसके साथ ही डेंगू जैसी बीमारी अपने पैर पसारने लग जाएगी। अगर ऐसे वक्त में आपको अचानक तेज बुखार, शरीर में लाल रैशेस, बदन दर्द, सिर दर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में जबरदस्त दर्द होने लगे तो बिना देर किए डॉक्टर को दिखाएं क्योंकि ये लक्षण डेंगू के हो सकते हैं। यूं तो डेंगू जैसी बीमारी को कोई खास इलाज है नहीं और डॉक्टर्स हमेशा इसके लक्षणों को कम करने की दवाई देते हैं। डब्ल्यूएचओ (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक डेंगू से बचाव ही इसका सबसे अच्छा इलाज है। ऐसे में इससे बचाव के लिए कदम उठाना बेहद जरूरी है।
डेंगू जैसे वायरस जनित रोगों का वातावरण परविर्तन से गहरा रिश्ता है। कुछ मौसम में ये बीमारी तेजी से फैलती है और मौसम अनुसार खुद-ब-खुद फैलना बंद हो जाती है। यह बीमारी ब्राजील जैसे देश में सर्वाधिक होती है, जहां तापमान और उमस की अधिकता होती है। भारत में भी कई राज्यों में डेंगू तेजी से फैलता है।
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नोट- यह जानकारी किसी भी स्वास्थ परामर्श का विकल्प नहीं हैं। हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
डब्लयूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक डेंगू से बचाव के दो ही उपाय हैं। एडीज मच्छरों को पैदा होने से रोकना। एडीज मच्छरों के काटने से बचाव करना।
– अपने ऑफिस, घर या काम की जगह के आसपास पानी जमा न होने दें, गड्ढों को मिट्टी से भर दें, रुकी हुई नालियों को साफ करें। क्योंकि रूका हुआ पानी डेंगू के मच्छरों का घर बनता है।
– अगर पानी जमा होने से रोकना मुमकिन नहीं है, तो उसमें पेट्रोल या केरोसिन (मिट्टी तेल) ऑयल डालें।
– अपने घरों में लगे कूलरों, पानी की खुली टंकियों का सारा पानी हफ्ते में एक बार पूरी तरह से खाली करें, उन्हें सुखाएं और फिर भरें। घर में टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें। अगर रखें तो उलटा करके रखें, क्योंकि इनमें पानी भर सकता है।
– डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं, इसलिए पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद करके रखें।
– अगर मुमकिन हो तो खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगवाकर मच्छरों को घर में आने से रोकें।
– मच्छरों को भगाने और मारने के लिए मच्छरनाशक क्रीम, स्प्रे, मैट्स, कॉइल्स आदि इस्तेमाल करें।
– घर के अंदर सभी जगहों में हफ्ते में एक बार मच्छरनाशक दवा का छिड़काव जरूर करें। यह दवाई बेड, सोफा, टेबल आदि के नीचे और घर के कोनों पर जरूर छिड़कें। दवाई छिड़कते वक्त अपने मुंह और नाक पर कोई कपड़ा जरूर बांधें। साथ ही, खाने-पीने की सभी चीजों को ढककर रखें।
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– मच्छरों की रोकथाम के बाद दूसरा बचाव है उनके काटने से, क्योंकि कई सावधानियों के बावजूद डेंगू के मच्छर कहीं न कहीं पनप जाते हैं। इसलिए ऐसे कपड़े पहने, जिससे शरीर का ज्यादा-से-ज्यादा हिस्सा ढका रहे। खासकर बच्चों के लिए यह सावधानी बहुत जरूरी है। बच्चों को बरसात के सीजन में फुल कपड़े पहनाएं
डेंगू से बचाव के लिए इन टिप्स को करें फॉलो
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इन दिनों बुखार होने पर सिर्फ पैरासिटामोल (क्रोसिन, कैलपोल आदि) लें। एस्प्रिन (डिस्प्रिन, इकोस्प्रिन) या एनॉलजेसिक (ब्रूफिन, कॉम्बिफ्लेम आदि) बिल्कुल न लें। क्योंकि अगर डेंगू है तो एस्प्रिन या ब्रूफिन आदि लेने से प्लेटलेट्स कम हो सकती हैं और शरीर से ब्लीडिंग शुरू हो सकती है। अगर किसी को डेंगू हो गया है तो उसे मच्छरदानी के अंदर रखें, ताकि मच्छर उसे काटकर दूसरों में बीमारी न फैलाएं।
निष्कर्ष- डेंगू का मेडिकल साइंस में कोई खास इलाज नहीं है। इसके लक्षणों कम किया जा सकता है और यह समय के साथ ठीक होता है। कई मामलों में ये बीमारी जानलेवा साबित होती है। ऐसे में सबसे बेहतर इलाज है इस बीमारी को होने से रोकना। ना इसके मच्छरों को पनपने दें और ना इसकी चपेट में आएं।
हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में डेंगू से बचाव के तरीके बताए गए हैं। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सावाल है तो आप हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं। हम आपने एक्सपर्ट से आपके प्रश्न का उत्तर पूछकर जरूर बताएंगे। अगर आपकी या आपके किसी करीबी को डेंगू हुआ है , तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लेने में देरी न करें।
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https://www.cdc.gov/dengue/prevention/index.html Accessed July 10, 2019
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5524668/ Accessed July 10, 2019
https://www.medicalnewstoday.com/articles/179471 Accessed July 10, 2019