के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
काली चाय कामेल्या सीनेन्सीस (Camellia sinensis) पौधे से तैयार होती है। ये Theaceae फैमिली से है। इसकी पत्तियां और जड़ों का प्रयोग दवाओं में किया जाता है। इसका इस्तेमाल मानसिक सतर्कता में सुधार और याददाश्त को तेज करने के लिए किया जाता है।
ब्लैक टी कैसे काम करती है, इस बारे में कोई वैज्ञानिक जानकारी नहीं है। हालंकि, इसमें 2% से 4% कैफीन होता है जो याद्दाशत, सोचने की क्षमता जैसी दिमाग से जुड़ी क्रियाएं बेहतर होती हैं। इसके सेवन से यूरीन पास होने में मदद होती है साथ ही पार्किंसन रोग के लक्षण भी कम होते हैं। इसमें कुछ ऐसे एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो दिल और रक्त वाहिकाओं को सुरक्षा प्रदान करते हैं।
और पढ़ें: Caffeine : कैफीन क्या है?
और पढ़ें: Rice Bran Oil: राइस ब्रैन ऑयल क्या है?
काली चाय में कैफीन होता है और इसको ज्यादा मात्रा में लेने से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
हालांकि, हर किसी को ये साइड इफेक्ट हो ऐसा जरूरी नहीं है, कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
और पढ़ें: Marijuana : मारिजुआना क्या है?
यहां दी हुई जानकारियों का इस्तेमाल डॉक्टरी सलाह के विकल्प के रूप में न करें। डॉक्टर या हर्बलिस्ट की राय के बिना इस दवा का इस्तेमाल नहीं करें।
और पढ़ें: Cauliflower: फूल गोभी क्या है?
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड
Dr Sharayu Maknikar