परिचय
फर क्या है?
फर (Fir) एक पौधा है। इसे एबीस (abies) के नाम से भी जाना जाता है। ये पीनासिए (Pinaceae) परिवार से ताल्लुक रखता है। इसका उपयोग दवाओं में किया जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर फर का प्रयोग एरोमा थेरिपी में भी किया जाता है। इसके ऑयल का प्रयोग शारीरिक परेशानियों को दूर करने के लिए किया जाता है।
उपयोग
फर का उपयोग किस लिए किया जाता है?
इसका उपयोग निम्नलिखित शारीरिक परेशानियों को दूर करने के लिए किया जाता है। उन परेशानियों में शामिल है-
घाव को भरने में मदद करता है:
इस पौधे की राल को घाव की सफाई और उसके उपचार के लिए किया जाता है। अगर कभी चोट लग जाये तो इसके प्रयोग से घाव जल्दी ठीक हो सकता है और जल्दी राहत मिल सकती है।
शरीर को करे डीटॉक्सिफाई:
ये यूरीन और स्वेटिंग के माध्यम से शरीर में मौजूद टॉक्सिंस, यूरिक एसिड, वसा और लवण को खत्म करने में मदद करता है। शरीर से प्राकृतिक रूप से टॉक्सिंस निकलने के बाद हमारी बॉडी को मजबूती मिलती है।
कैंसर से लड़ने में मददगार है:
फर ऑयल में एंटी कैंसर एजेंट होते हैं जो कैंसर की रोकथाम में मदद करते हैं। फ्रांस में वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक शोध के अनुसार, फर ऑयल में अल्फा-हुमुलिन नामक एक्टिव कंपोनेंट होता है जो कैंसर कोशिकाओं को समाप्त करने में असरदार है।
जोड़ों का दर्द:
इसमें एंटीसेप्टिक, एंटीबायोटिक, एक्सपेक्टोरेंट और एस्ट्रिंजेंट प्रॉपर्टीज होती हैं। ये जोड़ों में दर्द खासतौर पर रयूमेटाइड अर्थराइटिस और मांसपेशियों में दर्द से राहत दिलाता है। जोड़ों में दर्द की परेशानी होने पर इसके प्रयोग से राहत मिल सकती है।
शरीर की दुर्गंध को करे दूर:
इसकी ताजा गंध शरीर में बैक्टीरिया की मात्रा को कम करते हैं। इससे शरीर तरोताजा महसूस करता है। इस तेल की कुछ बूंदें पहले हाथों पर लगा कर देख लें अगर एलर्जी की समस्या होती है, तो इसका प्रयोग न करें और डॉक्टर से सलाह लें।
श्वसन संबंधित परेशानियों को करे दूर:
इसमें कुछ ऐसे एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं जो श्वसन की मांसपेशियों को आराम देना, वायुमार्ग की सूजन को कम करना, श्वसन बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार है।
ब्रोंकाइटिस की परेशानी होती है कम:
ब्रोंकाइटिस एक सांस संबंधी बीमारी है। इसमें संक्रमण के कारण ब्रोंकियल ट्यूब में सूजन आ जाती है। ब्रोंकाई वह रास्ता है, जो हवा को आपके फेफड़ों से अंदर और बाहर जाने की अनुमति देता है। जिन लोगों को ब्रोंकाइटिस की समस्या होती है, उनकी कफ में अक्सर गाढ़ा बलगम निकलता है। इस बीमारी के दौरान या सांस संबंधी परेशानी से बचने के लिए इसका सेवन किया जा सकता है।
इन परेशानियों में भी है मददगार:
- मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में करता है मदद
- स्किन के लिए फायदेमंद
- कोल्ड फ्लू
- थकान को करे दूर
- साइनसाइटिस
- बुखार
- टीबी
कुछ लोग मसल्स, नर्व्स और जोड़ों के दर्द के लिए इसे सीधे त्वचा पर लगाते हैं। वहीं, मानसिक बीमारी के इलाज के लिए इसे नहाने के पानी में मिलाया जाता है।
कैसे काम करता है फर?
इस बारे में कोई वैज्ञानिक जानकारी नहीं है कि फर कैसे काम करता है। हालांकि, फर में कई ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो हमें कई सेहत संबंधित परेशानियों को दूर करने में मदद करते हैं। फर वायुमार्ग में बलगम के उत्पादन को कम करता है और साथ ही कीटाणुओं को नष्ट करने में भी मदद करता है। रक्त के प्रवाह को बढ़ाने के लिए और दर्द से राहत पाने के लिए इसे स्किन पर लगाया जाता है।
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सावधानियां और चेतावनी
कितना सुरक्षित है फर का उपयोग?
- फर को अधिक मात्रा में लेने से पेट में गड़बड़ हो सकती है। इसलिए इसका या किसी भी औषधि का सेवन संतुलित करें।
- अस्थमा पेशेंट्स इसके प्रयोग से बचें। इससे उनकी हालत और खराब हो सकती है।
- प्रेग्नेंट महिलाओं को इसका सेवन करना चाहिए या नहीं इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन इस अवस्था मे आपको डॉक्टर की बताई दवाओं का ही सेवन करना चाहिए।
- किसी को काली खांसी है तो भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इसके सेवन से परेशानी पहले से ज्यादा हो सकती है।
- स्किन एलर्जी और त्वचा रोग पर इसे बिल्कुल नहीं लगाना चाहिए।
- हाइपरटोनिया से ग्रसित लोग इसका प्रयोग न करें।
अपने डॉक्टर से परामर्श लें, यदि:
- अगर आप कोई दूसरी दवाइयों का सेवन कर रहे हैं।
- अगर आपको किसी दवा या पदार्थ से एलर्जी है।
- आपको कोई गंभीर बीमारी या विकार है
हर्बल सप्लिमेंट के उपयोग से जुड़े नियम, दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरूरत है। इस हर्बल सप्लिमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
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साइड इफेक्ट्स
फर से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर कोई जानकारी नहीं है। अगर आपको इसके इस्तेमाल से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हों या आप इनके बारे में ज्यादा जानकारी लेना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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डोसेज
फर को लेने की सही खुराक क्या है?
इसे नेब्युलाइजर, ऑयल बर्नर और इन्हेलर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसकी खुराक हर मरीज के लिए अलग अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। हर्बल हमेशा सुरक्षित नहीं होते है। कृपया अपने उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
इसके खुराक के साथ-साथ फर थेरिपी से भी शरीर को लाभ मिलता है।
- पसीने के माध्यम से शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है।
- तनाव कम होता है।
- इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग होता है।
- ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
दरअसल इस थेरिप से बुजुर्गों को काफी राहत मिलता है और जोड़ों में होने वाली दर्द हो या अर्थराइटिस की समस्या में भी ये काफी फायदेमंद हो सकता है।
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उपलब्ध
किन रूपों में उपलब्ध है?
यह निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है। जैसे-
- फर एसेंशियल ऑयल
- रॉ फर ट्री
अगर आप फर से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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