परिचय
गेहूं के अंकुर (Wheat Germ) क्या है?
गेंहू के अंकुर या वीट जर्म (Wheat Germ) गेहूं की गुठली का सबसे अच्छा हिस्सा होता है, जिसमें अनाज की सभी खूबियां भरी होती हैं। गेहूं के एक अनाज के तीन भाग होते हैं, जिसमें शामिल हैं, पहला भाग, जिसे बाहरी परत कहते हैं इसे चोकर या ब्रैन (Bran) भी कहा जाता है, दूसरा भाग, आटा प्राप्त करने के लिए पाउडर बनाए जाने वाले एन्डोस्पर्म (Endosperm) को जाता है और तीसरा भाग, अंकुर या जर्म (Germ) को कहा जाता है जो अनाज का सबसे भीतरी भाग होता है। वीट जर्म अनाज के बाकी सभी हिस्सों के मुकाबले सबसे अधिक पौष्टिक होता है। वास्तव में, इसे अनाज का भ्रूण कहा जाता है जिसमें से बीज अंकुरित होते हैं।
गेहूं के अंकुर या वीट जर्म में लिपिड की मात्रा 10 से 15 फीसदी, प्रोटीन की मात्रा 19 फीसदी, शुगर की मात्रा 17 फीसदी, फाइबर की मात्रा 1.5 से 4.5 फीसदी और लगभग 4 फीसदी तक खनिज की मात्रा पाई जाती है। इनमें ट्राइग्लिसराइड्स और एंटीऑक्सिडेंट्स की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा, इनमें पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक और मैंगनीज जैसे खनिजों की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है।
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गेहूं के अंकुर का उपयोग किस लिए किया जाता है?
गेंहू के अंकुर का फायदे पाने के लिए इसे आहार के जैसा खाना चाहिए। इसके अलावा, गेहूं के अंकुर का उपयोग निम्नलिखित स्थितियों के लिए किया जा सकता है, जिसमें शामिल हो सकते हैंः
गेहूं के अंकुर कब्ज (Constipation) से राहत दिलाए
डायट में फाइबर की कमी के कारण पाचन क्रिया प्रभावित हो सकती है, जिससे कब्ज की समस्या हो सकती है। ऐसे स्थिति में आपके लिए वीट जर्म खाना फायदेमंद साबित हो सकता है। अपने दौनिक आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाने के लिए नियमित तौर पर गेहूं के चोकर युक्त रोटी खानी फायदेमंद साबित हो सकती है।
शरीर में रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाए
शरीर में फाइबर युक्त तत्वों की कमी के कारण रोग प्रतिरोधक प्रणाली यानी हमारी इम्यूनिटी सिस्टम प्रभावित हो सकती है। जिससे बचाव करने के लिए वीट जर्म का सेवन करना लाभकारी साबित हो सकता है।
शरीर में ब्लड शुगर लेवल कम करे
अगर आपको मधुमेह (डायबिटीज) की समस्या है, तो आपको अपने दैनिक आहार में वीट जर्म शामिल करना चाहिए। जर्म में डायटरी फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। जो भोजन खाने के बाद या पोस्ट्प्रैन्डीअल ब्लड ग्लूकोज की प्रतिक्रिया को कम करने में मदद कर सकता है। इसकी मदद से आप टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम से भी बचाव कर सकते हैं।
इसके अलावा इन निम्न स्थितियों में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता हैः
- हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायी
- कैंसर के जोखिम को कम करता है।
- प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम(PMS) के लक्षणों में सुधार के लिए।
- मोटापा कम करता है।
उपयोग
कितना सुरक्षित है गेहूं के अंकुर का उपयोग?
अतिसंवेदनशीलता की स्थिति में वीट जर्म खाने में या इसका तेल लगाने में सावधानी रखनी चाहिये |
अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट या हर्बलिस्ट से परामर्श करें, यदि:
- आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्ट फीडिंग करा रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान गर्भवती मां की इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है, ऐसे में किसी भी तरह की दवाई लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
- आप पहले से ही दूसरी दवाइयां ले रहे हैं या बिना डॉक्टर के प्रिसक्रीप्शन वाली दवाइयां ले रही हों।
- आपको गेहूं या दूसरी दवाओं या फिर हर्ब्स से एलर्जी हो।
- आपको कोई दूसरी तरह की बीमारी, डिसऑर्डर, या मेडिकल कंडीशन है।
दवाइयों की तुलना में हर्ब्स लेने के लिए नियम ज्यादा सख्त नहीं हैं। बहरहाल यह कितना सुरक्षित है इस बात की जानकारी के लिए अभी और भी रिसर्च की जरूरत है। इस हर्ब को इस्तेमाल करने से पहले इसके रिस्क और फायदे को अच्छी तरह से समझ लें। हो सके तो अपने हर्बल स्पेशलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसे यूज करें।
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साइड इफेक्ट्स
गेहूं के अंकुर से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
वीट जर्म वैसे तो आपके शरीर में सभी पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं। अगर आप नाश्ते में इसे खाते हैं तो दिनभर तरोताजा महसूस करते होंगे लेकिन कई फायदे होने के साथ इसके कुछ नुकसान भी हो सकते है।गेहूं के अंकुर का सेवन सभी के लिए सुरक्षित है, फिर भी गेहूं के अंकुर का सेवन उच्च मात्रा में करने से कभी कभी यह साइड इफेक्ट हो सकते हैं:
पेट में गैस की तकलीफ
अधिक गेहूं के अंकुर खाने से व्यक्ति को गैस की समस्या होने के साथ पेट में दर्द की शिकायत भी हो सकती है।
दस्त
अधिक गेहूं के अंकुर का सेवन करने से उल्टी, सूजन, दस्त और दर्द जैसी समस्याएं भी आपको परेशान कर सकती हैं।
सूजन
गेहूं का अंकुर एक अधिक फाइबर वाला आहार माना जाता है। इसका अधिक सेवन करने से व्यक्ति के शरीर में सूजन की समस्या हो सकती है।
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हो ऐसा जरूरी नहीं है, कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
डोसेज
गेहूं के अंकुर को लेने की सही खुराक क्या है ?
इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
उपलब्ध
किन रूपों में उपलब्ध है?
- गेहूं के ताजा अंकुर
- गेहूं के अंकुर का तेल
- वीट जर्म जेल
- वीट जर्म कैप्सूल
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकली सलाह या उपचार की सिफारिश नहीं करता है। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो कृपया इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
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