कभी-कभी टीवी पर कॉमेडी शोज देख कर हंसना या किसी फनी वीडियो या कॉमेडी मूवी को देखना आपके मूड को थोड़ा लिफ्ट कर सकता है। लेकिन इसे रेगुलर ग्रुप सेशन के तौर पर अपनाना, जहां आप दूसरों के साथ मिलकर हंसते हैं, अवसाद के लिए एक बेहतर चिकित्सीय उपचार हो सकता है। इसे ‘लाफ्टर थेरेपी’ कहा जाता है, जो अवसाद और चिंता जैसी मानसिक समस्याओं के इलाज के रूप में चर्चित हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की माने तो आज पूरी दुनिया में सभी ऐज ग्रुप के लगभग 26.4 करोड़ लोग डिप्रेशन (depression) जैसी समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे में लाफ्टर थेरेपी (laughter therapy) डिप्रेशन के मरीजों के लिए एक प्रभावी उपाय साबित हो रहा है। इसको देखते हुए ही लोगों में लाफ्टर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 2 अक्टूबर को वर्ल्ड स्माइल डे (World Smile Day) भी मनाया जाता है।
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लाफ्टर थेरेपी (laughter therapy) क्या है?
लाफ्टर थेरेपी एक प्रकार की चिकित्सा है, जिसमें दर्द और तनाव को दूर करने और किसी व्यक्ति के वेल-बीइंग में सुधार करने के लिए ह्यूमर का उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग मेंटल स्ट्रेस (mental stress) के साथ-साथ कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से निपटने में मदद करने के लिए भी किया जा सकता है। इस थेरेपी में लाफ्टर एक्सरसाइज (laughter exercise), कॉमेडी फिल्में, किताबें, खेल और पहेलियां शामिल हो सकती हैं। इसे ह्यूमर थेरेपी (humor therapy) भी कहा जाता है।
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लाफ्टर थेरेपी (laughter therapy) कैसे काम करती है?
लाफ्टर एक पॉजिटिव सेंसेशन है, जो तनाव को दूर करने का उपयोगी और स्वस्थ तरीका है। लाफ्टर थेरेपी एक तरह का कॉग्निटिव-बिहेवियरल ट्रीटमेंट (cognitive behavioral treatment) है, जो फिजिकल, साइकोलॉजिकल और सोशल रिलेशनशिप को हेल्दी बना सकता है। एक गैर-औषधीय, वैकल्पिक उपचार के रूप में लाफ्टर थेरेपी मानसिक स्वास्थ्य (mental health) पर सकारात्मक प्रभाव डालती है। इससे तनाव का प्रभाव कम हो सकता है।
लाफ्टर से कोर्टिसोल, एपिनेफ्रीन (Epinephrine), ग्रोथ हार्मोन और 3,4-डायहाइड्रॉफिनाइलैसिटिक एसिड (एक प्रमुख डोपामाइन कैटाबाइट) का सीरम लेवल कम हो जाता है, जो स्ट्रेस रिस्पॉन्स को रिवर्स कर देता है। बता दें कि डिप्रेशन एक मानसिक बीमारी है, जहां मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर, जैसे कि नॉरपेनेफ्रिन, डोपामाइन और सेरोटोनिन कम हो जाते हैं और मस्तिष्क के मूड कंट्रोल सर्किट में कुछ गड़बड़ी हो जाती है। ऐसे में लाफ्टर थेरेपी डोपामाइन और सेरोटोनिन एक्टिविटी को बदल सकती है। इसके अलावा, हंसने से एंडोर्फिन हॉर्मोन रिलीज होता है जो मनोदशा को ठीक करने में मदद कर सकता है।
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मेंटल हेल्थ के लिए लाफ्टर थेरेपी के फायदे क्या हैं?
- हंसना, आनंद और उत्साह को आपकी लाइफ में बढ़ाता है
- चिंता और टेंशन को दूर करता है
- तनाव कम करता है
- मूड में सुधार करता है
- रेसिलिएंस (कठिनाइयों और समस्याओं से जल्दी ठीक होने की क्षमता) मजबूत करता है
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अपने जीवन में अधिक हंसी कैसे लाएं?
शुरुआत में लाफ्टर के लिए अलग-अलग समय निर्धारित करके स्टार्ट करें। इसे शुरू करने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं:
स्माइल करें
मुस्कुराहट, हंसी की एक शुरुआत है। स्माइल को अपनी जिंदगी में ज्यादा से ज्यादा जोड़ने के लिए, जब आप किसी भी प्लीजिंग चीज को देखें तो हल्का-सा मुस्कुराएं। ऐसा ही अक्सर करने का प्रयास करें। अपने फोन पर देखने की बजाय, सड़क पर गुजरने वाले लोगों को देखें। लोगों के हंसते-मुस्कुराते चेहरे आपको एक नयी एनर्जी देंगे। आपको भी ये फेसेस स्माइल करने पर मजबूर करेंगे। इस तरह से अपनी लाइफ में हर दिन एक स्माइल को ऐड करें।
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ब्लेसिंग्स के बारे में सोचें
आपके जीवन के सकारात्मक पहलुओं पर विचार करें। इससे आपको नकारात्मक विचारों से दूर रहने में आसानी होगी, जो अक्सर आपको हंसने से रोकते हैं। इस तरह से जब आप नेगेटिव थॉट्स (negative thoughts) से दूर रहना सीख जाते हैं, तो जिंदगी में खुशी को ज्यादा से ज्यादा जगह मिलने लगती है।
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जब आप हंसी सुनें, तो उसकी ओर बढ़ें
कभी-कभी ह्यूमर और लाफ्टर प्राइवेट होता है। लेकिन, कभी आपने देखा है कि जब कोई चुटकुला या वाकया एक छोटे से ग्रुप में शेयर किया जाता है, तो लोग उसे बार-बार याद करके काफी देर तक हंसते हैं। ऐसे किसी भी ग्रुप को हंसते हुए देखे तो उसकी ओर कदम बढ़ाएं। शायद आपको भी एक हंसी का मौका मिल जाए।
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मौज-मस्ती, चंचल लोगों के साथ समय बिताएं
आपने देखा होगा कि कुछ लोग कितने मजाकिया और खुशमिजाज होते हैं। ऐसे लोगों के साथ बिताया गए समय पता ही नहीं चलता है। आपको ऐसे लोगों की कंपनी को जॉइन करना, स्ट्रेस, एंग्जायटी और टेंशन से दूर रख सकता है। इसलिए जब भी आप उदास हो, तो ऐसे लोगों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश करें।
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लाफ्टर थेरेपी के लिए ग्रुप जॉइन करें
अपने जीवन में हंसी को जोड़ने के लिए लाफ्टर योग (laughter yoga) या लाफ्टर थेरेपी ग्रुप की खोज करें और उसे जॉइन करें। जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में पाया गया कि एक लाफ्टर थेरेपी ग्रुप से अधिक उम्र के वयस्कों के मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके एरोबिक एंड्यूरेंस (aerobic endurance) में भी सुधार हुआ। साथ ही, स्टडी से भी पता चला कि दूसरों की हंसी सुनना अक्सर आपकी हंसी को ट्रिगर कर सकता है।
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एक भी दिन बिना हंसी के नहीं
जैसे आप व्यायाम और ब्रेकफास्ट के लिए अपना टाइम सेट करते हैं। वैसे ही सुनिश्चित करें कि हर दिन आप कुछ ऐसा करने की कोशिश करेंगे जो आपको हंसाए। अपनी लाफ्टर थेरेपी के लिए 10 से 15 मिनट का अलग समय सेट करें। जितना अधिक आपको हर दिन हंसने की आदत डालेंगे, उतना ही डिप्रेशन से आप दूर रहेंगे।
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लाफ्टर थेरेपी में क्या न करें?
खुद की लाइफ में हंसी जोड़ने के लिए दूसरों पर हंसना बिलकुल भी ठीक नहीं है। उन पर हंसने की बजाय, उनके साथ हंसने को प्रायोरिटी दें। अक्सर आपको नहीं पता होता कि सामने वाला किस चुनौतीपूर्ण स्थिति से गुजर रहा है। ऐसे में उसके एपिरेंस या उसकी कमजोरियों पर हंसना उस व्यक्ति को दुखी कर सकता है। इसलिए इसे अवॉयड करें।
हंसी की पावर किसी खुशी को दुगुनी कर सकती है। यह लोगों को बदल देती है। लाफ्टर भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक समस्याओं को ठीक करता है। यह हंसी शारीरिक बीमारियों और दर्द को भी कम करती है और लोगों को मानसिक रूप से तेज रहने में भी मदद करती है। लाफ्टर एक्सपर्ट्स की मानें तो हंसने से मेंटल फंक्शन, मेंटल अलर्टनेस और मेमोरी को बूस्ट करता है। इसलिए हंसे और लोगों को भी हंसाएं।