वैसे, यह एक लोकप्रिय धारणा है कि पैसा से खुशी नहीं खरीदी जा सकती है। अगर आपको दुनिया की यात्रा करना पसंद हैं, तो निश्चित रूप से आपको पैसे की जरूरत है और हां, यात्रा आपको खुश कर देगी। अगर आप रुपए/पैसे से खुशी नहीं पा सकते हैं, तो आप इसे क्यों कमाते हैं? ऐसा काफी लोगों का मानना है कि सच्ची खुशी व्यक्तिगत संबंधों और स्थितियों से होती है, लेकिन शोध से यह भी पता चलता है कि जिन लोगों की आय कम होती है, वे अवसाद की चपेट में जल्दी आते हैं। “हैलो स्वास्थ्य’ के इस आर्टिकल में यही बताया गया है कि पैसा कैसे खुशी खरीद सकता है।
खुशी के लिए जरूरी क्यों है पैसा?
यह ठीक है कि धन के बिना हमारा काम नहीं चल सकता, थोड़ा बहुत धन हमें चाहिए। यहां सवाल यह उठता है कि अधिक पैसे का लोग क्या करते हैं। क्यों इंसान पैसे के लिए पागल हो जाता है। दरअसल, जीवन की खुशहाली के लिए विकास जरूरी है और विकास के लिए धन। जीवन निर्वाह के लिए जिस सामग्री की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है वह धन है। धन से ही हम अपने जीवन की सभी शुरुआती आवश्यकताओं, आराम और जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। धन का सदुपयोग कर हमें जीवन को खुशहाल बनाना चाहिए। आजकल गलत तरीके से धन कमाने के लिए मनुष्य भ्रष्टाचार, रिश्वत, गैर कानूनी कार्य, अपहरण, अमीर लोगों की हत्याएं, चोरी आदि अनेक बुरे कार्यो का सहारा ले रहा है जो मानवता के सभी नैतिक मूल्यों और आदर्शो का ह्रास कर रहे हैं।
बुनियादी धन की आवश्यकता है काफी पुरानी
धन का महत्व आज के समय में ही नहीं, बल्कि प्राचीन समय से रहा है। धन के बिना न तो कोई यज्ञ होता है न ही कोई अनुष्ठान। जीवन निर्वाह धन के बिना नहीं हो सकता। राष्ट्र की उन्नति एवं समृद्धि का परिचायक भी धन ही है। प्राचीन समय में कहा जाता था कि धन और सरस्वती का वैर है। अर्थात ये दोनों एक स्थान पर इकट्ठे नहीं रह सकते, लेकिन आधुनिक युग में यह नियम बदल गया है। आज धन और नॉलेज दोनों साथ-साथ चलते हैं। धनवान व्यक्ति ही अच्छे स्कूल में अपने बच्चों को शिक्षा दिलवा पाता है।
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पैसे से खुशी खरीदी जा सकती है
नीचे दिए गए पॉइंट्स बताते हैं कि कैसे पैसे से खुशी पाना आसान हो जाता है।
डिप्रेशन की संभावना होती है कम
2012 की एक रिसर्च से पता चला है कि जिनके पास पैसे कम होते हैं। वे लोग मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएंऔर अवसाद से अधिक ग्रस्त होते हैं। कम से कम जब लोगों के पास अपनी समस्याओं के इलाज के लिए पर्याप्त बचत होती है, तो वे इसके बारे में बहुत अधिक स्ट्रेस नहीं लेते हैं।
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एजुकेशन पाना होता है आसान
आप सबसे अच्छी शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, है? और शीर्ष विश्वविद्यालयों में फीस बहुत अधिक है और इसे हर कोई अफोर्ड नहीं कर सकता है। जब आप इन विश्वविद्यालयों में जाते हैं, तो आपके लिए नौकरी पाना आसान होता है और अच्छी आय अर्जित करने के लिए बेहतर प्रतिभा होती है। यह आपको खुश करेगा, है ना? पैसे होंगे तो अच्छी एजुकेशन होगी, अच्छी एजुकेशन होगी, तो अच्छी जॉब होगी, जिससे आपको प्रसन्नत्ता मिलेगी तो अंततः आपने पैसे से खुशी पाई न?
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अपने पैसे से खुशी किसी और को देना होगा आसान
एक रिसर्च की मानें तो खुद पर पैसे खर्च की तुलना में अन्य लोगों आमतौर पर दोस्तों या परिवार पर पैसा खर्च करने पर आपको ज्यादा खुशी मिलती है। इसलिए खुश रहने के लिए दूसरों की खुशियों को अपने से जोड़ते हैं। इसके अलावा, चैरिटी या जरूरतमंदों की मदद करने के लिए आपको पैसे की जरूरत होगी तभी आप किसी को पैसे से मदद कर सकते हैं और आपको खुशी मिल सकती है।
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फाइनेंशियल स्ट्रेस होगा कम
अवसाद और स्ट्रेस के कारणों में से एक फाइनेंशियल स्ट्रेस है। चाहे लोन की बात हो या खर्च की, पैसे होंगे तो आप अपने सभी बिलों का भुगतान समय पर करने में सक्षम होंगे। आपको इसके बारे में बहुत अधिक तनाव नहीं लेना पड़ेगा। इससे पता चलता है कि पैसे होंगे तो मानसिक तनाव कम रहेगा। जब मेंटल स्ट्रेस नहीं होगा तो आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।
शौक पर खर्च कर सकेंगे
अगर आप किसी स्पोर्ट्स क्लब की मेम्बरशिप पर खर्च करें या ऐसी कोई क्लास से जुड़ें जिसमें आपकी गहरी दिलचस्पी हो तो खुशियां आपसे दूर नहीं रहेंगी। अपनी पसंद का काम करने पर जो सुकून मिलता है, उसकी खुशी लंबे समय तक आपके साथ रहती है और आपकी मेंटल हेल्थ दुरुस्त रहती है यह सिद्ध करता है कि पैसे से खुशी खरीदी जा सकती है।
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ट्रेवल करेंगे जल्दी-जल्दी
कुछ लोगों को ट्रेवल करना बहुत अच्छा लगता है। नई-नई जगहों पर जाना, नए लोगों से मिलना, नए दोस्त बनाना आपके लिए पैसे से मुमकिन हो सकता है। इससे आपका सोशल सर्कल भी बढ़ता है। घूमने-फिरने से आपकी मेंटल हेल्थ अच्छी रहती है। यदि आप कभी उदासी महसूस कर रहे हैं, तो किसी प्राकृतिक जगह की यात्रा करें और खुद के मूड में बदलाव को देखें।
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पैसे से खुशी और बेहतर स्वास्थ्य मिल सकता है
बहुत से अध्ययन और सर्वे बताते हैं कि बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा खुशी खरीदने में मदद कर सकता है। बेहतर स्वास्थ्य सेवा, पौष्टिक खाद्य पदार्थों और एक घर होना (जहां आप सुरक्षित महसूस करते हैं), मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधारकर सकते हैं। कुछ मामलों में ये सारी चीजें खुशी को बढ़ सकती है।
पैसे से खुशी बढ़ाने के अलावा अन्य तरीके
सीधे तौर पर पैसा से खुशी नहीं खरीदी जा सकती हैं, लेकिन कुछ चीजें आपकी खुशी बढ़ाने में मदद जरूर कर सकती हैं। जैसे-
- आभार व्यक्त करें – आपके पास जो चीजें नहीं हैं उन पर फोकस करने की बजाय आपके पास मौजूद चीजों के बारे में सोचें। इससे आप अधिक सकारात्मक महसूस करेंगे।
- मेडिटेशन करें – अपने दिमाग से नेगटिव बातें निकालने के लिए थोड़ी देर ध्यान जरूर लगाएं। इससे आपको आंतरिक खुशी मिलती है।
- व्यायाम करें- व्यायाम एंडोर्फिन को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जिससे अल्पकालिक खुशी हो सकती है। एक्सरसाइज से मानिसक स्वास्थ्य में सुधार आता है।
यह सही है कि पैसे से खुशी के कई तरीके खरीदे जा सकते हैं। धन के अभाव से बड़े-बड़े कार्य रुक जाते हैं, जहां धन की कमी है वहां जीवन निर्वाह करना कठिन हो जाता है। इसलिए आज धन की सख्त जरूरत है। आज जीवन के लिए धन नहीं रह गया है, धन के लिए जीवन हो गया है। पैसे के लिए लोग अपनी हेल्थ खो रहे हैं। इसलिए, सलाह यह है कि बेहतर महसूस करने या खुशी के लिए थोड़ा समय अपने लिए भी निकालें, दूसरे अन्य काम करें इससे आप ज्यादा संतुष्टि हासिल कर सकते हैं।
धन के महत्व को ध्यान में रखते हुए आज प्रत्येक मनुष्य को चाहिए कि वे धन को सही राह पर चलकर कमाएं और उसका सदुपयोग करें। हम नहीं जानते कि हमारे ऊपर कब कौन-सी आपदा आ जाए, जिसके कारण हमें धन की आवश्यकता पड़े। इसलिए हमें चाहिए कि हम कुछ धन अवश्य उस वक्त के लिए बचाकर रखें और उसे व्यर्थ में नष्ट न करें। जो मनुष्य धन का सदुपयोग करते हैं वे सुखपूर्वक जीवन व्यतीत करते हैं। उन्हें धनाभाव का कष्ट नहीं भोगना पड़ता। धन को सही तरीके से कमाने और इसका सदुपयोग करने वाला मनुष्य ही देश की उन्नति में सहयोग दे सकता है। इसलिए हमें इसका महत्व समझते हुए इसका सदुपयोग करना चाहिए। हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा।
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