परिचय
नाड़ीग्रंथि गांठ (Ganglion cysts ) क्या है?
नाड़ीग्रंथि गांठ (Ganglion cysts ) हाथ और कलाई के आसपास की वो गांठ होती है, जो जोड़ों या टेंडॉन्स जुडी होती हैं। नाड़ीग्रंथि गांठें होना बहुत ही सामान्य समस्या है। यह कलाई के पीछे, कलाई की तरफ की हथेली और और उंगली के जोड़ों की तरफ अधिक पाए जाते हैं। नाड़ीग्रंथि गांठ में क्लियर, जेल जैसा द्रव भरा होता है और यह देखने में पानी के गुब्बारे के समान लगता है। ये गांठे आकार में बड़ी या छोटी हो सकती हैं, और कुछ अंततः पूरी तरह से गायब हो जाती हैं। नाड़ीग्रंथि की गांठ कैंसर नहीं हैं और अन्य क्षेत्रों में नहीं फैलती हैं। यह गांठे हालांकि अधिकतर कलाई पर पाई जाती हैं लेकिन पैर पर भी यह हो सकते हैं। आमतौर पर यह समस्या त्वचा के ऊपर शरीर में किसी भी स्थान पर हो सकती है।
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लक्षण
नाड़ीग्रंथि गांठ (Ganglion cysts ) के क्या लक्षण हैं ?
नाड़ीग्रंथि गांठ (Ganglion cysts ) के होने से कई लोगों को दर्द हो सकती है, तो कई लोगो को नहीं भी हो सकती है। यह गांठे अंडाकार या गोल हो सकती हैं। यही नहीं, यह गांठे नरम या सख्त भी हो सकती हैं। इसके यह लक्षण हो सकते हैं।
- यह गांठे सूजन या लम्प की तरह दिखाई देती हैं।
- इन गांठों का आकर बदल सकता है यानी कभी भी बड़ा या छोटा हो सकता है।
- यह गांठे आमतौर पर नरम और स्थिर होती हैं।
- कई मामलों में यह गांठे दर्दभरी हो सकती हैं या इनमे खुजली भी हो सकती है। खासतौर, पर अगर यह उंगलियों के स्तर पर हों।
- प्रभावित स्थान के पास के जोड़ों को हिलाने से बहुत अधिक दर्द का होना।
- प्रभावित टेंडन मांसपेशियों का कमजोर होना।
- इस समस्या से हाथों और कलाईयों की पिछली सतह अधिकतर प्रभावित होती है।
- घुटने के पीछे (बेकर्स सिस्ट), टखने, पैर, हथेली और उंगलियां में यह गांठे देखने को मिल सकती है।
- नाड़ीग्रंथि गांठ हमेशा जोड़ो के पास होती है, जिसे डॉक्टर देखने से ही पहचान सकते हैं।
कारण
नाड़ीग्रंथि गांठ (Ganglion cysts ) के क्या कारण हैं?
नाड़ीग्रंथि गांठ के कारणों के बारे में सही जानकारी नहीं है। यह तब बन सकते हैं जब जोड़ों से श्लेष द्रव निकलता है। लेकिन इसके कुछ कारण इस प्रकार हैं:
- नाड़ीग्रंथि गांठ (Ganglion cysts ) किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती हैं। यह जोड़ों या टेंडन में जलन, गठिया, मैकेनिकल बदलाव, या चोट आदि के कारण हो सकते हैं।
- नाड़ीग्रंथि गांठ (Ganglion cysts ) किसी आघात से भी उत्पन्न हो सकते हैं – चाहे वो एक घटना हो या रेपेटिटिव माइक्रोट्रामा।
जोखिम
नाड़ीग्रंथि गांठ के जोखिम क्या है?
नाड़ीग्रंथि गांठ (Ganglion cysts ) के जोखिम को इन स्थितियों में बढ़ सकता है:
- उम्र: नाड़ीग्रंथि गांठ की समस्या किसी भी उम्र के लोगों को हो सकते हैं। 20 और 40 साल के बीच की महिलाओं में इस समस्या का जोखिम अधिक होता है।
- ऑस्टियोआर्थराइटिस: जिन लोगों को बहुत अधिक समय से ऑस्टियोआर्थराइटिस है (खासतौर पर उंगलियों के जोड़ों में) उन्हें नाड़ीग्रंथि गांठ होने की संभावना अधिक होती है
- जोड़ों और टेंडन में लगी चोट :अगर आपको जोड़ों या टेंडन में चोट लगी हो तो,नाड़ीग्रंथि गांठ के जोखिम बढ़ जाता है।
- ट्रामा : ट्रामा के कारण भी इस समस्या की संभावना बढ़ जाती है। जो लोग कुछ जोड़ों का मूवमेंट अधिककरते हैं, उनमें नाड़ीग्रंथि गांठ के विकास की संभावना अधिक हो सकती है। उदाहरण के लिए, महिला जिमनास्ट में यह समस्या अधिक देखी जा सकती है।
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उपचार
नाड़ीग्रंथि गांठ (Ganglion cysts ) का उपचार क्या है?
नाड़ीग्रंथि गांठ का निदान सामान्यतया इन चीज़ों के आधार पर किया जाता है जैसे यह गांठ कहां है और यह गांठ कैसी है। डॉक्टर इन्हे देखते ही पहचान जाते हैं। इसके साथ ही वो आपसे इससे होने वाली समस्याओं के बारे में भी आपसे पूछ सकते हैं। इस गांठ के ऊपर से रोशनी गुजारी जाती है और उससे इस गांठ के बारे में अधिक जानकारी मिलती है। फिजिशियन प्रभावित क्षेत्र के आसपास कोई समस्या तो नहीं है इस बारे में जानने के लिए X-Ray करा सकते हैं।
इसका उपचार अक्सर नॉन-सर्जिकल होता है। कई मामलों में, यह गांठे दर्द रहित होती हैं। ऐसी नाड़ीग्रंथि गांठ अक्सर एकदम से गायब हो जाती हैं। यदि यह गांठ दर्दनाक हो जाए, तो कोई भी कार्य करने में मुश्किल होती है। इसके उपचार के कई विकल्प उपलब्ध हैं जैसे :
- स्प्लिन्ट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाईयां जो दर्द को कम करती हैं।
- गांठ से तरल पदार्थ निकालने के लिए एस्पिरशन का प्रयोग किया जाता है या इंजेक्शन की मदद से भी इस गांठ में मौजूद तरल को सुखाया जा सकता है।
सर्जरी
अगर नॉन-सर्जिकल विकल्प आराम पहुंचाने में फैल हो जाता है या गांठ फिर से हो जाती है तो सर्जिकल विकल्पों को अपनाया जाता है। गांठ को हटाने के लिए सर्जरी की जाती है। इस तरीके से डॉक्टर गांठ को स्टॉक यानी जड़ को हटाते हैं, जो इसे जोड़ों और टेंडन से जोड़ती है। बहुत कम होता है कि सर्जरी आसपास की नसों, रक्त वाहिकाओं या टेंडन को नुकसान पहुंचा सकती है। हालांकि यह गांठ सर्जरी के बाद भी फिर से हो सकती है।
घरेलू उपचार
नाड़ीग्रंथि गांठ (Ganglion cysts ) का घरेलू उपचार क्या है?
नाड़ीग्रंथि गांठ को कई बार उपचार की जरूरत नहीं पड़ती है। कुछ समय बाद ये अपने आप ही चली जाती है। वहीं कुछ लोगों में बिना उपचार के ये समस्या दूर नहीं होती है। अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो नाड़ीग्रंथि गांठ को ठीक किया जा सकता है। नाड़ीग्रंथि गांठ की समस्याओं से राहत पाने में आप इन उपायों को अपना सकते हैं:
- फुटवेयर : अगर यह नाड़ीग्रंथि गांठ आपके पैर या टखने पर हैं तो ऐसे में जूतों से आपको परेशानी हो सकती है। इस स्थिति में आपको आरामदायक, खुले हुए और नरम जूतों को पहनना चाहिए।
- स्थिर रहें: अगर जिस जगह पर गांठ है, उसे अधिक हिलाया जाए तो गांठ का आकार बढ़ सकता है। एक स्प्लिंट या ब्रेस पहनने से आपका प्रभावित स्थान स्थिर रहेगा। जिससे इसे ठीक होने में मदद मिलेगी।
- दवाईयां : अगर नाड़ीग्रंथि गांठ दर्दनाक है तो आप आइबूप्रोफेन जैसी दर्द दूर करने वाली दवाईयां ले सकते हैं। लेकिन, इसे डॉक्टर की सलाह के बाद ही लें।
- इन्फेक्शन: स्वयं इन गांठों को सुई या किसी तेज धार वाली चीज़ से ठीक करने की कोशिश न करें ऐसा करने से आपको इन्फेक्शन की संभावना बढ़ सकती है। ध्यान रहे, कि इन गाठों का खुद उपचार करने की कोशिश न करें अन्यथा इनसे आपको अन्य कई समस्याएं हो सकती हैं।
इस आर्टिकल में हमने आपको नाड़ीग्रंथि गांठ (Ganglion cysts ) से संबंधित जरूरी बातों को बताने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।