जीवन की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए अच्छा स्वास्थ्य बहुत जरूरी है, क्यूंकि हमारे शरीर में खाना, पानी सब मुंह के रास्ते से ही शरीर के अंदर पहुंचता है इसलिए हमें इसके स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी बेहद जरूरी हो जाता है। दांतो की कैविटी होना बहुत सामान्य है, यह परेशानी लोगों को अक्सर हो जाती है। दांतो की कैविटी सड़न की वजह से होने वाले छोटे-छोटे छेदों को कहते हैं। दांतों में सड़न हाईजीन की कमी के कारण होती है। ऐसा दांतों की सतह पर बैक्टीरिया और प्लाक की सतह बनने के कारण होता है।
कुछ मामलों में खाने में जरूरी मिनरल की कमी से भी ऐसा होता है। दांतों की कैविटी के मामले में ज्यादातर डेंटिस्ट फ्लोराइड ट्रीटमेंट देकर दांत की फिलिंग करते हैं या फिर दांत में बहुत सड़न होने पर निकालने का सुझाव देते हैं। जिसमें काफी दर्द भी सहना पड़ सकता है। इस दर्द से बचने की लिए आइए जाने कैसे हम दांतों की कैविटी को पहचान कर उसे बढ़ने से कैसे रोक सकते हैं।
दांतों को कैविटी से बचने के लिए उसके लक्षणों की पहचानना बहुत जरूरी हो जाता है, जिससे की शुरुआत में ही कैविटी को बढ़ने से रोका जा सके।
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आइए जानते है दांतों की कैविटी (Cavity) के लक्षणों के बारे में:
- दांतों की सेंसिटिविटी या दांत में दर्द महसूस होना। अगर आपको ठंडा या गर्म खाने में दांतों में दर्द या झनझनाहट होती है, तो ये दांतों की सेंसिटिविटी है।
- दांतों से कुछ काटते वक्त दर्द महसूस होना।
- दांतों में गड्ढे या डार्क होल्स नजर आना।
- दांत टूटा हुआ या टुकड़े में दिख सकता है और आपको एक डार्क इनर सर्फेस नजर आ सकती है।
- मुंह के अंदर गंदी, बदबूदार सांसे या स्वाद महसूस होना।
कुछ मामलों में कैविटी को आंखों से देखना मुश्किल हो सकता है। कई बार इनमें दर्द भी महसूस नहीं होता है। ये अक्सर मुंह में पीछे की तरफ के दांतों या बीच के दातों में होती हैं इसीलिए डेंटिस्ट से रेगुलर चेकअप जरूरी है ।
कैविटी से बचने के लिए दांतों का रखें खास ख्याल
दिन में दो बार नियमित रूप से ब्रश करें:
ब्रश करने से कैविटी पैदा करने वाले बैक्टीरिया को रोका जा सकता है। इसलिए दिन में कम से कम दो बार ब्रश करना बहुत जरूरी है। अगर आप ज्यादा मीठा या एसिडिक फ़ूड खाना पसंद करते हैं, ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने के बाद दांतों को ब्रश करना जरूरी होता है। अत्यधिक मीठा खाना या अत्यधिक सोडा पीना दांतों के लिए हानिकारक होता है।
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कैविटी से बचने के लिए फ्लॉस:
फ्लॉस आपके दांतों के बीच अटके हुए फूड पार्टिकल्स और बैक्टिरिया को हटाता है, जिन तक आपका टूथब्रश नहीं पहुंच पाता। दिन में कम से कम एक बार फ्लॉस जरूर करना चाहिए और इसे खासतौर पर रात में दांतों को ब्रश करने से पहले किया जाना बेहतर माना जाता है।
माउथवॉश का इस्तेमाल कर कैविटी से बचें:
माउथवॉश इस्तेमाल करने से बैक्टीरिया मारने, प्लाक हटाने और सांस की दूर्गंध को दूर करने में मदद मिलती है । ऐसा माउथवाश इस्तेमाल करें, जिसमें फ्लोराइड हो, यह दांतों को रिमिनरलाइज करता है और बैक्टीरिया को एसिड बनाने से रोकता है।
डेंटिस्ट से रेगुलर चेकअप करवाएं:
डेंटिस्ट से रेगुलर चेक-अप करवाने से दांतों में होने वाली कैविटी का पहले ही पता चल जाता है, जिससे की रूट कैनाल जैसे ट्रीटमेंट से बचा जा सकता है और साधारण फ्लोराइड ट्रीटमेंट लेकर भी कैविटी से छुटकारा पाया जा सकता है। छह महीने में एक बार जरूर डेंटिस्ट से चेकअप करवाएं ।
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कैल्शियम और विटामिन डी का भरपूर सेवन करें:
शरीर की हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी है। दांतों के कैल्शियम के लिए विटामिन डी से भरपूर फूड्स का सेवन जरूरी है। ऐसी चीजे खाएं, जिनमे न्यट्रिएंट्स हों जैसे की हरी पत्तेदार सब्जी और डेयरी प्रोडक्ट।
दांतों की कैविटी बेहद दर्द और तकलीफ देती है इसलिए दांतों की अच्छी देखभाल बहुत जरूरी है ताकि इससे बचा जा सके। दांतों की कैविटी से बचने के लिए अगर आपके दांतों में कैविटी का कोई भी लक्षण नजर आता है, तो किसी अच्छे डॉक्टर से तुरंत सलाह लें।
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