के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj
33 हफ्ते के शिशु की देखभाल में शिशु अब आठ महीने का हो गया है और खड़े रहते वक्त वो खुद का वजन संभाल सकता है। आपके आवाज देने पर वो उस दिशा को समझकर आपकी ओर मुड़ सकते हैं। इतना ही नहीं, इस चरण में वे कई तरह के प्रयास करेंगे, जैसे कि उछलने का, चलते-चलते खुद गिरेंगे और खुद उठे भी जाएंगे। आपको अच्छा लगेगा की आपका बच्चा खुद से आसपास की चीजे समझ और सीख रहा है।
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अपने बच्चे की सुरक्षा को लेकर आपके मन में यह बात आना स्वभाविक है। बच्चे के अच्छे विकास के लिए आप उन्हें आत्मनिर्भर बनने दें। इसके लिए आप उन्हें फ्री होकर खेलने दें लेकिन, अपना पूरा ध्यान उन्हीं के उपर लगाकर रखें ताकि उसे चोट भी न लग जाए। जिन चीजों से उन्हें नुकसान पहुंच सकता है, उन चीजों को उनसे दूर रखें।
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इस चरण में डॉक्टर की तरफ से बच्चे के लिए कोई चेकअप की अपॉइंटमेंट नहीं होगी लेकिन, अगर कुछ अर्जेंट हो जाए तो आप उनके पास जा सकते हैं। जरूरी है कि आप डॉक्टर को सीधे बता दें जो भी समस्या हो। अगर आपको ऐसा लगता है की आपके बच्चे का विकास सही तरह से नहीं हो रहा है तो डॉक्टर से इस बारे में बात कर सकते है। आप चाहे तो पेडिअट्रिशन से भी बात कर सकते है। बच्चे का कम विकसित होना या देर से होना कोई चिंता की बात नहीं है। 33 हफ्ते के शिशु की देखभाल के दौरान जानिए आपको किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।
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यदि बच्चे ने घुटनों के बल चलना शुरू कर दिया है तो आप उसे हाथ के सहारे से खड़े करने की कोशिश करें। घुटनों के बल चलना आपके बच्चे का सबसे पहला तरीका होगा चलने से पहले। पहले वो अपने हाथ के सहारे से घुटने पर आएंगे और फिर खड़े होंगे। उसके बाद वो सोचेंगे की आगे जाना है या पीछे। वो जैसे भी चलना सीखें, उसे करने दें, क्योंकि जितना वो खुद से सीखेंगे, उतना अच्छा होगा।
33 हफ्ते के शिशु की देखभाल कर रहें तो अब बच्चा किसी भी चीज को पकड़कर खड़े होने की कोशिश करेगा, जैसे कि सोफा या टेबल पकड़कर खड़े होना। लेकिन कई अभिभावक इस समय में अक्सर बच्चें को वॉकर में बैठाना शुरू कर देते हैं ताकि वो चलने की कोशिश कर सकें। पर ऐसा करना सही नहीं होगा, क्योंकि वॉकर उतना सुरक्षित नहीं है। अगर आपका बच्चा वॉकर में है, तो वो जरूर किसी चीज को लेने भागेगा और ऐसे में वो किसी चीज से टकरा सकता है।
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अब जब बच्चा वह चलने लगा है तो आपको खास ध्यान रखना होगा कि घर में कोई वायर या ऐसी कोई भी चीज नीचे की तरफ न लटके, क्योंकि बच्चा उसे पकड़े की कोशिश कर सकता है और समान उसके उपर गिर भी सकता है। साबुन, डिटर्जेंट, दवाइयां इन जैसी चीजों को भी उनकी पहुंच से दूर रखें।
अगर आपके बच्चे का विकास दूसरे बच्चों के मुकाबले धीरे हो तो इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है। हर बच्चे की विकास उनके बॉडी टाइप पर निर्भर करता है, जैसे कि समय से पहले हो जाने वाले बच्चों में विकास देर से और धीरे होता है। यह कोई समस्या नहीं है।
अगर बच्चे ने क्रॉलिंग शुरू कर दी है तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है,जैसे कि—
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उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है।आपको इस आर्टिकल के माध्यम से 33 हफ्ते के शिशु की देखभाल की जानकारी दी गई है और हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये पसंद आई होगी और आपको बच्चे की देखभाल से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे।अगर आपके बच्चे को किसी प्रकार की समस्या महसूस हो रही हो तो बेहतर होगा कि आप एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।
डिस्क्लेमर
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Dr. Pooja Bhardwaj