सात से नौ महीने के होने पर शिशु को दिन में तीन बार आहार दें। उनके आहार में प्रोटीन, कार्बोहायड्रेट, फैट्स आदि भरपूर मात्रा में होने चाहिए। नौ से ग्यारह महीने के शिशु को आप हार्ड फूड दे सकते हैं जैसे सेब, गाजर, पिटा ब्रेड आदि। लेकिन, जब वो इनका सेवन कर रहे हों तो खास ख्याल रखें। एक साले के बच्चे परिवार के अन्य सदस्यों की तरह सामान्य आहार का सेवन करते हैं। लेकिन, याद रखें कि हर बच्चा अलग होता है। कई बच्चे अपनी जरूरत के अनुसार अधिक मात्रा में खाते हैं, तो कुछ कम। लेकिन, शिशु के सही से सॉलिड फूड्स का सेवन करने से वीनिंग (Weaning) में आसानी होती है। अब यह भी जान लेते हैं कि कौन से फूड आपको इस दौरान बच्चों को नहीं देने चाहिए?
फूड्स जिन्हें आपको नजरअंदाज करना चाहिए
हालांकि, यह बहुत जरूरी है कि आपका बच्चा हर तरह के खाद्य पदार्थों का सेवन करें। लेकिन, उन्हें कुछ फूड्स का सेवन करने से बचना भी चाहिए, जैसे शहद, अनकुक्ड अंडे या मीट, अनपॉश्चराइज्ड डेयरी प्रोडक्ट, अधिक चीनी, नमक और हायली प्रोसेस्ड फूड व ड्रिंक्स, साबुत नट्स, लो-फैट प्रोडक्ट्स आदि। आप इस बारे में अपने डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं। अब पाएं टिप्स सक्सेसफुल वीनिंग (Weaning) को लेकर।
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सक्सेसफुल वीनिंग (Weaning) के लिए कुछ टिप्स
कुछ चीजों से आपको वीनिंग (Weaning) प्रोसेस में आसानी हो सकती है। इसलिए, इन टिप्स को अपनाना न भूलें। यह तरीके इस प्रकार हैं:
- शिशुओं को स्वाभाविक रूप से मीठा स्वाद पसंद होता है। इसलिए, फलों से पहले उन्हें सब्जियां देने की कोशिश करें। ताकि, इस संभावना को कम किया जा सके कि आपका बच्चा सब्जियों को खाने से मना कर देगा।
- अपने बच्चे को खाने में भरपूर वेरिएटी प्रदान करें। उन्हें बार-बार एक ही तरह का फूड देने से बचें। अगर आपका बच्चा किसी खास फूड को नहीं खाता है, तो उसे उस फूड को अन्य खाद्य पदार्थों के साथ मिला कर दें।
- अगर आपका शिशु वीनिंग (Weaning) प्रोसेस से गुजर रहा है, तो अपने बच्चे को उसकी इच्छा के बिना उसे अधिक मात्रा में खिलने की कोशिश न करें। ऐसे करने से बच्चा परेशान हो सकता है और हो सकता है कि वो खाने में रूचि न दिखाएं।
- शिशु के लिए मील टाइम रिलैक्स रहने दें और उन्हें खाते हुए गंदगी फैलाने से मना न करें। ऐसा करने से बच्चे फूड को लेकर अधिक एक्सपेरिमेंट करने के लिए प्रोत्साहित होंगे और खाने को लेकर पॉजिटिव रहेंगे।
- अपने बच्चे को फैमिली मील में अवश्य शामिल करें। बच्चे अन्य लोगों को देख कर फूड्स को खाने में अधिक दिलचस्पी दिखाते हैं।
- बच्चे को किसी खाने की चीज देने के बाद या पहले इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें इससे एलर्जी तो नहीं है। अगर आपको ऐसा लगता है कि उन्हें इससे एलर्जी ही सकती है, तो डॉक्टर की सलाह लें।
- बच्चे के आहार में सॉलिड फूड्स को इंट्रोड्यूज करते हुए चोकिंग का खास ध्यान रखने की भी जरूरत है।
यह तो थी वीनिंग (Weaning) के बारे में जानकारी। वनिंग एक महत्वपूर्ण प्रोसेस हैं जिसमें शिशु ब्रेस्टमिल्क या फार्मूला मिल्क से सॉलिड फूड लेना शुरू करता है। अगर आपने बेबी लेड या ग्रेजुअल वीनिंग (Weaning) या दोनों को चुनते हैं, तो शुरुआत सॉफ्ट फ्रूट्स, सब्जियों और सीरियल आदि से करें। इसके बाद अन्य फूड्स शिशु को दे सकते हैं। इसके साथ ही एलर्जी और चोकिंग का भी ध्यान रखना आवश्यक है। अगर इस बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो डॉक्टर से उसे अवश्य पूछें।
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