आजकल टैंपरेरी टैटू का चलन भी काफी बढ़ गया है। अगर आप स्तनपान कराती हैं और आपका टैटू बनाने का मन करता है तो आप टैंपरेरी टैटू की ओर रुख कर सकती हैं। आपको टैंपरेरी टैटू में भी काफी अच्छे-अच्छे डिजाइन मिल जाएंगे और आपका स्तनपान के दौरान टैटू कराने का शौक भी पूरा हो जाएगा। मेंहदी या हिना अमूमन महिलाएं हाथों पैरों पर लगाती हैं। लेकिन, अगर आपको टैटू जैसा लुक चाहिए तो बाजार से अच्छे क्वालिटी की मेंहदी ले कर आएं और खुद मनचाही डिजाइन बनाएं। मां और बच्चे के लिए मेंहदी सुरक्षित है। अच्छे रंग के साथ आपको टैटू जैसा लुक भी देगा। आप जब और जहां चाहें हिना से टैटू बना या बनवा सकती हैं।
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स्तनपान के दौरान हटवा सकते है टैटू?
मेडिकल साइंस के मुताबिक टैटू हटवाने का सबसे सही और आसान तरीका है लेजर विधि। लेजर विधि से टैटू हटाते समय डॉक्टर सुन्न करने वाले जेल का प्रयोग करते हैं। जिससे टैटू हटवाते समय दर्द नहीं होता है। यूं तो इस प्रक्रिया को स्तनपान कराने वाली महिला भी अपना सकती हैं और अभी तक इसके कोई भी साइड इफेक्ट नहीं देखे गए हैं। लेकिन, फिर भी आप अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही टैटू हटवाने की प्रक्रिया को अपनाएं।
बच्चे का स्वास्थ्य एक मां के लिए अव्वल है तो फैशन के लिए अपने बच्चे को बीमारी देने से अच्छा है कि उसे स्नेह दें। टैटू आप बाद में भी करा सकती हैं। जरूर याद रखें स्तनपान छुड़ाने के बाद ही टैटू बनवाएं। स्तनपान के दौरान टैटू ना तो आपके लिए सुरक्षित है और ना ही बच्चे के लिए।
उम्मीद है स्तनपान के दौरान टैटू कराने से संबंधित आपकी कनफ्यूजन दूर हो गई होगी। अगर आपके मन में इससे जुड़े और कोई सवाल हैं, तो हमसे हमारे सोशल मीडिया पेज पर पूछ सकते हैं। आशा करते हैं कि यह आर्टिकल आपके काम आएगा।