विकास और व्यवहार
33 हफ्ते के शिशु की देखभाल : शिशु का विकास कैसा होना चाहिए?
33 हफ्ते के शिशु की देखभाल में शिशु अब आठ महीने का हो गया है और खड़े रहते वक्त वो खुद का वजन संभाल सकता है। आपके आवाज देने पर वो उस दिशा को समझकर आपकी ओर मुड़ सकते हैं। इतना ही नहीं, इस चरण में वे कई तरह के प्रयास करेंगे, जैसे कि उछलने का, चलते-चलते खुद गिरेंगे और खुद उठे भी जाएंगे। आपको अच्छा लगेगा की आपका बच्चा खुद से आसपास की चीजे समझ और सीख रहा है।
- आठवें महीने के इस पहले हफ्ते में आपका बच्चा इन चीजों को कर सकता है, जैसे कि:
- पैरों पर वजन उठाकर चल सकता है,
- खुद से खाना खा सकते हैं,
- उंगलियों की मदद छोटे-छोटे समान को उठाने में सक्षम हो जाता है।
- जिस दिशा से आवाज आएगी उस तरफ मुड़ने लगेंगे,
- गिरी हुई चीजो को ढूंढ़ना।
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33 हफ्ते के शिशु की देखभाल: शिशु के विकास के लिए मुझे क्या करना चाहिए?
अपने बच्चे की सुरक्षा को लेकर आपके मन में यह बात आना स्वभाविक है। बच्चे के अच्छे विकास के लिए आप उन्हें आत्मनिर्भर बनने दें। इसके लिए आप उन्हें फ्री होकर खेलने दें लेकिन, अपना पूरा ध्यान उन्हीं के उपर लगाकर रखें ताकि उसे चोट भी न लग जाए। जिन चीजों से उन्हें नुकसान पहुंच सकता है, उन चीजों को उनसे दूर रखें।
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स्वास्थ्य और सुरक्षा
33 हफ्ते के शिशु की देखभाल: मुझे डॉक्टर से क्या बात करनी चाहिए?
इस चरण में डॉक्टर की तरफ से बच्चे के लिए कोई चेकअप की अपॉइंटमेंट नहीं होगी लेकिन, अगर कुछ अर्जेंट हो जाए तो आप उनके पास जा सकते हैं। जरूरी है कि आप डॉक्टर को सीधे बता दें जो भी समस्या हो। अगर आपको ऐसा लगता है की आपके बच्चे का विकास सही तरह से नहीं हो रहा है तो डॉक्टर से इस बारे में बात कर सकते है। आप चाहे तो पेडिअट्रिशन से भी बात कर सकते है। बच्चे का कम विकसित होना या देर से होना कोई चिंता की बात नहीं है। 33 हफ्ते के शिशु की देखभाल के दौरान जानिए आपको किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।
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33 हफ्ते के शिशु की देखभाल: मुझे किन बातों की जानकारी होनी चाहिए?
घुटनों के बल चलना
यदि बच्चे ने घुटनों के बल चलना शुरू कर दिया है तो आप उसे हाथ के सहारे से खड़े करने की कोशिश करें। घुटनों के बल चलना आपके बच्चे का सबसे पहला तरीका होगा चलने से पहले। पहले वो अपने हाथ के सहारे से घुटने पर आएंगे और फिर खड़े होंगे। उसके बाद वो सोचेंगे की आगे जाना है या पीछे। वो जैसे भी चलना सीखें, उसे करने दें, क्योंकि जितना वो खुद से सीखेंगे, उतना अच्छा होगा।
खड़े रहना
33 हफ्ते के शिशु की देखभाल कर रहें तो अब बच्चा किसी भी चीज को पकड़कर खड़े होने की कोशिश करेगा, जैसे कि सोफा या टेबल पकड़कर खड़े होना। लेकिन कई अभिभावक इस समय में अक्सर बच्चें को वॉकर में बैठाना शुरू कर देते हैं ताकि वो चलने की कोशिश कर सकें। पर ऐसा करना सही नहीं होगा, क्योंकि वॉकर उतना सुरक्षित नहीं है। अगर आपका बच्चा वॉकर में है, तो वो जरूर किसी चीज को लेने भागेगा और ऐसे में वो किसी चीज से टकरा सकता है।
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महत्वपूर्ण बातें
33 हफ्ते के शिशु की देखभाल: मुझे किन बातों पर ध्यान देना चाहिए?
अब जब बच्चा वह चलने लगा है तो आपको खास ध्यान रखना होगा कि घर में कोई वायर या ऐसी कोई भी चीज नीचे की तरफ न लटके, क्योंकि बच्चा उसे पकड़े की कोशिश कर सकता है और समान उसके उपर गिर भी सकता है। साबुन, डिटर्जेंट, दवाइयां इन जैसी चीजों को भी उनकी पहुंच से दूर रखें।
विकास को लेकर चिंता न करें
अगर आपके बच्चे का विकास दूसरे बच्चों के मुकाबले धीरे हो तो इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है। हर बच्चे की विकास उनके बॉडी टाइप पर निर्भर करता है, जैसे कि समय से पहले हो जाने वाले बच्चों में विकास देर से और धीरे होता है। यह कोई समस्या नहीं है।
घर को व्यवस्थित रखें
अगर बच्चे ने क्रॉलिंग शुरू कर दी है तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है,जैसे कि—
- बच्चे के अच्छे स्वास्थ के लिए घर की साफ—सफाई बहुत आवश्यक है। ध्यान रहे कि बच्चा जिस स्थान पर खेल रहा हो वो बिल्कुल साफ हो।
- आप इस बात का भी ध्यान रखें कि बच्चा जिस स्थान पर खेल रहा है, वहां कोई ऐसा समान न हो जिससे उसे चोट पहुंच सकती हो।
- सबसे अच्छा यही होगा कि आप बच्चे को उस के खुद के कमरे में ही खेलने दें।
- आपको खुद पर भी थोड़ा सा नियंत्रण रखना होगा। अगर आपको बच्चे के हाथ से कोई समान लेना है तो धीरे से लें, नहीं तो ऐसा करने से वे चिड़चिड़े हो सकते हैं।
- बच्चे को समान उठाकर रखना सिखाएं। इससे उन्हें समझ आने लगेगा कि हर चीज बिखरी हुई नहीं होनी चाहिए और समान अपनी जगह पर होना चाहिए।
- बच्चे को आराम से खेलने दें, अगर वो खेलते समय कुछ समान इधर—उधर बिखेर देता है तो बार—बार उन्हें टोके नहीं।
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33 हफ्ते के शिशु की देखभाल: इन बातों का भी ध्यान रखें:
- कई बार बच्चे पानी और दूध पीते समय गिरा देते हैं। तो ऐसे में उसे तुरंत साफ करें, नहीं तो बच्चा फिसल कर गिर सकता है। इस तरह किताब और पेपर भी आप उनकी पहुंच से दूर रखें क्योंकि, वे उन्हें फाड़कर के मुंह में भी डाल सकते हैं, जोकि उनकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है।
- बच्चों को भूलकर भी किचन में जाने न दें। ऐसा अक्सर होता है कि बच्चा हर समय मां को देखना चाहता है, अगर मां किचन में होती है तो बच्चा वहां भी पहुंच जाता है। किचन में कई ऐसे सामान भी होते हैं, जो बच्चे को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- अगर बच्चे ने गलती से कोई भी धारदार चीज पकड़ ली हो तो उसे झटके से हटाने का प्रयास बिल्कुल भी न करें। बच्चे के पास आहिस्ता से जाएं और धारदार वस्तु को वहां से हटा दें।
- आर चाहे तो कमरे के कोनों को कवर कर सकते हैं। कोनों में फॉम लगा सकते हैं, जिससे बच्चों को लगे नहीं। बच्चे जब धीरे-धीरे चलने की कोशिशि करते हैं तो अक्सर कोने के स्थान को पकड़कर उठना चाहते हैं, ऐसे में अक्सर उन्हें चोट भी लग जाती है।
- बच्चा अगर बेड में बैठकर खेल रहा है तो उस पर नजर जरूर रखें। आठ से नौ महीने के बच्चे बेड से धीमे-धीमे करके नीचे उतर जाते हैं, लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं रहता है कि वो अचानक से गिर भी सकते हैं। बेहतर होगा कि आप उन्हें बेड के नीचे ही बैठाएं।
- कुछ बच्चों को बोलने की कोशिश करते समय आवाज निकालते समय लार अधिक बहने की समस्या होती है, कई बार इससे कपड़े भी गीले हो जाते हैं। अगर आपके 33 सप्ताह के शिशु के साथ भी यही समस्या है तो बेहतर होगा कि आप उसके पास एक हैंकी रखें, जब भी लार बहे, तुरंत उसे पोछ दें।
उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है।आपको इस आर्टिकल के माध्यम से 33 हफ्ते के शिशु की देखभाल की जानकारी दी गई है और हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये पसंद आई होगी और आपको बच्चे की देखभाल से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे।अगर आपके बच्चे को किसी प्रकार की समस्या महसूस हो रही हो तो बेहतर होगा कि आप एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।
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