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बच्चे के बैड बिहेवियर को कैसे ठीक करें?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar


Shayali Rekha द्वारा लिखित · अपडेटेड 01/07/2021

    बच्चे के बैड बिहेवियर को कैसे ठीक करें?

    हर माता-पिता अपने बच्चे की अच्छी परवरिश चाहते हैं। लेकिन, कई बार बच्चे का बैड बिहेवियर (Child’s Misbehave) पेरेंट्स का दिल दुखा देता है। ऐसे में पेरेंट्स कहते हैं कि हमारा बच्चा बिगड़ गया है। बच्चे बुरे नहीं होते हैं, सिर्फ उनका बैड बिहेवियर होता है। सभी बच्चे शैतानियां करते हैं, नियम भी तोड़ते हैं। ये बच्चों की स्वाभाविक प्रकृति है। कई बार बच्चे गुस्से में अजीब और बुरा बर्ताव करते हैं। इस संबंध में चिल्ड्रेन फर्स्ट की हेड और मनोवैज्ञानिक अंकिता खन्ना ने हैलो स्वास्थ्य को बताया कि “बच्चे की बुरी आदतों को घर से ही सुधारा जाना चाहिए। जिसका सबसे सही तरीका है टाइम आउट देना। ऐसा करने से बच्चे को अपनी गलती का एहसास होता है और वह आगे से उस गलती को नहीं दोहराता है।”

    बच्चे का बैड बिहेवियर क्या है? (Child’s bad behavior)

    बैड बिहेवियर का मतलब ही ऐसी हरकतें जो सामाजिक रूप से ठीक नहीं हैं। उदाहरण के लिए बच्चे द्वारा जो बैड बिहेवियर किया जाता है, जिसके बारे में नीचें दिया गया है, जैसे कि

    • बच्चा बड़ों की बातों को अनसुना करता है,
    • बच्चा ज्यादा शैतानी करता है,
    • बच्चे का व्यवहार दूसरों के प्रति ठीक नहीं है,
    • बच्चा पढ़ाई में पिछड़ने लगता है,
    • बच्चा बीमारी के बहाने बताता है,
    • बच्चा गुस्सा दिखाता है,
    • बच्चा अपने से बड़ों की इज्जत नहीं करता है,
    • बच्चा अपने पेरेंट्स या किसी दूसरे पर हाथ उठाता है,
    • बच्चा असभ्य भाषा का इस्तेमाल करता है।

    अगर आपका बच्चा भी ऐसा बैड बिहेवियर कर रहा है तो परेशान न होंं। बच्चे के बुरे व्यवहार को बदला जा सकता है। बस आपको उससे अनुशासन और प्यार से पेश आना है।

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    बैड बिहेवियर (Child’s Misbehave) सुधारने के लिए रखें टाइम आउट

    मनोवैज्ञानिक अंकिता खन्ना ने बताया कि बच्चे को सुधारने के लिए टाइम आउट सबसे अच्छा तरीका है। बच्चे के लिए टाइम आउट का मतलब है कि उसके गलत बर्ताव पर उसे एक ऐसी जगह खड़े होने के लिए कहें, जहां शांति हो और कोई भी हरकत करने की मनाही हो। बच्चे को इस टाइम आउट के दौरान कुछ भी न करने दें। अगर वह कोई अन्य हरकत करता नजर आए तो उसे याद दिलाएं कि वह टाइम आउट पर है। टाइम आउट करने से बच्चे को अपनी गलती के बारे में सोचने का समय मिलेगा। 

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    माता-पिता करें बच्‍चों के साथ सही व्‍यवहार (Tips to improve child’s bad behavior)

    कभी-कभी बच्चे पेरेंट्स को भला बुरा भी कह देते हैं। ऐसे बर्ताव पर पेरेंट्स अक्सर उसी सुर में बच्चे से बात करने लग जाते हैं। पेरेंट्स भी बच्चे को अपमानित करना शुरू कर देते हैं। ऐसा करना सरासर गलत है। अगर आपके बच्चे ने ऐसा बर्ताव कर ही दिया है तो आपको उसे डांटने की जरूरत नहीं है। उल्टा उसे समझाने का प्रयास करें कि “ऐसा करना गलत है।”

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    बच्चे का बैड बिहेवियर

    बच्चे को गुड और बैड बिहेवियर में अंतर बताना है जरूरी (Tell the difference between good and bad behavior to the child)

    अगर बच्चे का बैड बिहेवियर सुधर नहीं पा रहा है तो बच्चों को अनुशासन के साथ अच्छे और बुरे की पहचान कराएं। उसे घर और बाहर दोनों जगह बड़ों का सम्मान करना सिखाएं। बच्चों को अनुशासन सीखाना बहुत जरूरी है, ताकि वो आगे चलकर नैतिक मूल्यों को सीख सके। बच्चे को पारिवारिक जिम्मेदारियों से भी रूबरू कराएं।

    बैड बिहेवियर (Child’s Misbehavior) पे बच्चे को चेतावनी दें

    छोटे बच्चे किसी बात को बहुत जल्दी भूल जाते हैं। अगर वह कोई गलती करते हैं तो उस समय उसे चेतावनी दें। इसके बाद बच्चा फिर उसी तरह के बैड बिहेवियर को दोहराए या गलत बर्ताव करे तो उस चेतावनी को याद दिलाएं । इससे बच्चा समझ जाएगा कि दोबारा यह गलती करने पर उसे क्या सजा मिल सकती है। वहीं अगर बच्चा पांच साल से बड़ा है तो उसे चेतावनी के साथ-साथ कोई हेल्दी सजा भी दीजिए। जिससे उसे याद रहे कि अगर दोबारा यह गलती की तो क्या होगा।

    बच्चे का ध्यान दूसरी तरफ लगा दें (Tips to improve child’s bad behavior)

    बच्चे किसी चीज को लेकर जिद कर लेते हैं। उनके मन मुताबिक चीजें ना होने पर वह जल्द ही चिढ़ जाते हैं और बैड बिहेवियर करने लगते हैं। ऐसी स्थिति में बच्चे का ध्यान दूसरी तरफ लगा दें। उसे प्यार से दूसरी बातों में उलझा दें ताकि उसका ध्यान पहली चीज से हट जाए। जब बच्चा कोई दूसरा काम करने लगे तो उसकी तारीफ करें, ताकि वह दूसरे काम में रुचि ले सके।

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    गुस्सा शांत कराने के लिए जबरदस्ती न करें (Don’t force to quell anger)

    बच्चे के साथ अगर आप जबरदस्ती करेंगे तो वह विद्रोही स्वभाव का हो जाएगा। आपकी जबरदस्ती से बच्चा तुरंत तो शांत हो जाएगा लेकिन, बाद में अंदर दबे गुस्से के कारण उसका व्यवहार खतरनाक होता चला जाएगा। ऐसी परिस्थिति में बच्चे के साथ जबरदस्ती ना कर के उससे जुड़ने की कोशिश करें। उसकी बात को सुनें और उसे समझाएं।

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    बच्चे के गुस्से पर कभी-कभी शांत भी रहें (Be calm at times when your child is angry)

    आप हर बार बच्चे पर चिल्लाते रहें, ये जरूरी तो नहीं है। आपके चिल्लाने से बच्चे का बैड बिहेवियर और ज्यादा आक्रामक हो जाएगा और वह आपसे जुबान भी लड़ा सकता है। इसलिए चिल्लाने से अच्छा है कि आप उसकी गलती का विकल्प निकाल कर उसके सामने रखें। बच्चे के कामों में शामिल होना सीखें। जिससे आप उसे उसके दोस्त जैसे लगेंगे। इसलिए कभी-कभी शांत होना भी जरूरी है।

    बच्चे की पूरी बात सुनें (Listen to the child)

    अगर आपका बच्चा गुस्सा कर रहा है तो उस पर चिल्लाने के बजाए उसकी बात सुनें। कई बार बच्चे की बात जब पैरेंट्स नहीं सुनते हैं तो बच्चे बहस करने लगते हैं। जोकि सही नहीं है। अगर आप उनकी बात नहीं सुनेंगे तो वे और ज्यादा जिद्दी हो जाएंगे। जब बच्चे को यह महसूस होने लगे कि आप उनकी बात नहीं सुन रहे हैं तो वे धीरे-धीरे आपकी हर बात को नजरअंदाज करना शुरू कर देंगे। इसलिए आप शांति और धैर्य से उनकी बात सुनें। बच्चे की बात खत्म होने से पहले उन्हें ना टोकें। बच्चे से कभी भी गर्म मिजाज में बात ना करें।

    ये कहते हैं एक्सपर्ट

    मनोवैज्ञानिक अंकिता खन्ना कहती हैं कि “बच्चा जब छोटा होता है तभी से उसके साथ एक फ्रेंडली रिश्ता रखना चाहिए, जिसका प्रभाव और आदत बड़े होने तक रहे। अगर बच्चा आपकी बात नहीं सुन रहा है तो आप समझें कि दिक्कत कहां पर है। बच्चे को जो भी दिक्कत होगी आप उसे समझ जाएंगे। उसी आधार पर बच्चे को समझाना शुरू करें। कोशिश करें कि बच्चे का सम्मान करें और उसके सामने किसी पर भी गुस्सा न करें।”

    इस तरह से आप अपने बच्चे को समझा सकते हैं और उसके बैड बिहेवियर को घर पर ही ठीक कर सकते हैं। इसके साथ ही आप बच्चे को अनुशासन सिखा सकते हैं। बच्चे को डिसिप्लिन करना भी बहुत जरूरी है।

    उम्मीद करते हैं कि आपको बच्चे का बैड बिहेवियर (Child’s bad behavior) कैसे सुधारें? संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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