अगर बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ होते हैं, तो उन्हें खानपान के दौरान या फिर पाचन के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। अगर किसी कारण से बच्चों के पेट में परेशानी उत्पन्न होती है, तो वो न तो ठीक से खा पाते हैं और न ही उनका पाचन ठीक प्रकार से हो पाता है। आईबीएस (IBS) या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या के कारण बच्चों के पेट बार बार गैस बनना, पेट में दर्द होना आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस समस्या से राहत के लिए पेडिएट्रिक आईबीएस के लिए एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants for pediatric IBS) का इस्तेमाल किया जाता है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको पेडिएट्रिक आईबीएस के लिए एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants for pediatric IBS) के बारे में जानकारी देंगे और साथ ही इस समस्या के बचने के उपाय के बारे में भी बताएंगे।
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पेडिएट्रिक आईबीएस के लिए एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants for pediatric IBS)
आईबीएस की समस्या के कारण बच्चों को डकार आना, गैस का बनना, हार्टबर्न की समस्या, मितली की समस्या आदि का सामना करना पड़ता है। जिन बच्चों को आईबीएस की समस्या का सामना करना पड़ता है, उन्हें हर वक्त बाथरूम जाने का मन करता है। अगर गैस की समस्या भी होती है, तो बच्चे बाथरूम जानें की जिद करते हैं। इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या लार्ज इंटेस्टाइन में होती है।
हमारे शरीर में लार्ज इंटेस्टाइन पानी और अन्य पोषक तत्वों का अवशोषण करती है। यह पोषक तत्व डाइजेस्टेड यानी पचे हुए खाने से प्राप्त होता है। जो चीजें अवशोषित नहीं हो पाती हैं, वह शरीर के बाहर निकल जाती हैं। अनडाइजेस्टेड फूड (Undigested food) को स्टूल (Stool) या बाउल मूवमेंट या पूप (Poop) के नाम से भी जानते हैं। कोन में स्थित मसल्स और शरीर का अन्य भाग एक साथ काम करता है। अगर यह सही से काम नहीं कर पाता है तो फिर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार ये मसल्स तेजी से काम करने लगती हैं।इस कारण से बच्चों को पेट में दर्द का एहसास हो सकता है। जिन लोगों को आईबीएस की समस्या होती है, उनको गंभीर दर्द का सामना करना पड़ सकता है। इस समस्या से छुटकारे के लिए पेडिएट्रिक आईबीएस के लिए एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants for pediatric IBS) का इस्तेमाल किया जाता है। इससे बच्चों को पेट दर्द और गैस बनने की समस्या और डकार आदि से राहत मिलती है।
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आईबीएस के लिए एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants) का इस्तेमाल
आईबीएस के कारण बच्चों को स्ट्रेस या इमोशनल प्रॉब्लम से जूझना पड़ता है। ऐसे में बच्चों को एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants) दी जाती हैं, ताकि स्ट्रेस को कम किया जा सके और आईबीएस के लक्षणों में सुधार किया जा सके। आपके मन में यह सवाल होगा कि एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants)का इस्तेमाल तनाव को कम करने के लिए या स्ट्रेस की समस्या को कम करने के लिए किया जाता है। आखिरकार पेट की समस्या में इस दवा का इस्तेमाल क्यों किया जाता है? हम आपको बताते चलें कि जब बच्चों को पेट की समस्या हो जाती है तो उन्हें अधिक इमोशनल प्रॉब्लम का फेस करनी पड़ती है। ऐसे में डॉक्टर पेडिएट्रिक आईबीएस के लिए एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants for pediatric IBS) का इस्तेमाल करते हैं।
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आईबीएस और एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants)
एंटीडिप्रेसेंट मेडिकेशन का इस्तेमाल आईबीएस के दौरान करने पर डायजेस्टिव सिस्टम पर पॉजिटिव इफेक्ट पड़ता है। एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants) का इस्तेमाल करने से गट मोटिलिटी (Gut motility) पर सकारात्म प्रभाव पड़ता है। साथ ही जीआई ट्रांसिट स्पीड पर भी पॉजिटिव इफेक्ट होता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये लाभकारी प्रभाव मस्तिष्क और आंत में पाए जाने वाले न्यूरोट्रांसमीटर पर भी पड़ते हैं। एसिटाइलकोलाइन (acetylcholine), सेरोटोनिन (serotonin), नॉरपेनेफ्रिन (norepinephrine) और डोपामाइन (dopamine) आदि आईबीएस की समस्या को खत्म करने में मदद करती हैं। पेडिएट्रिक आईबीएस के लिए एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants for pediatric IBS) का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। बच्चों को दवा का कितना डोज देना है और साथ ही किन बातों को ध्यान में रखना है, इस बारे में डॉक्टर से जानकारी जरूर लें।
पेडिएट्रिक आईबीएस के लिए एंटीडिप्रेसेंट से होने वाले दुष्प्रभाव
इन दवाओं के इस्तेमाल से बच्चों में कुछ दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स भी दिखाई पड़ सकते हैं। इनमें सिरदर्द (Headache) मतली, नींद की समस्या, बेचैनी आदि समस्याएं शामिल हो सकती हैं। अगर दवाओं का सेवन करने के बाद बच्चों को किसी प्रकार की समस्या का एहसास हो रहा है, तो आपको डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए। दवा के सेवन के बाद जो भी दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं, वह कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन बच्चे को ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो ऐसे में आपको लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए और डॉक्टर्स को जानकारी देनी चाहिए।
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कुछ सावधानियां दिला सकती हैं आईबीएस की समस्या से छुटकारा!
आईबीएस (IBS) को डायग्नोस करने के लिए डॉक्टर बच्चों में दिखने वाले परिवर्तन या लक्षणों के बारे में जानकारी लेते हैं और साथ ही फैमिली हिस्ट्री के बारे में भी जानकारी लेते हैं। कई बार आईबीएस की फैमिली हिस्ट्री के कारण भी बच्चों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है। डॉक्टर जरूरत पड़ने पर शारीरिक परिक्षण भी करते हैं। अगर डॉक्टर को इन चीजों से भी सही जानकारी नहीं मिल पाती है, तो डॉक्टर कुछ टेस्ट कराने की भी सलाह दे सकते हैं। इसके बाद डॉक्टर बच्चे का ट्रीटमेंट भी करते हैं। पेडिएट्रिक आईबीएस के लिए एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants for pediatric IBS) को भी शामिल किया जा सकता है।
डॉक्टर बच्चों की डायट, मानसिक स्वास्थ्य का ट्रीटमेंट, प्रोबायोटिक्स और दवाओं में बदलाव की मदद से बच्चों में आईबीएस (IBS) का इलाज कर सकते हैं। पेडिएट्रिक आईबीएस के लिए एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants for pediatric IBS) इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो डॉक्टर से जानकारी जरूर लें।
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इस आर्टिकल में हमने आपको पेडिएट्रिक आईबीएस के लिए एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants for pediatric IBS) के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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