बच्चों के लिए रेबिपुर वैक्सीन क्यों दी जानी चाहिए? (Why is Rabipur Vaccine Important for Children?)
बता दें कि इंडियन एकेडमी ऑफ पिडियाट्रिक्स सभी बच्चों के लिए प्रिवेंटिव रेबीज वैक्सीन रिकमंड करता है। जिसमें इन बच्चों के घर में पालतू कुत्ते हैं के साथ ही वे बच्चे भी शामिल हैं जिनको डॉग बाइटिंग का रिस्क है। रेबिपुर वैक्सीन (Rabipur vaccine) उन बच्चों के लिए भी रिकमंड की गई है जिन्हें क्रोनिक हेल्थ कंडिशन्स जैसे कि हार्ट, लंग या इम्यून सिस्टम से जुड़ी किसी कंडिशन के चलते कॉम्प्लिकेशन का रिस्क हाय है।
बच्चों को यह वैक्सीन इसलिए देना भी जरूरी है क्योंकि वयस्कों की तुलना में बच्चों में रेबीज होने की संभावना अधिक होती है, क्योंकि वे जानवरों को थपथपाने और उनके साथ खेलने की अधिक संभावना रखते हैं।
यह वैक्सीन एंटीबॉडीज का निमार्ण करके इम्यूनिटी डेवलप करने में मदद करती है जो वायरस के कारण होने वाले इंफेक्शन से प्रोटेक्शन प्रदान करते हैं। इसके साथ ही अगर इसे एक्सपोजर के बाद दिया जाता है तो यह बीमारी को होने से रोकने में भी मदद करती है। इस वैक्सीन को हमेशा डॉक्टर की मदद से ही लेना चाहिए।
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बच्चों को रेबिपुर वैक्सीन कैसे दी जाती है? (How is the Rabipur vaccine given to children?)
बच्चों और बड़ों दोनों को रेबिपुर वैक्सीन (Rabipur vaccine) देने का तरीका एक जैसा ही है। यह वैक्सीन डॉक्टर या नर्स के द्वारा इंजेक्शन के रूप में दी जाती है। यह जितनी जल्दी हो सके काटने के घावों को पूरी तरह धोने के बाद दी जाती है। एक्सपोजर के बाद जितनी जल्दी इलाज किया जाए उतना अच्छा है। एक्सपोजर के बाद एंटी-रेबीज टीकाकरण में हमेशा इम्युनोग्लोबुलिन (Immunoglobulin) और वैक्सीन (Vaccine) दोनों का एडमिनिस्ट्रेशन शामिल होना चाहिए।
उन व्यक्तियों को छोड़कर जिन्होंने पहले ही पूर्ण टीकाकरण प्राप्त किया हुआ है। इस जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए वैक्सीन का कोर्स पूरा करना बेहद जरूरी है। जो निम्न प्रकार से दिया जाता है।
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रेबीज वैक्सीन की डोज: (Rabipur vaccine dosage)
- अगर आपको जानवर के काटे जाने का रिस्क है तो वैक्सीन तीन इंजेक्शन के कोर्स में दी जाती है। जिसमें 0, 7 और 28वां दिन शामिल है। यह कोर्स पूरा करने पर एक साल के बाद एक बूस्टर डोज booster dose की जरूरत होती है।
- अगर आपने पहले से रेबीज वैक्सीन ली है और किसी जानवर ने काट दिया जिसको रेबीज होने की संभावना है तो दो वैक्सीन के डोज की जरूरत होती है। पहला डोज काटे जाने वाले दिन और दूसरा डोज तीन दिन के बाद दिया जाता है।
- अगर आपने पहले रेबिपुर वैक्सीन (Rabipur vaccine) नहीं ली है और रेबीज की संभावना वाले जानवर ने काट लिया है तो पहला डोज बाइट के बाद जितनी जल्दी हो सके दिया जाता है और इसके बाद 4 अन्य डोज 3, 7, 14 और 30 दिन पर दिए जाते हैं।