स्ट्रेस अल्सर (Stress ulcer) आमतौर पर तभी होता है जब किसी गंभीर बीमारी, ट्रॉमा या इंजरी के लिए आपका इलाज चल रहा हो या कोई सर्जिकल प्रक्रिया चल रही हो। स्ट्रेस अल्सर के कारण आपकी मौजूदा मेडिकल कंडिशन को और कॉप्लिकेटेड बना सकती है। पेप्टिक या स्टमक अल्सर के कारण ब्लीडिंग या ऑब्स्ट्रक्शन के कारण जटिलताएं बढ़ सकती हैं।
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स्ट्रेस अल्सर का उपचार (Stress ulcer treatment)

पेप्टिक या स्टमक अल्सर का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि अल्सर का कारण क्या है। यदि अल्सर एच.पाइलोरी बैक्टीरिया (H. pylori bacteria) के कारण हुआ है तो डॉक्टर एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) और एसिड ब्लॉकिंग (Acid-blocking ) दवाओं से इलाज करता है।
नॉन स्टेरॉयडल एंटी इन्फ्लामेट्री ड्रग्स (Nonsteroidal anti-inflammatory drugs) के कारण यदि पेट का अल्सर हुआ है, तो ओवर द काउंट दवा या डॉक्टर द्वारा की गई दवा से उपचार होता है। इसके उपचार में शामिल है-
- नॉन स्टेरॉयडल एंटी इन्फ्लामेट्री ड्रग्स (Nonsteroidal anti-inflammatory drugs) का सेवन बंद करना
- प्रोटॉन पंप अवरोधक (proton pump inhibitors) का इस्तेमाल, जो आपके पेट को कम नेचुरल एसिड बनाने और इलाज में मदद करता है
- एच2 रिसेप्टर एंटागॉनिस्ट(H2-receptor antagonists) जो प्रोटॉन पंप अवरोधक की तरह की काम करता है।
माउथ अल्सर (Mouth ulcers) का इलाज जीवनशैली में बदलाव करके किया जा सकता है।
- कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करें जैसे नमकीन, सख्त, एसिडिक, तीखा, गरम और एल्कोहलिक
- मुंह से जुड़ी किसी मेडिकल कंडिशन या संक्रमण का इलाज
- स्ट्रेस लेवल को मैनेज करें
- तंबाकू प्रोडक्ट्स का सेवन बंद करें या कम करें
- स्ट्रॉ से लिक्विड का सेवन
- दांतों को दिन में 2 बार धीरे-धीरे ब्रश करें
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) लें या डॉक्टर द्वारा बताए मेडिकेटेड माउथ वॉश का इस्तेमाल करें।
महिलाओं में कुछ माउथ अल्सर पीरियड के बाद होने वाले हार्मोनल बदलाव से खत्म हो जाते हैं। तनाव कम करने से अल्सर के इलाज में मदद मिलती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, तनाव आपके इम्यून सिस्टम को भी कमजोर कर देता है।
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स्ट्रेस अल्सर से बचाव (Stress ulcers prevention)
स्ट्रेस अल्सर (Stress ulcers) इंमरजेंसी और इन्सेंटिव केयर सेटिंग के मरीजों में बहुत आम है। गभीर रूप से जले हुए और मस्तिष्क आघात (head trauma) वाले अधिकांश मरीजों को चोट लगने के 72 घंटे के अंदर स्ट्रेस अल्सर हो सकता है। इसलिए कुछ अस्पताल इससे बचाव के लिए मरीज को पहले ही दवा दे देते हैं और नियमित जांच करते हैं। अमेरिकन सोसायटी ऑफ हेल्थ सिस्टम फार्मासिस्ट निम्न स्थितियों में मरीज को प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट (preventive treatment) की सलाह देती है।
- ब्लड थिनर का इस्तेमाल करने पर
- वेंटीलेटर का इस्तेमाल 48 घंटे से अधिक किया गया हो
- पहले भी अल्सर हुआ हो
- गैस्ट्रोइन्टेस्टाइल ट्रैक्ट (gastrointestinal tract) में पहले ब्लीडिंग हुई हो
- सिस्टमेटिक इंफेक्शन और सेप्सिस (sepsis)
अल्सर चाहे किसी भी प्रकार का हो उसका इलाज किया जा सकता है, बस आपको समय पर डॉक्टर से परामर्श करने की जरूरत है और उसकी सलाह पर अमल करना जरूरी है। डॉक्टर पहले अल्सर के संभावित कारण का पता लगाता है, उसके बाद इलाज करना आसान हो जाता है। हालांकि सभी विशेषज्ञ अल्सर और तनाव में सीधा संबंध नहीं मानते हैं, लेकिन इतना तो तय है कि तनाव कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा करता है, इसलिए बेहतर होगा कि तनाव को कम करने की कोशिश करें।