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पीडियाट्रिक आईबीएस के लिए एंटीस्पाज्मोडिक: एंटीस्पास्मोडिक्स (antispasmodic) कैसे काम करते हैं?
गट (आंतों) के साथ खाया गया मील मूवमेंट इसलिए करता है क्योंकि इंटेस्टाइन्स में कुछ मांसपेशियां कॉन्ट्रैक्ट (संकुचित) करती हैं और फिर गट एक नियमित पैटर्न में रिलैक्स करता है। मसल्स कॉन्ट्रैक्शंस आपके शरीर द्वारा रिलीज होने वाले कई केमिकल्स द्वारा लाए जाते हैं जो मसल्स पर विशेष ‘डॉकिंग (docking)’ साइट्स (रिसेप्टर्स) से स्टिक रहते हैं।
हालांकि, इर्रिटेबल बोएल सिंड्रोम (irritable bowel disorder) जैसी स्थितियों में ये मसल्स कॉन्ट्रैक्शंस बहुत बार हो सकते हैं या दर्दनाक हो सकते हैं, जिससे दर्द और सूजन जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। एंटीम्यूसरिनिक्स (Antimuscarinics) रिसेप्टर्स से जुड़कर काम करता है और इस तरह मांसपेशियों को कॉन्ट्रैक्ट करने के लिए केमिकल्स को ‘डॉकिंग’ से रोकता है। इस तरह से मांसपेशियों के कॉन्ट्रैक्शन को कम करने से अक्सर आईबीएस के कारण होने वाले कुछ लक्षणों को दूर करने में मदद मिलती है।
क्योंकि शरीर के अन्य हिस्सों में मस्कैरेनिक रिसेप्टर्स (muscarinic receptors) भी पाए जाते हैं, इसलिए एंटीम्यूसरिनिक (antimuscarinic) लेने से अन्य प्रभाव हो सकते हैं। जैसे कि मस्कैरेनिक रिसेप्टर्स मुंह में लार के उत्पादन को कंट्रोल करने में भी मदद करते हैं। इन रिसेप्टर्स को ब्लॉक करने वाली दवा लेने से मुंह सूख सकता है। स्मूथ मसल्स रेलक्सेंट्स (smooth muscle relaxants) को आराम देने वाले सीधे गट की वॉल में स्मूथ मसल्स पर काम करते हैं। यहां वे मांसपेशियों को आराम देने और मसल्स के कॉन्ट्रैक्शन से जुड़े दर्द को दूर करने में मदद करते हैं।
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पीडियाट्रिक आईबीएस के लिए एंटीस्पाज्मोडिक: एंटीस्पास्मोडिक्स का इस्तेमाल (Uses of antispasmodics) किन स्थितियों के इलाज में किया जाता है?
एंटीस्पास्मोडिक्स आमतौर पर आईबीएस (IBS) में उपयोग किए जाते हैं:
- आईबीएस के कुछ लक्षणों जैसे ऐंठन (colic), ब्लोटिंग और पेट (abdominal) में दर्द से राहत दिलाने में मदद करने के लिए।
- आंत (intestines) के मूवमेंट (motility) को कम करने के लिए।
- एंटीस्पास्मोडिक्स का उपयोग कुछ अन्य स्थितियों जैसे डायवर्टीकुलर डिजीज (diverticular disease) में भी किया जाता है।