कुछ मामलों में, बायोप्सी (Biopsy) की जा सकती है क्योंकि छवियों पर अंगों के स्थान देखे जाते हैं, और यह एक चिकित्सक को पेट में और बायोप्सी लेने के लिए सही जगह पर सुई का मार्गदर्शन करने में सहायता करता है। यह परीक्षण IPMN या किसी अन्य परीक्षण के दौरान पाए जाने के बाद किया जा सकता है।
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मैग्नेटिक रिसोनेंस चोलंगियोपेंक्रोग्राफी (Magnetic Resonance Cholangiopancreatography)
एमआरसीपी एक नॉन इंवेसिव (Non-Invasive) परीक्षण है, जो यकृत, अग्न्याशय (Pancreas), पित्ताशय की थैली और पित्त नलिकाओं को देखने के लिए की जाती है। यह परीक्षण द्वारा देखा जा सकता है कि क्या पित्त की नलिकाएं बाधित हैं, जैसे कि आईपीएमएन द्वारा या किसी और कारण।
आईपीएमएन का इलाज ( IPMN Treatment)
ज्यादातर मामलों में, एक IPMN को कैंसर में विकसित होने का उच्च जोखिम नहीं देखा गया है। IPMN के डायग्नॉज होने के बाद समय-समय पर उसके आकार की निगरानी करने वाले परीक्षण बहुत जरूरी है। हर तीन महीने में इसकी मूल्यांकन की आवश्यकता हो सकती है।यदि आईपीएमएन का आकार बड़ा हो रहा है, तो उपचार उसके आकार और दिक्कतों पर निर्भर करता है। कई मामलों में अग्न्याशय के हिस्से को हटाने के लिए एकमात्र उपचार सर्जरी है ।
इसके अलावा इसका इलाज मरीज की स्थिति पर करता है। इस बीमारी का समय रहते इलाज बहुत जरूरी है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से मिलें।