बच्चे के जन्म के बाद उसका पहला स्कूल ‘घर’ और पहली टीचर ‘मां’ होती है। छोटी उम्र से बच्चों में पढ़ने की दिलचस्पी जगाना निश्चित रूप से अनिवार्य है, ताकि उनके अंदर पढ़ने और सीखने को लेकर रूचि बनी रहे। इस बारे में शेमरॉक प्ले स्कूल की प्री क्लास की टीचर अनु शर्मा का कहना है कि छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए धर्य की जरूरत होती है। उन्हें पढ़ाना भले ही आसान लगे, लेकिन, एक मां ही समझ सकती है छोटे बच्चे को संभालने और उसे उसकी उम्र के शुरुआती दौर में पढ़ने के लिए तैयार कितना मुश्किल है। इस उम्र में बच्चों का दिमाग खेलकूद में ज्यादा होता है, वे एक जगह बैठ नहीं सकते हैं। तो इसलिए हैलो स्वास्थ्य यहां आपको छोटे बच्चों पढ़ाने के तरीके बता रहे हैं।
1. छोटे बच्चों को पढ़ाने के तरीके- खेल-खेल में याद कराने की आदत डालें :
छोटे बच्चों को पढ़ाने के तरीके आपको आने चाहिए। बच्चों को शुरुआत में किताबी शिक्षा के बजाए उसे खेल-खेल में रोचक बातें बताएं। उसे नाम, फलों के नाम, कलर्स और बॉडी पार्ट आदि के बारें में सिखाएं। इसके लिए आप खिलौने का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
2. छोटे बच्चों को पढ़ाने के तरीके- कलरफुल चीजें दें :
अपने बच्चों को कलरफुल किताबें दें। बच्चों को रंगीन चीजें अपनी ओर खींचती है। छोटी उम्र में बच्चे क्रिएटिव होते हैं। उन्हें ड्रॉइंग और कलर करने जैसे काम ज्यादा पसंद होते हैं। बच्चे की पढ़ाई की शुरुआती दौर में उसे ऐसी चीजों में ज्यादा व्यस्त रखें, जिसमें उसका आनंद हो। बच्चों को पढ़ाने के तरीके अगर आप सीख लेंगे तो उन्हें पढ़ाना आसान हो जाएगा।
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3. छोटे बच्चों को पढ़ाने के तरीके- खेल-खेल में राइम्स सिखाएं :
आप बच्चों को पढ़ाने की शुरुआत राइम्स से भी कर सकते हैं। कुछ याद कराने का सबसे अच्छा उपाय यह है कि आप उन्हें राइम्स और बच्चों वाली कविताओं को गाकर याद कराएं। देखा जाए तो बच्चों को स्टोरी या जिंगल बच्चों जैसी चीजें जल्दी याद हो जाती हैं। इसी तरह, आप राइम्स के माध्यम से बच्चों को काउंटिंग भी सिखा सकते हैं।
4.छोटे बच्चों को पढ़ाने के तरीके- छोटी-छोटी बातों पर प्रोत्साहन करना :
छोटे बच्चों को उनके द्वारा की जा रही किसी भी अच्छी चीजों या प्रयासों के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें। इससे उनमें अच्छी आदतों और परिणामों को आगे भी बरकरार रखने की इच्छा जगेगी।
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5. छोटे बच्चों को पढ़ाने के तरीके- बच्चों के सवालों का जवाब दें :
एक बच्चा का दिमाग कई तरह की सवालों से घिरा हुआ होता है। जब भी आप बच्चे को पढ़ा रहे हों, उनकी तरफ से किसी भी सवाल के लिए आपको तैयार रहना चाहिए। कोई जरूरी नहीं कि आप जो पढ़ा रहें हों, बच्चा सवाल भी वहीं करे, बल्कि हो सकता है कि इसी बीच में उसके दिमाग में जो चल रहा हो, उसके बारे में सवाल करें। आप जवाब दे देंगे तो उनकी जिज्ञासा और भी बढेंगी। इस तरह बच्चा खेल-खेल में पढ़ भी लेगा और आप परेशान भी नहीं होंगे।
6. छोटे बच्चों को पढ़ाने के तरीके- बच्चों को कभी भी डांट कर न पढ़ाएं:
बच्चों को पढ़ाने के तरीके तो आप जान गए हैं, लेकिन इस बात को हमेशा ध्यान रखें। ऐसा देखा जाता है कि बच्चों के न पढ़ने पर माता-पिता या टीचर उन्हें डांटने लगते हैं। याद रखें, डांटने से बच्चा डरेगा और ऐसे में चिड़चिड़ा हो सकता है और पढ़ने से उसका मन भी भाग सकता है। बच्चा पढ़ने के समय बदमाशी कर रहा हो तो गुस्सा करने की बजाए प्यार से समझाएं।
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7.छोटे बच्चों को पढ़ाने के तरीके- पढ़ने की जगह को क्रिएटिव बनाए रखें :
बच्चों में एकाग्रता का अभाव होता है। इसलिए बच्चों को पढ़ाने के तरीके में यह तरीका बेस्ट हो सकता है। इसलिए बच्चों की पढ़ाई के लिए घर में एक छोटा सा स्टडी रूम बनाएं। उसे कलरफुल चीजों और शेप से डेकोरेट कर दें। अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए इंटरेस्टिंग तरीकों को अपनाएं। बच्चों के लिए उनका पहला दोस्त मां-बाप ही होते हैं। आप जितना प्यार से उन्हें चीजों को समझाएंगे वो उतना ही आपके करीब रहेंगे और उनका मन भी पढ़ाई में लगा रहेगा। छोटे बच्चों को पढ़ाते समय उनकी गलतियों पर डांटे न, नहीं तो वे आपसे ज्यादा डरने लगेंगे।
छोटे बच्चों को पढ़ाने के तरीके के बाद हम आपको कुछ माइंड गेम बता रहे हैं जो बच्चों के दिमाग को तेज करेंगे। आप इन गेम्स को बच्चों के साथ खेल सकते हैं।
1. पजल गेम
पजल एक ऐसा गेम है, जिसमें कई टुकड़ों को मिलाकर बनाया जाता है, जैसे किसी फोटो के टुकड़ों को मिलाकर तस्वीर को पूरी तरह से तैयार की जाती है। इसी तरह किसी जानवर, चेहरा और फूल जैसी चीजों के भी पजल गेम आते हैं। जब बच्चे तस्वीर पूरी कर लें, तो उनसे उसका नाम पूछें, जिसकी तस्वीर अभी उन्होंने बनाई है। बच्चों को पजल गेम में बहुत आनंद आता है। इस माइंड गेम से बच्चों का दिमाग भी तेज होता है।
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2. “टिक टैक टो’
यह बहुत आसान और सस्ता खेल माना जाता है, क्योंकि इसे खेलने के लिए आपको सिर्फ एक पेंसिल और कागज की जरूरत होती है। टिक टैक टो को भी दो लोग खेल सकते हैं। यह स्कूलों में बच्चों द्वारा खेला जाने वाला एक पसंदीदा गेम है। इसमें एक खिलाड़ी क्रॉस बनाता है, तो दूसरे को जीरो लिखना होता है, जो सबसे पहले मैच बना लेता है, वह जीतता है।
3.कलरफुल क्ले
कई बच्चों को कलरफुल क्ले भी काफी पसंद होता है। बच्चे रंग-बिरंगी क्ले से विभिन्न तरह के आकार बनाते हैं। इससे बच्चों की दिमागी शक्ति बहुत विकसित होगी और बच्चे घंटों तक इस खेल में व्यस्त रहेंगे।
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4. बिल्डिंग ब्लॉक्स
इस खेल में कई तरह के ब्लॉक्स आते हैं। बच्चे इन्हें आपस में एक-दूसरे को जोड़कर अलग-अलग आकार की चीजें बनाते हैं। बिल्डिंग ब्लॉक्स से आपके बच्चों में क्रिएटिविटी बढ़ती है।
हम उम्मीद करते हैं कि छोटे शिशुओं को पढ़ाने के तरीके विषय पर आधारित यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा। यहां बताए गए छोटे शिशुओं को पढ़ाने के तरीके अपनाकर आप बच्चों को पढ़ा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए चाइल्ड काउंसर से संपर्क करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा सलाह, उपचार और निदान प्रदान नहीं करता।
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