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बच्चे को स्तनपान कराने के बाद भी कहीं वो भूखा तो नहीं? ऐसे पता लगाएं

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar


Shayali Rekha द्वारा लिखित · अपडेटेड 03/01/2020

    बच्चे को स्तनपान कराने के बाद भी कहीं वो भूखा तो नहीं? ऐसे पता लगाएं

    बच्चे को स्तनपान कराने के दौरान अक्सर कुछ मांओं के मन में ये सवाल होता है कि बच्चे का पेट भरा होगा कि नहीं। कई महिलाएं होती हैं, जिन्हें यह समझ नहीं आता कि  बच्चे को स्तनपान कराने के बाद भी उनका पेट भरा है या नहीं। खासतौर पर नई मांओं के लिए यह समझ पाना मुश्किल हो जाता है। बच्चे का पेट भरा रहे उसके लिए कई बार मां बच्चे को उसके भूख से अधिक दूध पिला देती हैं, जो बच्चे के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। कभी-कभी मां सोचती हैं कि बच्चे के पीने के लिए उसका दूध पर्याप्त पड़ रहा है या नहीं। ये सवाल कई मांओं के लिए तनाव का कारण भी बन जाता है। तो इन 10 आसान टिप्स को अपना कर आप बच्चे की भूख के बारे में जान सकती हैं। यहां पढ़ें कि कैसे पता लगाएं कि आपका बच्चा भूखा है या नहीं।

    क्या आपका बच्चा भूखा है?

    10 टिप्स को जानने से पहले हमें यह जानना जरूरी है कि बच्चे को भूख कब लगी है? या फिर बच्चा अपनी भूख के बारे में कैसे बता रहा है? वाराणसी के सृष्टि क्लीनिक के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पी. के. अग्रवाल ने हैलो स्वास्थ्य को बताया कि “बच्चा अपनी भूख को जाहिर करने के लिए कुछ इशारे करता है, जिन्हें मां को समझने की जरूरत होती है, जैसे कि

    • बच्चा अपनी उंगलियां या हाथ अपने मुंह में डालता है।
    • बच्चा जोर-जोर से रोने लगता है।
    • बच्चा बेचैन नजर आता है।
    • स्तनपान कराने के बाद भी मां के स्तन मुलायम नहीं होते हैं।

    बच्चे द्वारा किए गए इन इशारों को देखते हुए मां को स्तनपान करा देना चाहिए, जिससे बच्चे की भूख शांत होती है और उसे राहत मिलती है।”

    यह भी पढ़ें ः बीमारी के दौरान शिशु को स्तनपान कराना सही है या गलत?

    जानें कैसे पता लगाएं

    बच्चे का पेट भरा या नहीं इसे जानने के 10 आसान उपाय हैं। जिसकी मदद से आप खुद को संतुष्ट कर सकती हैं कि बच्चे ने भर पेट दूध पिया है।

    1-बच्चे के डायपर  की संख्या है सबसे अच्छा इंडिकेटर

    हर स्तनपान के बाद बच्चे पेशाब करते हैं। इस तरह से समझा जा सकता है कि बच्चे को मां का दूध पर्याप्त मात्रा में मिल रहा है या नहीं। अगर बच्चे को कपड़े की नैप्किन पहना रही हैं तो पूरे दिन में बच्चा छह से सात बार पेशाब करेगा। वहीं, अगर डायपर का प्रयोग कर रही हैं तो चार से छह डायपर बच्चे को लग जाते हैं। बच्चे के डायपर की संख्या चार या छह है तो आपका बच्चा भूखा बिल्कुल भी नहीं है।

    2- स्तनपान कराते समय आवाज का आना

    बच्चा स्तनपान करते समय ‘चप-चप’ सी आवाज करता है। इस आवाज को सुन कर घबराएं नहीं, बल्कि खुश हो कि बच्चा स्तनपान के दौरान आवाज कर रहा है। पर्याप्त मात्रा में दूध मिलने से ही बच्चा ऐसी आवाजें करता है। अगर स्तनों से दूध पर्याप्त मात्रा में नहीं निकलेगा तो बच्चा निप्पल को सिर्फ सक (Suck) करता रहेगा। स्तन से दूध न निकलने की स्थिति में बच्चा सो भी सकता है।

    3- क्या बच्चे को सही तरीके से लैच करा रही हैं?

    बच्चे का पेट भरना मां द्वारा बच्चे को स्तनपान कराने के तरीके पर भी निर्भर करता है। अगर मां बच्चे को सही तरीके से लैच नहीं कराएगी तो बच्चा सिर्फ निप्पल को ही सक (Suck) करता रह जाएगा और दूध नहीं पी पाएगा। इसलिए बच्चे को सही तरीके से अपने स्तनों को पकड़ाएं और ध्यान दें कि बच्चा दूध पी रहा है या नहीं। इससे आपको समझ आएगी कि बच्चा भूखा है या नहीं।

    4- बच्चे का बढ़ता वजन है अच्छी बात

    जन्म के तुरंत बाद डॉक्टर बच्चे के वजन से उसके स्वास्थ्य का आंकड़ा लगाते हैं। बच्चे का वजन शुरुआती दिनों में थोड़ा घटता है। अगर बच्चे को पर्याप्त मात्रा में दूध मिल रहा है तो बच्चे का वजन बढ़ने लगेगा। इस तरह से भी हर हफ्ते या 15 दिनों पर बच्चे के वजन से भी पता कर सकती हैं।

    5- स्तनों का आकार भी बताता है बहुत कुछ

    मां जब तक स्तनपान नहीं कराती हैं, तब तक उसके स्तनों में दूध भरे होने से वह ठोस होते हैं। जैसे-जैसे बच्चा दूध पीता है स्तन नर्म होने लगता है और मां को स्तनों में होने वाले दर्द से भी राहत मिलती है। इस तरह से मां समझ सकती है कि बच्चे के लिए स्तनों में पर्याप्त दूध बन रहा है।

    6- बच्चे के मल के रंग पर दें ध्यान

    आमतौर पर बच्चे के मल का रंग पीला या हरा होता है। लेकिन, मां को बच्चे के मल के रंग पर ध्यान देना चाहिए। जब बच्चे के मल का रंग गहरे रंग में बदलने लगे तो इसका मतलब होता है कि बच्चे के शरीर में पानी की कमी है। ऐसे में उसे ज्यादा से ज्यादा बच्चे को स्तनपान कराने की कोशिश करें। अमूमन बच्चे दिन में दो से तीन बार मल त्याग करते हैं।

    7- बच्चे की हरकतें बताती हैं कि पेट भरा हुआ है

    बच्चा स्तनपान के बाद अगर खुश दिखता है या एक्टिव नजर आता है तो इसका मतलब होता है कि उसका पेट भर गया है। लेकिन, अगर बच्चा अपने हाथ मुंह में डाले या गोद में लेने पर स्तन ढूंढे तो इसका मतलब है कि शिशु अभी भी भूखा है। ऐसी परिस्थिति में बच्चे को स्तनपान कराएं।

    8- बच्चे द्वारा होंठों को बंद करना मां के लिए मैसेज है

    बच्चे को स्तनपान करने के बाद बच्चा अपने होठों को बंद कर लेता है। इससे मां को समझ जाना चाहिए कि बच्चे का पेट भर गया है। बच्चा अपने होठों से मां को मैसेज देने की कोशिश कर रहा है कि “मेरा पेट भर गया है।”

    9- बच्चे की त्वचा कहती है बहुत कुछ

    बच्चे को अगर भरपूर मात्रा में पोषण और मां का दूध मिल रहा है तो उसकी त्वचा चमकदार रहती है। अगर बच्चे को सही मात्रा में मां का दूध नहीं मिल रहा है तो उसकी त्वचा में चमक नहीं रहेगी और झुर्रीदार त्वचा नजर आएगी। ऐसे में मां को सजग होकर बच्चे को स्तनपान कराना चाहिए।

    इन सभी इशारों से आप बेहद आसानी से समझ सकती हैं कि बच्चे को स्तनपान कराने के बाद उसकी भूख खत्म हुई है या नहीं। बच्चा क्या करता है, क्या सोचता है? सब मां को पता होता है। किसी तरह की कोई समस्या आने से मां को परेशान होने की जरूरत नहीं होती है। मां को बस अनुभवी मां से बात करनी चाहिए, या फिर डॉक्टर से मिलना चाहिए। बाकी स्तनपान कराने के क्रम को हर दो घंटे पर जारी रखें।

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