जब भी आपका बच्चा गुस्सा (Anger) होता है तब वह आपसे यह अपेक्षा करता है कि आप उसकी इस हरकत पर गुस्सा या मायूस होंगे, जो आमतौर पर सभी पेरेंट्स (Parents) करते भी हैं। लेकिन, आप ऐसा कुछ न करें और माहौल को बदलने के लिये कुछ पल तक शांति बनाएं रखे और हंसे। आपके इस बर्ताव से बच्चे को भी हंसी आएगी और इस कारण बच्चे के स्वभाव (Child behavior) में गुस्से की जगह कम होगी।
बच्चे को सब्र रखना सीखाने के लिए पेरेंट्स को भी रखने पड़ेगा धैर्य
बच्चे के स्वभाव (Child behavior) में जिद करना होता है। उन्हें उनकी मनचाही चीज न मिलने पर ही वे जिद करते हैं। ऐसे में उनकी इस आदत को बदलने के लिये आप उन्हें सब्र करना सिखायें। बच्चों में धैर्य विकसित करने के लिये आप उनके साथ उनका पसंदीदा खेल (Game) खेलें। आप अपने बच्चे के साथ ऐसा खेल खेलें जिसमें आप बच्चे बने और वो माता या पिता। ऐसा करने से उसे आपका दृष्टिकोण समझने में मदद मिलेगी।
बच्चे से सदा पूछें उसकी राय
आप अपने बच्चे से अपनी परेशानियों के हल मांगे। जैसे कि आप अपने बच्चे से अपने ऑफिस (Office) की समस्याओं को सरल बनाकर बच्चे से उसकी राय मांगे। उससे अपनी रोजमर्रा की बातों को शेयर करें। इससे आपके बच्चे का आत्मविश्वास (Babies confidence) बढ़ेगा और वह आपके सामने और खुलकर बात करेंगे। बजाय यह बताने के, कि उसे क्या करना है, आप उससे पूछना शुरू करें कि आप कैसे कुछ नया और अलग कर सकते हैं? ऐसा करने से उसे अपनी अहमियत महसूस करने में मदद मिलेगी।
ये सभी बातों को अमल में ला कर आप अपने बच्चे को जिद्दी होने से सकते हैं। कोशिश करें कि आप ज्यादा से ज्यादा समय बच्चे के साथ बिताएं। बच्चे को भरोसा दिलाएं कि आप हमेशा उसके साथ हैं और आप उसका बुरा नहीं चाहते हैं। बच्चा जब आप पर भरोसा करने लगेगा तब वे आपकी बात को अधिक समझेगा।