शिशु को संभालना कोई आसान काम नहीं होता है। जब तक वह मां की गोद में हंसता और खेलता है तब तक आपके कंट्रोल में रहता है। लेकिन जैसे ही बच्चे ने चलना शुरू कर दिया, मां के लिए उसे संभालना जंग जीतने जैसा काम हो जाता है। 3 साल का बच्चा, जब शैशवकाल में कदम रखता है तब उसमें सब कुछ जानने की इच्छा बहुत बढ़ जाती है। वह अपने छोटे-छोटे कदम से सब कुछ एक ही पल में जानने की कोशिश करने लगता है। इसलिए एक पल में वह यहां है तो दूसरे पल में न जाने कहां चला जाता है। यहां तक कि इसी उम्र में उसका मेंटल ग्रोथ भी तेजी से होने लगता है। वह रंग, आकार जैसे चीजों को अच्छी तरह से समझने लगता है। इसलिए इस उम्र के बच्चे को बहुत ही समझदारी से संभालने की जरूरत होती है। 3 साल के बच्चे को कुछ इस तरह से बिजी रखने की जरूरत है कि उसका बॉडी और मेंटल ग्रोथ दोनों एक साथ हो।
3 साल का बच्चा बिजी रखने के लिए उसे समझाना है सबसे ज्यादा जरूरी
- इस उम्र से बच्चे लोगों के साथ मिलना और उनसे बात करना शुरू कर देते हैं। दूसरे बच्चों के साथ दोस्ती करना शुरू कर देते हैं। इसलिए मां या पिता रोजाना बच्चे को घर के बाहर ले जाएं और उन्हें लोगों के साथ मिलना-जुलना सिखाएं। इससे उनमें सामाजिकता का एहसास बनेगा। सच तो यह है कि बच्चों का निष्पाप मन आपसे बेहतर लोगों में अच्छे-बुरे की पहचान कर लेता है।
- बच्चों की परेशानियों को अच्छी तरह से समझने की कोशिश करें। क्योंकि वह इस उम्र में अपने एहसासों को समझाने की कोशिश करना शुरू कर देते हैं। कभी-कभी ऐसा होता है कि वह अपनी बातों को अच्छी तरह से नहीं समझा पाने के कारण भी रोने और चिल्लाने लगते हैं। इसी लिए अपने बच्चे के स्वभाव को समझें, तभी आप उसको अच्छी तरह से व्यवहार करने की शिक्षा दे पाएंगे।
- इन सबके अलावा जरूरी बात यह है कि आपको भी बच्चे के साथ बच्चा बनना पड़ेगा। आपको अपने बचपन में लौट जाना पड़ेगा। तभी आप उनके दोस्त बन पाएंगे।
- मां से अच्छा अपने बच्चे को कौन समझ सकता है? उसी के आधार पर उनको हमेशा एक्टिव और बिजी रखने के लिए यहां कुछ ऐसे टिप्स के बारे में बताया गया है, जो बच्चे की फिजिकल और मेंटल ग्रोथ दोनों के लिए अच्छे साबित होंगे।
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3 साल के बच्चे के साथ पढ़े कहानियों की किताबें
यह वह आदत है, जो आपके और बच्चे के बीच बॉन्डिंग को बढ़ाने के साथ-साथ उसे पूरे (पूरी) दुनिया को धीरे-धीरे समझने में मदद करेगी।
3 साल के बच्चे के साथ खेलें रंगों का खेल
इस उम्र से बच्चे अच्छी तरह से रंगों को समझने लगते हैं। आप उन्हें ड्राइंग पेपर को तरह-तरह के रंगों के पेंसिल से भरने के लिए दे सकते हैं। साथ ही आप रंगों का नाम भी सीखा सकते हैं। उदाहरण के लिए आप बच्चे से यह पूछ सकते हैं कि बताओ सूरज किस रंग का होता है और फिर उसको पेपर पर कलर करो। इससे बच्चा सूरज, पीला रंग और उसका आकार इन तीन बातों को बड़ी ही आसानी से सीख लेता है।
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3 साल के बच्चे के साथ डांस गेम खेलें
क्यों ? नहीं समझ पाएं ! हर बच्चा कोई न कोई म्यूजिक का धून पसंद करता है। उसकी पसंद के अनुसार म्यूजिक लगाएं और आप भी उसके साथ डांस करें। फिर देखिए आपका बच्चा कितना खुश हो जाएगा। उसके खिलखिलाते खुशी के साथ उसके शरीर के मसल्स का अच्छे तरीके से एक्सरसाइज भी हो जाएगा। बच्चे के साथ ऐसा खुशनुमा पल बिताकर आपको भी खुशी मिलेगी।
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3 साल के बच्चे के साथ घर के काम करें
आप यह न सोचें कि इतने छोटे-से बच्चे से काम करवाएंगे। ऐसा नहीं है। यह भी एक तरह का गेम है। उदाहरण के तौर पर, आप बच्चे को सब्जी के बास्केट से टमाटर लाने के लिए कहें। उसके पहले उसको टमाटर का फोटो दिखा दें। फिर देखिए अब वह कभी भी टमाटर को नहीं भूलेगा, क्योंकि वह टमाटर को देखकर और छूकर दोनों तरह से पहचान चुका है। उसको किचन से थाली या कटोरी लाने के लिए कहें। इस तरह से वह यह भी जान जाएगा कि घर का काम करने में सबको हेल्प करना चाहिए और किस चीज का नाम क्या है। खेल-खेल में आप उसको बहुत कुछ सीखा सकते हैं।
3 साल के बच्चे को ब्लॉक खेलना सिखाएं
आजकल बाजार में बहुत तरह के ब्लॉक मिलते हैं। नंबर ब्लॉक, ए, बी, सी, डी ब्लॉक, अ-आ या क-ख ब्लॉक, कलर ब्लॉक, छोटे-छोटे घर बनाने के ब्लॉक, पजल ब्लॉक आदि। इसको बच्चे खेलना बहुत पंसद करते हैं। आप बहुत देर तक उनको ऐसे गेम में बिजी रख सकते हैं। इसके मदद से आप उनको नंबर और एल्फाबेट का बेसिक नॉलेज भी दे पाएंगे। ऐसा करके खेल-खेल में पढ़ाई भी हो जाएगी।
3 साल के बच्चे के साथ आप हर्डल रेस भी खेल सकते हैं
असल में इस उम्र के बच्चों को ज्यादा देर तक एक तरह का काम करना या गेम खेलना बिल्कुल पसंद नहीं आता है। इसलिए आप अपने सहुलियत के हिसाब से उनके गेम में थोड़ा बदलाव ला सकते हैं ताकि वह बिजी रहने के साथ एक्टिव भी रहें। आप घर पर ही फर्श पर तकिया या कुशन से हर्डल बना सकते हैं और फिर उन्हें पार करके आने के लिए कहें। एक बात का ध्यान रखें कि हर काम में आप उनकी तारीफ करना न भूलें। इससे उनको खेलने में प्रोत्साहन मिलेगा। उम्र चाहे जो भी हो, तारीफ सुनना आखिर किसे नहीं पसंद आता है?
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3 साल का बच्चा: साथ में खेलें आउटडोर गेम
आपके काम के सहुलियत के अनुसार बाहर पार्क में आउटडोर गेम खेलें, जैसे- रनिंग, बॉल थ्रो, जंपिंग, साइकिलिंग आदि। रनिंग से उनके शरीर का बैलेंस बढ़ेगा और बॉल थ्रो करने से हाथ और कंधे के मसल्स एक्टिव होंगे। कहने का मतलब यह है कि ऐसा गेम खेलें कि बच्चे फिजिकली फिट रहें।
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3 साल के बच्चों को चीजों को सही जगह पर रखने की दें सीख
छोटी-छोटी बातों की सीख बचपन से ही देना शुरू कर देना चाहिए। उदाहरण के तौर पर उनको यह सिखाएं कि सामान को इधर-उधर फेंकना नहीं चाहिए। खेलने के बाद उनको भी खेल के सामान सहेज कर रखने में मदद करने के लिए कहें। भले ही वह करें या न करें। लेकिन यह बात वह समझ जाएंगे कि चीजों को सहेजकर सही जगह रखना चाहिए। धीरे-धीरे वह भी करने लगेंगे।
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3 साल का बच्चा सुना सकता है कहानी
जब भी आपको समय मिले आप बच्चे को पिक्चर बुक से एक स्टोरी पढ़कर सुनाएं। फिर उनको भी कहें कि वह आपको वही कहानी दोबारा सुनाएं। इससे उनका स्पीच स्किल बेटर होगा।
आप इन छोटी-छोटी एक्टिविटी से अपने 3 साल के बच्चे को आसानी से बिजी रख सकते हैं। बिजी रखने के साथ आप दोनों की बॉन्डिंग भी बेहतर होगी। तो फिर टेंशन किस बात की, आज से ही ट्राई करें ये टिप्स।